Lawrence Bishnoi VS Bambiha Gang: एक दूसरे की जान के पीछे पड़े हुए है गोल्डी बरार और बंबिहा गैंग

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Lawrence Bishnoi VS Bambiha Gang:तो क्या आज बंबिहा गैंग और लॉरेंस बिश्नोई/गोल्डी बरार के बीच गैंग वार छिड़ गई है? जिस तरह से गैंगस्टर संदीप की हत्या हुई, उससे कई सवाल खड़े हो गए है। इस हत्या की जिम्मेदारी बंबिहा गैंग और कौशली चौधरी गैंग ने ली है। आर्मीनिया में बैठा लक्की पटियाल बंबिहा गैंग को चलाता है। बंबिहा गैंग को दविंदर बंबिहा चलाता था। दविंदर 2016 में एनकाउंटर में मारा गया था, लेकिन उसका गैंग अब भी एक्टिव है।

लॉरेंस बिश्नोई और बंबिहा गैंग में गैंगवॉर की कहानी काफी पुरानी है

कैसे दोनों गैंग एक दूसरे के खिलाफ हो गए ? इसके बारे में आपको बताते है।

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लवी का खात्मा : सबसे पहले हत्या हुई लवी दयौड़ा की। लवी दविंदर बंबिहा गैंग से जुड़ा हुआ था। उसकी हत्या लॉरेंस बिश्नोई के शूटर संपत नेहरा और उसके साथियों ने की थी।

लॉरेंस का खासमखास अंकित मारा गया : फिर लॉरेंस की गैंग के शार्प शूटर अंकित भादू का एनकाउंटर हो गया। लॉरेंस को शक था कि पुलिस को अंकित की मुखबरी बंबिहा गैंग से जुड़े मनप्रीत मन्ना ने की थी।

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मन्ना की हत्या हुई : इसके बाद 12 दिसंबर 2019 को मालोट के एक मॉल के बाहर मन्ना की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई।

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गोल्डी बराड़ के भाई की भी हुई थी हत्या: 10 अक्टूबर 2020 को गुरलाल बराड़ की हत्या हुई। गुरलाल बराड़ रिश्ते में कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ का भाई था। उसे बंबिहा गैंग के हेड लकी ने मरवाया था।

इसके बाद गोल्डी बराड़ ने 22 अक्टूबर 2020 को बंबिहा ग्रुप के रणजीत सिंह राणा की हत्या करवा दी थी। उसके बाद लॉरेंस गैंग ने कांग्रेस प्रधान गुरलाल पहलवान की हत्या करवा दी।

बाद में लक्की पटियाला ने 2021 में पहले लॉरेंस के करीबी माने जाने वाले विक्की मिद्दूखेड़ा की हत्या करवाई और मार्च 2022 में जालंधर में इंटरनेशनल कबड्डी खिलाड़ी संदीप नंगल अंबिया की हत्या करवा दी।

विक्की और फिर सिद्धू की हत्या : मिद्दूखेड़ा की हत्या का बदला लेने के लिए ही लॉरेंस गैंग ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या करवाई थी।

संदीप की हत्या: अब बंबिहा गैंग और कौशल चौधरी गैंग ने संदीप बिश्नोई उर्फ सेठी की गोली मारकर हत्या कर दी है।

इसी साल 5 अगस्त को फिलिपींस में बंबिहा गैंग के गैंगस्टर की हत्या हो गई थी। इसकी जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ ने ली थी।

यानी ये गैंग एक दूसरे के खून का प्यासा है। गैंग के मेन लोग यानी लॉरेंस बिश्नोई/गोल्डी बरार और बंबिहा गैंग से जुड़ा लकी पटियाल अभी तक बचे हुए हैं, लेकिन इन दोनों साइडों के कई बदमाश मारे जा चुके हैं और इस सबके बीच पुलिस इस गैंगवार को रोक पाने में नाकाम साबित हो रही है। साथ साथ दबे स्वर में कई पुलिस वाले ये बोलते है कि जो काम हमे करना चाहिए था वो ये बदमाश खुद ही कर रहे हैं।

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