प्रधानमंत्री के नाम पर ठगी! इस खूबसूरत बला ने PMO का अफसर बन लोगों को ऐसे लगाया लाखों का चूना
Woman posing as Advisor at PMO: सतारा पुलिस ने इस दौर की बबली और बंटी की एक ऐसी जोड़ी को पकड़ा है, जिसने खुद को PMO में राष्ट्रीय सलाहकार बताकर पूरे महाराष्ट्र में घूम घूमकर लोगों को चूना लगाया। एक कारोबारी की शिकायत के बाद पुलिस ने इस जोड़ी को पकड़ा है जिसने काम करवाने के बहाने उसे 85 लाख रुपये की चपत लगाई।
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Satara, Maharashtra: एक कहावत अक्सर कही और सुनी जाती है, जब तोप मुकाबिल हो, तब अखबार निकालो। इस कहावत का मतलब बाकी लोगों ने समझा या नहीं मगर सतारा (Satara) की रहने वाली महिला ने शायद इस अखबार का जो मतलब अपने हक में निकाला, उसके जरिए उसने एक बड़ा हाथ मार लिया। उस पुरानी खबर को उस लेडी ने इस तरह इस्तेमाल किया कि पुणे (Pune) का एक कारोबारी (Businessman) उसके झांसे में आ गया और अपने लाखों रुपये गंवा बैठा।
पुरानी खबर का बड़ा असर
साल 2017 के दिसंबर महीने में महाराष्ट्र के ज्यादातर अखबारों में एक खबर छपी थी, जिसमें कहा गया था कि प्रधानमंत्री कार्यालय यानी PMO ने महाराष्ट्र के सतारा की एक युवा महिला को अपना राष्ट्रीय सलाहकार मनोनीत किया है और वो महिला अब सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात करके उनके साथ सलाह मशविरा कर सकती है। उसी खबर में आगे ये भी छपा था कि 29 साल की कश्मीरा संदीप पवार ने सतारा के जिला कलेक्ट्रेट से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (Video Conferencing) के जरिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार यानी NSA अजीत डोभाल के साथ बातचीत की। इसके अलावा कश्मीरा ने PMO के कई बड़े ब्यूरोक्रेट के साथ भी संवाद किया। बस मीडिया की इसी खबर को कश्मीरा ने अपना हथियार बना लिया। जिसके जरिए उसने प्रधानमंत्री कार्यालय यानी PMO के नाम पर फरेब का ऐसा कांड किया जिसने एक बार फिर सनसनी फैला दी।
याद आ गया फरेबी किरण पटेल
याद होगा पिछले ही साल किरण पटेल नाम के एक फांदेबाज ने PMO का बड़ा अफसर बन दिल्ली से कश्मीर तक सैकड़ों बड़े अधिकारियों को उल्लू बनाया और अपना उल्लू सीधा किया था। जब उस खबर का सच सामने आया तो दिल्ली में हड़कंप मच गया था। ठीक ऐसा ही एक और किस्सा अबकी बार महाराष्ट्र के पुणे से सामने आया। लेकिन इस बार झांसा देने वाली एक महिला है, जिसने अपनी कॉन्फिडेंट और चाशनी लिपटी बातों से एक कारोबारी पर ऐसा असर डाला कि वो बैठे बिठाए लाखों से ज्यादा की रकम गंवा बैठा। फरेब का ये खेल महाराष्ट्र के पुणे में खेला गया।
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ठगी के धंधे का साथी
पुणे से बिल्डिंग मैटेरियल की सप्लाई का काम करने वाले एक कारोबारी गोरख मराल ने बंडगार्डन पुलिस स्टेशन पर एक नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई। इल्जाम था कि कश्मीरा संदीप पवार नाम की महिला ने अपनी पुरानी जान पहचान और हैसियत का हवाला देने के साथ अपनी पहुँच का रूआब दिखाकर उसे ठग लिया। कश्मीरा के इस ठगी के धंधे में उसका साथ दिया गणेश गायकवाड़ नाम के एक शख्स ने। पुलिस के पास पहुँची शिकायत के मुताबिक गणेश और कश्मीरा दोनों ही महाराष्ट्र के सतारा जिले के रहने वाले बताए गए।
PMO दिल्ली में National Advisor
