अमेरिका ने किया काबुल एयरपोर्ट के करीब रॉकेट हमला, खुफिया जानकारी पर बनाया आतंकी को निशाना
One more blast near kabul airport
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तालिबान ने दावा किया है कि काबुल एयरपोर्ट के पास हुए रॉकेट हमले को अमेरिका ने अंजाम दिया है। अमेरिका ने ये हमला एक सुसाइड बॉम्बर को निशाना बनाने के लिए किया था जो काबुल एयरपोर्ट को निशाना बनाने वाला था।
अमेरिकी इंटेलीजेंस को खुफिया जानकारी मिली थी कि एक हमलावार काबुल एयरपोर्ट पर तैनात अमेरिकी सैनिकों को अपना निशाना बनाना चाहता है जिसके बाद अमेरिका ने गुलई इलाके में छिपे इस हमलावार को अपना निशाना बनाया।
शुरुआत में इसे आतंकी हमला बताया जा रहा था लेकिन अब तालिबान की ओर से आए बयान में इस हमले के पीछे अमेरिका का हाथ होने का दावा किया गया है। एयरपोर्ट से करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर काबुल के गुलई इलाके में रॉकेट हमला किया गया। रिहाइशी इलाके में किए गए इस हमले से हड़कंप मच गया। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
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हमले वाली जगह से धुएं का गुबार उठने लगा था ।खबरों के मुताबिक इस हमले में दो लोग मारे गए हैं जिनमें एक बच्चा शामिल हैं जबकि इस हमले में तीन लोग घायल हुए हैं। काबुल के एयरपोर्ट पर हुए आतंकी हमले में करीब 180 लोग मारे गए थे। पिछले तीन दिन में काबुल में चौथा ब्लास्ट बताया जा रहा है। हालांकि इससे पहले हुए ब्लास्ट के बारे में बताया जा रहा था कि वो अमेरिका ने अपना CIA का दफ्तर उड़ाने के लिए किया था।
तालिबान के प्रवक्ता ने आजतक से खास बातचीत में कहा है कि अमेरिका के जाने के बाद अफगानिस्तान में शांति आ पाएगी। प्रवक्ता जबीउल्लाह के मुताबिक 31 अगस्त के बाद भी लोग अफगानिस्तान से बाहर जा पाएंगे । हालांकि जबीउल्लाह का कहना था कि वो अफगानिस्तान के लोगों को विश्वास दिलाते हैं कि अफगानिस्तान में वो बिल्कुल महफूज हैं और उन्हें घबराने की जरुरत नहीं है।
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जबीउल्लाह के मुताबिक तालिबान के खिलाफ पश्चिमी देश प्रोपेगेंडा कर रहे हैं और उसकी छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। तालिबान के प्रवक्ता के मुताबिक उन्होंने अफगानिस्तान में किसी के ऊपर कोई जुल्म नहीं किया है। हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं, एक बार अमेरिका और दूसरे देश अफगानिस्तान को छोड़ देते हैं उसके बाद वो पूरी तरह से हालातों को काबू में कर लेंगे।
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