MP Crime: एक पेड़ तीन बहनों की फांसी, पेड़ से लटकती 3 बहनों की लाश मिलने से सनसनी
MP News: मरने वाली तीनों लड़कियां आदिवासी परिवार से ताल्लुक रखती थीं। गांव के एक पेड़ पर तीनों बहनों की लाशे फंदे पर लटकती हुई मिलीं हैं।
ADVERTISEMENT
खंडवा से जय नागड़ा की रिपोर्ट
MP Crime News: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के भानगढ़ (Bhangarh) से बाहद चौंकाने वाली खबर आई है। यहां कोटा घाट के आदिवासी फल्या में रहने वाली तीन सगी बहनों (Real Sisters) ने पेड़ पर फांसी का फंदा (Hanged) लगाकर खुदकुशी (Suicide) कर ली। यह घटना मंगलवार रात 11 बजे के बाद की बताई जा रही है। हैरानी की बात ये है कि जान देने वाली तीन बहनों में एक की शादी हो चुकी है और ये विवाहित दो दिन पहले ही मायके आई थी।
मरने वाली बहनों के नाम सोनू उम्र 22 वर्ष, सावित्री उम्र 21 वर्ष और ललिता उम्र 19 वर्ष हैं। जानकारी के मुताबिक लड़कियों के पिता जामसिंह का निधन हो चुका है। मंगलवार रात घर में हरलीबाई उसका बेटा भुरू और उसकी पत्नी , छोटा बेटा रवि (12 वर्ष ) और तीन बेटियां सनू (23 वर्ष ), सावित्री (20 वर्ष ) और ललिता (19 वर्ष ) घर में खाना खाने के बाद सो गई थी।
ADVERTISEMENT
रात में दस बजे हरलीबाई की नींद खुली तो उसने दूसरे कमरे में जाकर देखा तो तीनो बेटियां गायब थी। उसने बेटे भुरू को उठाया तो देखा कमरे की बाहर से कुण्डी लगी हुई थी और आसपास कहीं कोई नज़र नहीं आ रहा था। वह रात में टॉर्च लेकर निकला तो करीब ही एक नीम के पेड़ से तीनो बहने एक ही रस्सी से गले में लटकी हुई थी।
शुरुआती पुलिस जांच में ये मामला सामूहिक आत्महत्या का नज़र आता है। लेकिन हैरानी इस बात की है कि इन सगी बहनों ने खुदकुशी क्यों की इसका जवाब किसी के पास नहीं है। ना तो गांव के लोग और ना ही लड़कियों के परिजन या बता पा रहे हैं कि आखिर सगी बहनों ने खुदकुशी क्यों की?
ADVERTISEMENT
इस पूरे मामले में चौकाने वाली बात यह है कि परिवार में कोई विवाद, कोई तकलीफ या परेशानी सामने नहीं आई है। परिवार में बेटियों की शादी की भी कोई समस्या नहीं थी। पूरे परिवार में पांच बेटियां है जिनमे से सबसे बड़ी चम्पा (32 वर्ष ), अनिता (30 वर्ष) और सावित्री ( 20 वर्ष ) की शादी हो चुकी थी।
ADVERTISEMENT
सनू (23 वर्ष ) सावित्री से बड़ी थी लेकिन वह पढ़ना चाहती थी इसलिए उसने अभी शादी करने का मना किया था जिसे परिवारजनों ने मान भी लिया था। वह मोटरसाईकल चलाती थी।
इससे साफ हो जाता है कि लड़कियों पर घर परिवार में कोई बंधन भी नहीं था। सनू खण्डवा के एसएन कॉलेज में बीए की छात्र थी जो यहाँ हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रही थी। वो अभी त्यौहार की वजह से वह गांव आयी थी और उसकी छोटी बहन सावित्री भी ससुराल से त्यौहार के लिए ही कुछ दिन पहले घर आई थी।
सावित्री के ससुराल वाले भी हैरान हैं कि यह घटना कैसे हो गई ? फिलहाल पुलिस ने लाशों का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस अफसरो का कहना है कि पुलिस हर एंगल पर जांच कर रही है।
ADVERTISEMENT