10 रुपए के एसिड से वो क़त्ल के हर सबूत मिटाना चाहता था, PUBG के वाउचर के चक्कर में फंसा लड़का
minor murder over game killed by friend burnt his face by acid
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मध्य प्रदेश के उज्जैन से एक ऐसी हैरतअंगेज़ वारदात सामने आई है जिसे सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे. इस ख़बर को पढ़कर आप सिहर उठेंगे. PUBG और FREE FIRE गेम के टॉपअप वाउचर के चक्कर में एक नाबालिग की बेरहमी से हत्या कर दी गई.
नागदा तहसील में 9 जुलाई की शाम 6 बजे कराटे क्लास के लिए 17 वर्षीय रितेश गुर्जरवाडीया घर से निकला लेकिन कभी वापस लौटकर नहीं आया.वो घर से चला तो गया लेकिन जब वापस लौटकर नहीं या तो घबराए पिता ने बिरलाग्राम थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई.
पुलिस ने फौरन क्शन लिया और रितेश की तलाश शुरू की. लेकिन रितेश का पता कहीं नहीं चल पाया.पिता की हालत ख़राब हो गई थी और अगले दिन बेटे की लाश देखकर वो पूरी तरह से टूट गए. बेटे रितेश की लाश लंबे समय से बंद पड़ी BCCI कॉलोनी के एक खंडर में मिली. जिसके बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया.
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दोस्त ही निकला हत्यारा
पुलिस हत्या का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. जांच पड़ताल करते हुए CCTV फुटेज के आधार पर क़ानून के हाथ मृतक रितेश के दोस्त सत्यम तक पहुंचे. सीसीटीवी फुटेज देखकर पुलिस के भी होश उड़ गए. पुलिस ने इस सनसनीख़ेज मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जांच पड़ताल के दौरान बस स्टैंड पर लगे CCTV फुटेज में आखरी बार रितेश को सत्यम निम्बोला आरोपी के साथ जाते देखा गया.
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जब आरोपी के साथ रितेश को देखा गया तो पुलिस ने आरोपी सत्यम के घर की तलाश शुरू की गई. पुलिस के आरोपी के घर की तलाशी ली गई तो वो गायब मिला. नागदा इलाके में छानबीन के दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दी कि BCCI के एक खंडर में एक बच्चे की लाश पड़ी है. इतना पता चलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव की पहचान के लिए रितेश के परिजनों को बुलाया गया.
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बाप ने शीनाख़्त की तो लाश रितेश की ही निकली. आगे की छानबीन की गई तो पुलिस का पता चला कि रितेश की हत्या गला दबाकर की गई. शव की पहचान ना हो सके इसलिए हत्यारे ने चेहरे को एसिड डालकर खराब करने की कोशिश भी की.
पूरी प्लानिंग के साथ की थी हत्या
बड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया. जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि वो रितेश को बस स्टेंड पर छोड़ कर चला गया था. जिसके बाद रितेश अपने किसी दोस्त के साथ चला गया.
एक तरफ जहां आरोपी ने ये कहानी सुनाई तो वहीं बस स्टैंड पर लगे सीसीटीवी ने कुछ और ही कहानी बयां की. पुलिस ने जब सत्यम से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूला और बताया कि उसने कैसे रितेश को मौत के घाट उतारा था.
आरोपी ने बताया की रितेश ने ऑनलाइन गेम खेलने के लिए उससे 5 हजार रुपये उधार लिए थे. जो वह वापस नहीं कर रहा था. 8 जुलाई की सुबह भी रुपयों को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ था. इस बीच रितेश ने दोस्त सत्यम को कुछ ऐसी बातें बोल दीं जिसे सुन आरोपी का माथा ठनका गया. अब सत्यम ने रितेश हत्या कर घरवालों से फिरौती मांगने की ठान ली.
दोपहर 11 बजे करीब वो बस स्टेंड गया. जहां उसने प्लास्टिक वाले की दुकान से टॉयलेट साफ करने के नाम पर 10 रुपये की एक एसीड की बोतल खरीदी. इसके बाद वो अकेला बिरलाग्राम के BCCI खण्डर गया और वहां से एसिड छुपाकर ले आया. अब देर शाम 5 बजे वो अपने छोटे भाई शुभम और दोस्त रितेश को लेकर कराटे कोचिंग क्लास गया.
6:30 बजे क्लास छूटने के बाद उसने रितेश से उसका मोबाइल देखने के लिए लिया और चुपके से अपना सिम डालकर मोबाइल अपने पास रख लिया. फिर बस स्टेंड पर शुभम(भाई) को छोड़ा और रितेश को लेकर चला गया.
दोस्त का क़त्ल करने के बाद चेहरे पर डाला एसिड
बीसीआई खण्डर पहुंचकर उसने रितेश से अपने 5 हजार रुपये मांगे. जिसके बाद दोनों में हाथापाई हुई. लडाई के दौरान रितेश के पेट पर चोट लगने से वो बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा. रितेश के बेहोश होते ही सत्यम ने अपनी कोहनी से उसका गला दबाकर उसे मौत क् घाट उतार दिया.
इतना ही नहीं सत्यम ने फिर रितेश के चेहरे पर एसिड डाल दिया, और मोटरसाइकिल से बस स्टेंड पहुंचा. घर पहुंचने के बाद सत्यम ने रितेश के सिम से उसके पिता को फोन लगाकर एक लाख रुपये की मांग भी की थी.
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