पुलिस को मिली शिकायत के मुताबिक कश्मीरा ने गोरख मराल को ये भरोसा दिलाया कि वो PMO दिल्ली में National Advisor है। ऐसे में उसकी जान पहचान और पहुँच अब सरकार से लेकर तमाम सरकारी दफ्तरों में हो गई है। इसलिए अब किसी भी तरह के सरकारी ठेके दिलवाना उसके बाएं हाथ का काम है। गोरख मराल ने बताया कि उसने कश्मीरा और गणेश गायकवाड़ के साथ कई जगहों पर कई मीटिंग्स की। उसी दौरान बहाने से उसे अखबारों में छपी वो खबर भी दिखाई गई जिसमें सातारा की युवा महिला को राष्ट्रीय सलाहकार बनाने की खबर छपी थी। इसके साथ साथ गोरख मराल का भरोसा जीतने के लिए कश्मीरा ने अपने वॉट्सऐप पर एक ग्रुप में मौजूद कुछ ठेके के ऐसे दस्तावेज वगैराह भी दिखाए, जिसमें खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दस्तखत थे।
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RAW के अफसरों तक पहुँच का हवाला
गोरख मराल की शिकायत के मुताबिक कश्मीरा के साथी गणेश गायकवाड़ ने दावा किया था कि उसकी भारत की खुफिया एजेंसी RAW (Research and Analysis Wing) के कई बड़े अफसरों तक पहुँच है। यहां तक कि उसने एक गृह मंत्रालय की तरफ से जारी एक लेटर भी दिखाया जिसमें उसे हथियारों की सप्लाई का लाइसेंस देने की बात लिखी थी।
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पैसे वापस मांगने पर उल्टा फंसाया
गोरख मराल की शिकायत के मुताबिक कश्मीरा ने कथित तौर पर दिसंबर 2019 और मार्च 2022 के बीच उनसे 50 लाख रुपये, कुछ नकद और बाकी ऑनलाइन ट्रांसफर के जरिए करीब 85 लाख रुपये की रकम ऐंठी थी। झांसा ये था कि वो PMO के एडवाइजर की हैसियत से उसे ठेका दिलवा सकती है। लेकिन मराल की शिकायत के मुताबिक इतनी रकम देने के बावजूद उसे कोई भी सरकारी ठेका नहीं मिला। और जब उसने कश्मीरा और गणेश गायकवाड़ से पैसे वापस मांगे तो पिछले साल यानी 10 जनवरी 2023 को जबरन वसूली की FIR लिखवाकर उसे झूठे इल्जाम में फंसा दिया। इस एफआईआर के मुताबिक गोरख मराल के साथ-साथ एक होटल मालिक को भी फंसाया गया था। इल्जाम लगा था कि इन लोगों ने 50 लाख रुपये की रकम की रंगदारी मांगी और 50 हजार रुपये जबरन वसूल भी लिए।
धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज
गोरख मराल ने बीते सोमवार को पुलिस में धोखाधड़ी की ये शिकायत दर्ज करवाई थी और पुलिस ने बुधवार को कश्मीरा और उसके साथी गणेश गायकवाड़ को सतारा से गिरफ्तार कर लिया। कश्मीरा और गणेश के खिलाफ धारा 419 यानी फर्जी पहचान बताकर धोखाधड़ी करना, धारा 420 यानी धोखाधड़ी और धारा 34 यानी अपराध का एक जैसा इरादा के आरोप लगाए गए हैं।
PMO का फर्जी लेटर दिखाया
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक इसी बीच पुलिस के सामने कश्मीरा और उसके लिविंग पार्टनर गणेश गायकवाड़ के खिलाफ एक FIR सामने आई। वो शिकायत होटल मालिक फिलिप भंबल की तरफ से दर्ज करवाई गई थी जिसमें दावा किया गया था कि PMO का फर्जी लेटर दिखाकर कश्मीर और गणेश गायकवाड़ पूरे महाराष्ट्र में घूम घूमकर लोगों को ठग रहे हैं। ये शिकायत दिसंबर 2022 में ही दर्ज करवाई गई थी। ये दोनों लोगों को उत्तर प्रदेश, नागालैंड, त्रिपुरा और लोकसभा के सचिवालय में ठेका दिलाने के नाम ठगी करके लोगों को उल्लू बनाते घूम रहे हैं।
गुनाहों की लंबी फेहरिस्त
कश्मीरा और गणेश गायकवाड़ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है लेकिन उनके गुनाहों की फेहरिस्त बड़ी लंबी है। पुलिस का कहना है कि इन दोनों के जुर्म की कुंडली को पढ़ने और इनके दांव पेंच को समझने में थोड़ा वक्त लगेगा। इसी बीच वो पत्रकार भी सामने आया जिसने कश्मीरा के 2017 में राष्ट्रीय सलाहकार बनने वाली खबरों के अलावा कुछ ऐसी खबरें भी छापी थी जिसके जरिए कश्मीरा ने महाराष्ट्र के लोगों में अपना भौकाल बना लिया था। उसका दावा है कि वो खुद धोखे का शिकार हुआ है। और अब उसके पास भी उन तमाम लोगों के फोन आ रहे हैं जिन्हें कश्मीरा और गणेश ने अपने फरेब का शिकार बनाया।
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