यूक्रेन में बड़ी तबाही का पुतिन का ये वाला प्लान इस वजह से हो गया फेल
चेचन्या लड़ाकों को लेकर बनाया था पुतिन ने प्लान सी, क्या है पुतिन का प्लान सी, इस प्लान से पुतिन ने रची थी बड़ी तबाही की साजिश, यूक्रेन में तबाही की थी साज़िश, Russia-Ukraine war latest war news
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पुतिन का 'सीक्रेट प्लान C'
Russia-Ukraine war : यूक्रेन में रूस के सैनिक तो तबाही मचा ही रहे हैं लेकिन यूक्रेन के आसमान पर इससे भी ज़्यादा ख़तरे के बादल मंडराते नज़र आ रहे हैं। इन्हीं ख़ौफ़नाक बादलों की भीड़ में एक है रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की ‘प्लान C’. ये प्लान C इतना ख़तरनाक है कि अगर ये पूरी तरह से कामयाब हो जाए तो पुतिन को यूक्रेन पर कब्ज़ा करने के साथ साथ आसपास के और दूसरे देशों को धमकाने में भी और ज़्यादा सहूलियत हो जाएगी।
यही वजह है कि पुतिन का ‘प्लान C’ इस वक़्त यूक्रेन की नींद उड़ाए हुए हैं, क्योंकि यूक्रेन समझ चुका है कि वो कौन सी चाल है जिससे बाज़ी एक ही झटके में पुतिन के हाथों की कठपुतली बन जाएगी। अब सवाल यही उठता है कि आखिर क्या है व्लादिमीर पुतिन का ‘PC’ यानी ‘प्लान C’?
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बेहद ख़तरनाक था 'प्लान C'
Russia-Ukraine war : इस प्लान का पूरा नाम है प्लान चेचेन। आखिर इस प्लान चेचेन को लेकर पुतिन इतने भरोसे में क्यों हैं? पुतिन के इस प्लान को समझने के लिए पहले पूर्वी यूरोप के उस भूगोल को समझना शायद ज़्यादा ज़रूरी है जिसका इस प्लान से सबसे गहरा ताल्लुक है।
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असल में पूर्वी यूरोप में एक देश है चेचेन्या। चेचेन्या एक मुस्लिम आबादी का देश है। ये वही चेचेन्या है कि जिसने रूस के ख़िलाफ़ बाक़ायदा आज़ादी की जंग लड़ी है। ये बात क़रीब 25 साल पुरानी है। उस वक़्त व्लादिमीर पुतिन रूस की सत्ता में नए नए थे।
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चेचेन लड़ाकों का पुतिन कनेक्शन
Russia-Ukraine war : लेकिन रूस की सियासत में नए नहीं थे। ये वही दौर था जब चेचेन्या के रिश्ते रूस के साथ बहुत अच्छे नहीं थे। इधर व्लादिमीर पुतिन को नई नई सत्ता मिली थी और उन्हें रूस को ताक़तवर बनाने की सबसे मुश्किल और बड़ी ज़िम्मेदारी मिली थी। लिहाजा अपने हौसले और अपनी शातिर चालों को समझने के लिए पुतिन ने पहली बार सियासत की बिसात पर एक चाल चली और चेचेन्या पर रूस के शासन का ऐलान कर दिया।
चेचेन्या में बवाल तो हुआ तो पुतिन ने जनमत संग्रह का अगला दांव चला और लोगों को ऐसे सब्ज़ बाग़ दिखाए गए कि जनमत संग्रह में लोगों ने रूस के समर्थन में ही अपना मत ज़ाहिर कर दिया। फिर क्या था। पुतिन की चाल कामयाब हो गई और चेचेन्या रूस का हिस्सा बन गया।
चेचेन्या की ख़तरनाक बटालियन
Russia-Ukraine war : चेचेन्या की फेडरेल गार्ड सर्विस के दक्षिणी बटालियन के लड़ाके पूरी तरह से पुतिन के ख़ास लड़ाके बनकर सामने आए। ये वो लड़ाके हैं जो पुतिन के एक इशारे पर मिट भी सकते हैं और मिटा भी सकते हैं।
ये शायद रूस की सेना की किसी भी बटालियन के मुकाबले सबसे बड़ी और एलीट भी है जिसमें हज़ारों लड़ाके मौजूद हैं। ये बात बेहद चौंकानें वाली है कि चेचेन लड़ाके शहरों से दूर जंगलों में ही रहते हैं। दुनिया में इन लड़ाकों की पहचान इनकी बेरहमी है।
पुतिन का ये था 'प्लान C'
Russia-Ukraine war : अब समझिये पुतिन का प्लान C। असल में इन्हीं लड़ाकों की एक टुकड़ी को पुतिन ने ख़ासतौर पर यूक्रेन भेजा था। टास्क था कि वो किसी भी सूरत में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की को पकड़कर उनकी हत्या कर दें। लेकिन यूक्रेन की तरफ से आए एक बयान को अगर सही मान लिया जाए तो पुतिन का ये प्लान C फेल होता दिखाई दे रहा क्योंकि यूक्रेन ने दावा किया है कि चेचेन्या लड़ाकों की टुकड़ी का सफाया कर दिया गया।
यूक्रेन के फेडरेल सिक्योरिटी काउंसिल के चीफ़ ओलेक्सी दानेलोव का कहना है कि राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेन्स्की की हत्या की साज़िश का पर्दाफ़ाश करते हुए चेचेन्या लड़ाकों की हत्या करवाई जा चुकी है और इस बारे में रूस के फेडरेल सर्विस के अफसरों को इस बारे में बताया भी जा चुका है। हालांकि इस हत्या के बारे में कोई सरकारी तौर पर पुष्टि नहीं की गई है।
ऐसे हो गया 'प्लान C' फेल
Russia-Ukraine war : हालांकि रूसी मीडिया के हवाले से एक खबर सामने आई थी कि चेचेन्या लड़ाकों को यूक्रेन के कुछ नाम चीन अधिकारियों की एक हिट लिस्ट दी गई थी। जिन्हें पकड़ने और फिर उनको मौत के घाट उतारने का काम चेचेन के खूंखार लड़ाकों को करने का टास्क था। अगर ये सही है तो पुतिन का सीक्रेट ‘प्लान C’ अब फेल हो गया है।
ऐसे में अब सवाल उठता है कि अगर पुतिन का ये ‘सीक्रेट प्लान’ फेल हो गया तो अब क्या होगा? ये बात रूस से लेकर यूक्रेन तक सवाल बनकर घूम रहा है। माना जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने अपने प्लान को फेल होता देखकर किसी नए प्लान को आगे बढ़ाने के लिए अपनी कोर टीम के साथ मंत्रणा शुरू कर दी है। मगर वो प्लान क्या होगा इस बारे में बस कयास ही लगाए जा रहे हैं।
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