सिंगर के शूटरों का अटारी की हवेली में हवा हो गया ये प्लान, पाकिस्तान भागने की थी साज़िश
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Moose Wala Murder: 20 जुलाई को शाम चार बजे के बाद से सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose wala) के शूटरों (Shooters) के बारे में खुलासे का जो नया सिलसिला शुरू हुआ फिर उसने थमने के नाम ही नहीं लिया। अटारी (Attari) के गांव चिचा भकना में हुए उस एनकाउंटर (Encounter) में पंजाब मॉड्यूल (Punjab Module) के दो शूटरों जगरुप रूपा और मनप्रीत मन्नू को मार गिराया गया।
जाहिर है कि जैसे ही दोनों शूटरों के मारे जाने की खबर सामने आई तो दोनों के अतीत को भी खंगालने और इन दोनों शूटरों के अटारी तक पहुँचने को लेकर किस्सों का नया दौर शुरू हो गया। तफ्तीश भी शुरू हुई तो कई चौंकानें वाले सच सामने आ गए। जिन्हें सुनकर खुद पुलिसवाले भी बुरी तरह से चौंक गए।
असल में इस किस्से का सबसे चौंकानें वाला पहलू ये है कि ये दोनों शूटर्स यानी जगरूप रुपा और मनप्रीत मन्नू किसी भी सूरत में अटारी होते हुए पाकिस्तान भाग जाना चाहते थे। और उनके अटारी से पाकिस्तान भागने का प्लान तैयार करने के पीछे बब्बर खालसा का नाम सामने आ रहा है।
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हालांकि पंजाब में खुफिया एजेंसियों ने कुछ अरसा पहले ही अपनी रिपोर्ट में ये अंदेशा जाहिर किया था कि सिद्धू मूसेवाला को मौत के घाट उतारने वाले भगोड़े शूटर्स हर हाल में अंडरग्राउंड रहते हुए इंटरनेशनल बॉर्डर पार करने की कोशिश कर सकते हैं। इतना ही नहीं दोनों नकली पासपोर्ट भी तैयार करवाने की फिराक में हो सकते हैं।
Moose Wala Murder: खुफिया एजेंसियों ने सिद्धू मूसेवाला मर्डर से जुड़े तमाम किरदारों के बारे में जब गहराई से पड़ताल करनी शुरू की तो उन्हें इस बात का शक होने लगा कि हो न हो पंजाब मॉड्यूल वाले भगोड़े शूटर्स पाकिस्तान में सक्रिय सिख आतंकवादियों के संपर्क में भी हो सकते हैं। ऐसे में पाकिस्तान में मौजूद सिख आतंकवादी पाकिस्तानी रेंजर्स के साथ मिलकर इन भगोड़े शूटरों को सीमा पार करवाने की कोशिश कर सकते हैं।
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इस सिलसिले में एक और नाम का जिक्र खुफिया एजेंसियों ने अपनी रिपोर्ट में किया। वो नाम है हरविंदर सिंह रिंदा का। और इसी रिंदा का नाम सामने आने के बाद से ही इस पूरे किस्से में आतंकी संगठन बब्बर खालसा का नाम भी उछलता दिखाई पड़ने लगा।
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असल में रिंदा के बारे में कहा जाता है कि इस आतंकवादी को पाकिस्तान ने पनाह दे रखी है और वहीं पर रहकर ये अपने गुर्गों के जरिए भारत में आतंकी हरकतों को अंजाम देने की फिराक में लगा रहता है। रिंदा को बब्बर खालसा का इंडिया का कमांडर भी बताया जाता है।
Moose Wala Murder: खुफिया एजेंसियों के सूत्रों की मानें तो रिंदा का नाम उस वक़्त खुफिया एजेंसियों के सामने आया जब सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में कनाडा के गैंग्स्टर गोल्डी बराड़ का नाम दिखा...क्योंकि खुफिया एजेंसियों को इस बात की पक्की खबर है कि गोल्डी बराड़ का बब्बर खालसा के कई आतंकवादियों के साथ बेहद नज़दीकी रिश्ता है और वो उनके संपर्क में लगातार रहता है। यही नहीं गोल्डी बराड़ और रिंदा के बीच की कड़ियां भी खुफिया एजेंसियों ने ढूंढ़ निकाली।
खुफिया एजेंसियों का अनुमान ये भी है कि रिंदा का पंजाब के गैंग्स्टर लॉरेंस बिश्नोई के साथ भी कोई न कोई तार जुड़ा हुआहै। एक अनुमान ये भी है कि पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर काम करने वाले रिंदा ने ही लॉरेंस बिश्नोई को पंजाब में गड़बड़ी फैलाने की जिम्मेदारी दे रखी है। और इसी रिंदा का नाम सामने आने के बाद से ही सिद्धू मूसेवाला कत्ल के मामले में पाकिस्तान के कनेक्शन को आतंकी संगठन बब्बर खालसा की हरकतों को खुफिया एजेंसियां खंगाल रही हैं।
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