Udaipur Murder:चश्मदीद ने कहा झब्बा और पायजामा सिलवाने आए थे क़ातिल, कफ़न पहना गए
UDAIPUR MURDER: उदयपुर में टेलर (TAILOR) कन्हैया लाल की हत्या (MURDER) के वक़्त दुकान पर हत्यारों के अलावा दो चश्मदीद (EYEWITNESS) भी मौजूद थे। दोनों ने अपनी आंखों से देखा कि दुकान पर कब क्या हुआ।
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UDAIPUR BRUTAL MURDER: उदयपुर (UDAIPUR) की धानमंडी में मौजूद टेलर (TAILOR) कन्हैया लाल की दुकान पिछले 24 घंटों से सोशल मीडिया (SOCIAL MEDIA) पर छाई हुई है...और उस दुकान में बर्बरता (BRUTALITY) का जो खंजर चला उसका क़िस्सा भी लोगों की जुबान पर बना हुआ है। इसके बावजूद लोग अब भी ये जानने की कोशिश में हैं कि असल में दुकान के भीतर उस वक़्त क्या हुआ...कैसे हुआ...।
ज़ाहिर है ऐसी किसी भी जघन्य वारदात के बाद लोग उस चश्मदीद की तलाश में रहते हैं जिसने घटना को अपनी आंखों से घटते हुए देखा हो। कन्हैया की हत्या का भी एक चश्मदीद है। और वो है खुद उसकी दुकान पर काम करने वाला कारीगर। उसका नाम है ईश्वर। और उसने जो कुछ भी देखा...उससे ज़्यादा सटीक और सही बात सिवाय क़ातिलों के कोई और नहीं बता सकता।
कन्हैया लाल की दुकान के कारीगर ईश्वर की बातों पर यकीन न करने की कोई वजह भी नहीं है। क्योंकि ईश्वर खुद भी इस वक़्त जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती है, क्योंकि खुद उसने ही बताया है कि मोहम्मद रियाज और गौस मोहम्मद ने कन्हैया पर हमला करने के बाद उस पर भी उसी खून से सने खंजर से वार किया था।
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UDAIPUR BRUTAL MURDER: मंगलवार की उस घटना के बारे में बताते बताते ईश्वर दहशत से कांपने लगता है। उसने बताया कि दोपहर के समय मोहम्मद रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद दुकान में आए। और दुकान में आते ही कन्हैया लाल से बोले, मास्टर जी क्या झब्बा और पायजामा सिल दोगे? कन्हैया ने बड़ी ही शालीनता से जवाब दिया, जी बिलकुल सिलेंगे साहब।
बकौल ईश्वर रियाज और गौस अपने साथ बैग भी साथ में लाए हुए थे...उसी में एक कपड़ा था। कन्हैया के सामने कपड़ा रखने के बाद दोनों वहीं खड़े हो गए और बैग को काउंटर पर रख दिया था। उस वक़्त उनका बैग भी खुला हुआ था। उसी बैग में ही उनका खंजर था।
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इसके बाद कन्हैया लाल ने रियाज की नाप लेनी शुरू की। जबकि गौस वहीं पास में ही खड़ा होकर मोबाइल से वीडियो बनाने लगा। ईश्वर ने बताया कि वो और उसका एक साथी उस वक़्त उन दोनों से क़रीब पांच फुट की दूरी पर कोने में रखी मशीनों पर काम कर रहे थे। कन्हैया लाल ने सबसे पहले सीने रियाज के सीने की नाप ली।
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उसके बाद बांह की पैमाइश की...और उन दोनों नाप को काउंटर पर रखी अपनी कॉपी में दर्ज भी कर ली। इसके बाद कमर और नीचे की लंथ नापनी थी। इसी बीच एक बात नोट करने वाली थी, हालांकि उस वक़्त समझ में नहीं आई थी। जिस वक़्त कन्हैया रियाज की बांह की नाप ले रहा था तभी रियाज ने गौस को आंखों से कुछ इशारा किया था। ये बात उसके वीडियो में भी दिख सकती है।
UDAIPUR BRUTAL MURDER: बकौल ईश्वर जैसे ही लंथ को नापने के लिए कन्हैया रियाज़ के सामने हल्का सा झुका, बस तभी रियाज ने गौस से खंजर लेकर कन्हैया पर ताबड़तोड़ हमले करने शुरू कर दिए। रियाज के हमलों से हक्का बक्का हुए कन्हैया ने बचने की कोशिश की तो रियाज ने एक हाथ से कन्हैया की बांह कसकर पकड़ रखी थी। जिसे कन्हैया छुड़ा नहीं सके। और रियाज ताबड़तोड़ उनकी गर्दन और पीठ पर खंजर से वार करता रहा।
थोड़ी ही देर बाद लगातार कई हमले करने के बाद जब कन्हैया बेसुध होकर ज़मीन पर खून से लथपथ होकर गिर पड़े तो रियाज ने पलटकर ईश्वर की तरफ देखा और उस पर भी तलवार से वार किया। ईश्वर तब तक अपनी जगह से खड़ा हो चुका था। घबराहट में वो वहां से भागने की फिराक में ही था, लेकिन खंजर का वार उसे सिर पर और बांह पर लगा। लेकिन वो किसी तरह भागकर पड़ोस की दुकान तक पहुँच गया। और मेरा साथी भी दुकान से बाहर निकलकर भाग निकला।
ईश्वर के मुताबिक कन्हैया को मारकर उन लोगों ने उन लोगों ने दुकान के बाहर फेंक दिया था। वो ज़मीन पर लहुलुहान पड़े थे, और गहरे घाव की वजह से उनसे लगातार घून बह रहा था। थोड़ी देर तड़पने के बाद कन्हैया लाल ने दम तोड़ दिया था।
ईश्वर के मुताबिक वो पिछले दस सालों से कन्हैया लाल के यहां कारीगर के तौर पर काम कर रहा था। कन्हैया की एक बात कहते कहते ईश्वर बिलखने लगता है। उसने बताया कि कन्हैया लाल हमेशा कहते थे कि कपड़े ऐसे सिलो जिसे पहनकर आदमी सज जाए...क्या पता था कि जो लोग कपड़े सिलवाने आएं हैं वो कफ़न पहनाकर चले जाएंगे।
ईश्वर ने ये भी बताया कि इस हत्या के बाद बहुत शोर शराबा हुआ। लोग सड़कों पर उतरे और क़रीब सात घंटों तक कन्हैया का शव उसी जगह पड़ा रहा। क्योंकि कोई शव उठाने को राजी ही नहीं था। बाद में रात को दस बजे शव को उठाकर अस्पताल पहुँचाया गया।
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