थक गए हैं रूसी सैनिक! क्या यूक्रेन ने रूसी सेना को परेशान कर दिया है?
थक गए हैं रूसी सैनिक! क्या यूक्रेन ने रूसी सेना को परेशान कर दिया है? russia starts compulsory military recruitment
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रूस ने अपने देश में 18 से 27 साल तक के लोगों को सेना में अनिवार्य रूप से शामिल होना का फरमान सुना दिया है, ये फरमान इसलिए क्योंकि यूक्रेन के साथ जारी जंग के बीच अब रूसी सैनिक थकने लगे हैं। लिहाज़ा इस नई अनिवार्य भर्ती के ज़रिए नए लोगों को शामिल किया जा रहा है। नियम के मुताबिक इन लोगों को कम से कम दो साल रूसी सेना में अपनी सेवाएं देनी होगी, इतना ही नहीं भर्ती में शामिल न होने वाले लोगों को दो साल से चार साल तक की सजा दी जाएगी।
करीब दो हफ्ते से चल रही है इस जंग में उम्मीद के उलट यूक्रेनी सेना रूस की सेना को ज़बरदस्त जवाब दे रही है। यही वजह है कि रूस की करीब पौने दो लाख की फौज भी लड़ते लड़ते बुरी तरह से थक गई है और उनके हमले की रफ्तार धीमी हो गए है। जिससे रूसी राष्ट्रपति बेहद फिक्रमंद हैं और उन्होंने अनिवार्य सेना भर्ती खोल दी है। इसके तहत यूक्रेन के लिए एक लाख नई भर्तियां होंगी, सेना में अनिवार्य भर्ती के लिए नियमों को और सख्त बनाया है।
एक रिपोर्ट के मुताबिक भर्ती क्लियर करने के बाद पहले रूसी सेना की तरफ से योग्य युवाओं को पत्र भेजा जाएगा, और अगर दो हफ्ते के अंदर वो नहीं आते हैं, तो उन्हें जेल में डाल दिया जाएगा। ऐसी खबरें हैं कि रूस 1 अप्रैल तक एक लाख नई भर्तियां करेगा। आपको बता दें कि यूक्रेन ने जंग के दौरान ऐसे कई रूसियों को पकड़ा है जो कि रूसी सेना के नियमित फौजी नहीं हैं।
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रूसी सेना ने जंग की शुरुआत में अनिवार्य सेना की सेवा वाले फौजियों को युद्ध में नहीं उतारने का ऐलान किया था, लेकिन अब रूस ने ऐसे फौजियों के युद्ध में शामिल होने की बात स्वीकारी है।
यूक्रेन का दावा है कि उसने रूस के करीब 12000 से जवानों को मार गिराया है, यूरोपीय खुफिया एजेंसियां इस तादाद को 6000 से 9000 के बीच बता रही हैं। वहीं अमेरिका का आंकड़ा 3000 के आसपास है।
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