मटन सूप ने खोल दिया उस क़त्ल का राज़, वरना ये परफेक्ट फिल्मी मर्डर होता
A 34year-old woman who killed her husband and tried to pass off her lover as husband, after disfiguring his face with acid has been arrested by Telangana police
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ये मामला तेलंगाना के नागरकुरनूल का है. उस दिन तारीख थी 27 नवंबर 2017. एक शख्स को आनन-फानन में प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसे भर्ती कराया गया उसका चेहरा बुरी तरह से झुलसा हुआ था. अस्पताल में इनका नाम सुधाकर रेड्डी लिखवाया गया. इन्हें भर्ती कराने वाली 34 साल की महिला स्वाति रेड्डी थीं. उन्होंने खुद को झुलसे हुए व्यक्ति की बीवी बताया. स्वाति रेड्डी ने डॉक्टरों को बताया कि कुछ लोगों ने उनके पति की पिटाई की और फिर चेहरे पर तेजाब डाल दिया.
इसके बाद महिला ने सुधाकर के माता-पिता और परिवारवालों को घटना की जानकारी दी. अगले दिन तक परिवार के सभी लोग अस्पताल में पहुंच आए. इधर, डॉक्टरों ने कहा कि सुधाकर की प्लास्टिक सर्जरी करानी पड़ेगी. परिवार के लोग खर्च करने को तैयार थे.
इसके बाद प्लास्टिक सर्जरी शुरू हुई. और सुधाकर की तबीयत में धीरे-धीरे सुधार होने लगा. अब सुधाकर अस्पताल में चलने-फिरने लगे थे. लेकिन सुधाकर के हाव-भाव को देखकर न जाने क्यों परिवारवाले थोड़ा अचरज थे. हालांकि, स्वाति रेड्डी सामान्य थी. लेकिन वो थोड़ा चिंतित जरूर रहती थी.
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इस बीच, सुधाकर अब अस्पताल से बाहर का भी खाना खाने लगे थे. इसीलिए मां ने सुधाकर की सबसे फेवरेट मटन सूप बनाया. वो खुद लेकर अस्पताल आईं. अपने हाथों से सुधाकर को खाने को दिया. लेकिन सुधाकर ने नहीं खाया. बार-बार कहने पर भी मना कर दिया. ये देख परिवार के सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए. इससे पहले, सुधाकर का हाव-भाव भी सभी को अजीब लगा था.
इसलिए परिवारवाले अब इसके पीछे की वजह का पता लगाने लगे. पत्नी से पूछा गया तो बताया कि कुछ लोगों ने घर में आकर अचानक हमला कर दिया था. लेकिन उसके एक दिन पहले ही स्वाति ने सास को फोन पर कुछ और बताया था. घटना से एक दिन पहले ही स्वाति ने सुधाकर को काम के सिलसिले में दूसरे शहर जाने की बात कही थी. लेकिन अचानक घर में हमला होने की बात सुनकर परिवारवालों को थोड़ा अजीब लगा.
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स्वाति के देवर ने पुलिस में की शिकायत
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इस पूरे मामले में सुधाकर का रहन-सहन संदिग्ध था. इसलिए स्वाति के देवर ने पुलिस से शिकायत की. उसने बताया कि अस्पताल में भर्ती शख्स मेरा सगा भाई नहीं लग रहा है. हालांकि, भाभी उसे ही अपना पति होने का दावा कर रही है. मेरा परिवार नॉन-वेज काफी पसंद करता है. लेकिन ये शख्स नॉनवेज को टच भी नहीं कर रहा है. मां ने उसकी फेवरेट मटन सूप दी. पर उसने पीने से मना कर दिया.
पुलिस ने फिंगरप्रिंट जांच की तो खुली पोल
पूरी घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने जांच शुरू की. पुलिस ने सबसे पहले स्वाति से घटना के बारे में पूछताछ की. लेकिन जितनी बार स्वाति से पूछताछ हुई उतनी बार उसने अलग-अलग जवाब दिए. इससे पुलिस का शक और गहरा गया. इसलिए पुलिस ने सुधाकर का फिंगरप्रिंट लेकर उसके आधार कार्ड से मिलान कराने का फैसला किया.
अस्पताल पहुंची पुलिस जब फिंगरप्रिंट लेने लगी तो सुधाकर बहाने बनाने लगा. इसके बाद पुलिस ने किसी तरह से फिंगरप्रिंट का सैंपल लिया. और फिर आधार कार्ड के फिंगरप्रिंट से चेक किया. फिंगरप्रिंट की रिपोर्ट देख पुलिस और वहां मौजूद लोग दंग रह गए.
फिंगरप्रिंट मैच नहीं हुआ. यानी जिसे सुधाकर होने का दावा किया जा रहा था, असल में वो नहीं था. फिर सवाल उठा कि आखिर ये है कौन? इसके बाद स्वाति से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की. तब असली कहानी सामने आई.
प्रेमी के प्यार में पति का इसलिए किया था क़त्ल
पुलिस ने स्वाति से पूछताछ की तब पता चला कि वो पेशे से नर्स है. वहीं, सुधाकर एक प्राइवेट कंपनी में आधिकारी थे. दोनों की साल 2014 में शादी हुई. शुरू में दोनों एक दूसरे से खुश थे. दिन और रात अलग-अलग शिफ्ट करने की वजह से स्वाति को पीठ और कमर में दर्द की शिकायत होने लगी.
इसलिए वो एक फिजियोथेरेपिस्ट राजेश की क्लिनिक जाने लगी. इसी दौरान दोनों में प्यार हो गया. हालांकि, स्वाति ने ये भी दावा किया कि राजेश ने उसकी अश्लील वीडियो बना ली थी. उसी वीडियो के जरिए उसने ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था.
राजेश ही उस पर शादी करने का दबाव डालने लगा था. इसलिए दोनों ने मिलकर सुधाकर को रास्ते से हटाने का फैसला ले लिया. इस घटना को अंजाम देने के लिए स्वाति ऐसी साजिश करना चाहती थी जिससे सुधाकर मर जाए और किसी को पता भी न चले.
साउथ की फिल्म YEVADU देख रची साजिश
पुलिस के सामने स्वाति ने जब साजिश रचने का खुलासा किया तब किसी को भरोसा ही नहीं हुआ. स्वाति ने बताया कि उसने काफी पहले तेलुगू फिल्म येवाडू (YEVADU) देखी थी. उसमें एक की हत्या के बाद दूसरे व्यक्ति का चेहरा जलाकर प्लास्टिक सर्जरी करा दी जाती है.
जिससे दूसरा व्यक्ति मरे हुए व्यक्ति की जगह ले लेता है. अब इसी सीन को समझने और साजिश रचने के लिए स्वाति ने 20 से ज्यादा बार फिल्म देखी. इसके बाद राजेश के साथ मिलकर सुधाकर की हत्या कर डाली.
पहले बेहोश किया फिर हत्या, शव को जंगल में जलाया
ये सनसनीखेज दास्तान उस नर्स की है जिसे मरीज भगवान मानते हैं लेकिन वो अपने पति के लिए हैवान बन गई. साजिश को अंजाम देने के लिए स्वाति ने छुट्टी का दिन चुना. 26 नवंबर 2017 को रविवार था. दोपहर में सुधाकर आराम करते हुए सो गए. उसी दौरान स्वाति ने उन्हें एनिसथीसिया का इंजेक्शन लगा दिया.
स्वाति ने पुलिस को बताया कि नर्स का काम करते हुए उसे पता था कि कितनी मात्रा में एनिसथीसिया की डोज देनी है. अब सुधाकर पूरी तरह बेहोशी की हालत में थे. तभी स्वाति ने प्रेमी राजेश को बुला लिया.
इसके बाद दोनों ने लोहे की रॉड से सुधाकर के सिर पर कई बार वार किए. जिससे सुधाकर की मौत हो गई. फिर सुधाकर के चेहरे को बुरी तरह से कुचल दिया. ताकी उसे कभी भी कोई पहचान न सके. इसके बाद रात में शव को जंगल में गए और गड्ढा खोदकर उसी में जला दिया. ताकी कभी शव मिल भी जाए तो उसकी पहचान न हो सके.
स्वाति ने खुद ही प्रेमी पर तेजाब डाल जलाया
सुधाकर के शव को ठिकाने लगाने के बाद स्वाति और राजेश घर आ गए. इसके अगले दिन स्वाति ने खुद ही राजेश के चेहरे पर तेजाब डाला था. तेजाब भी उतना ही डाला था जिससे सिर्फ 30 फीसदी चेहरा ही झुलसे. क्योंकि वो जानती थी कि चेहरा ज्यादा झुलस जाने पर प्लास्टिक सर्जरी में भी दिक्कत आएगी.
इसलिए जब राजेश का चेहरा झुलस गया तो उसे अस्पताल लेकर जाती है. स्वाति की साजिश थी कि प्लास्टिक सर्जरी के बाद राजेश को सुधाकर जैसा चेहरा मिल जाएगा. इसके बाद दोनों पति-पत्नी की तरह रहेंगे. लेकिन उनकी इस साजिश को मृत सुधाकर की मां के हाथों बनाई मटन सूप ने नाकाम कर दिया.
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