पुतिन की परमाणु हमले की प्लानिंग से पेंटागॉन में टेंशन, पांच संकेतों में छुपा तीसरा विश्व युद्ध
किन संकेतों में छुपा है तीसरा विश्व युद्ध, पुतिन की किस प्लानिंग ने निकाल दिया पेंटागॉन का पसीना, पांच संकेतों में तीसरा विश्व युद्ध, परमाणु हमला किसना सच कितना फरेब, How far Third World War,
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Russia - Ukraine War: रूस और यूक्रेन की जंग को 51 दिन गुज़र गए हैं। लेकिन ऐसा लगता है कि इस जंग का अभी आधा सफर ही तय हुआ है। इन बीते 51 दिनों के दौरान जिस बात को लेकर सबसे ज़्यादा सस्पेंस रहा वो था रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की लोकेशन। जिसके बारे में रूस से लेकर और पेंटागॉन तक किसी को भी कोई अंदाज़ा नहीं है।
व्लादिमीर पुतिन ने 24 फरवरी को जब ऑपरेशन यूक्रेन का ऐलान किया था तो उस वक़्त टीवी पर जो तस्वीरें पुतिन की नज़र आई थी वो सारी की सारी उनके दफ़्तर की थी। जबकि जंग के 23 दिनों के बाद यानी 18 मार्च को पुतिन पहली बार अपने दफ़्तर के बाहर मॉस्कों में हुई एक रैली में नज़र आए।
Russia - Ukraine War: उस रैली में पुतिन ने यूक्रेन के ख़िलाफ रूसी सेना के ऑपरेशन को सही ठहराया। हालांकि ताज़ा खुलासा यही है कि पुतिन युद्ध के बाद पहली बार ऑफिशियली 12 अप्रैल को बाहर निकले जब बेरारूस के तानाशाह और उनके पुराने जिगरी साथ थे।
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व्लादिमीर पुतिन की परछाईं का पता लगाने के लिए पेंटागॉन तक परेशान है। लेकिन पश्चिमी देशों को पुतिन ने खुली चुनौती दी है। धमकी की शक्ल में दी गई उस चुनौती का लब्बोलुआब यही है कि अगर इस जंग में यूक्रेन के भीतर कोई तीसरी ताक़त घुसी या कोई तीसरे देश की एंट्री होती है तो परमाणु युद्ध का टलना मुश्किल हो जाएगा।
Russia - Ukraine War: लेकिन पुतिन की धमकी के बावजूद बीते कुछ घंटों में जो खबरें आई, उससे ये साफ हो गया है कि दुनिया को थर्ड वर्ल्ड वॉर से कोई चमत्कार ही बचा सकता है। दरअसल जो संकेत मिल रहे हैं उन्हें देखने और समझने के बाद दुनिया भर के तमाम जानकार इसी बात का अंदेशा जता रहे हैं कि जंग का ये रास्ता विश्व युद्ध की तरफ ही जाता दिखाई देता है।
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संकेत नंबर-1
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रूसी युद्धपोत का यूक्रेन के हमले में तबाह होकर ब्लैक सी में डूब जाना, जिसके बारे में यही कहा जाता है कि वो जंगी जहाज़ असल में व्लादिमीर पुतिन का महाबली था। जो परमाणु हथियारों को ले जाने और उनको चलाने में पूरी तरह से सक्षम भी था।
संकेत नंबर-2
Russia - Ukraine War: रूस में घुसकर यूक्रेनी की नई एयरस्ट्राइक, ये सबसे बड़ा संकेत है जिसके बारे में युद्ध के कई जानकार पहले भी बता चुके हैं। व्लादिमीर पुतिन को जानने और समझने वालों का दावा है कि यूक्रेन की नई एयरस्ट्राइक ने पुतिन को अपने हमले और तेज़ करने का सबसे अच्छा बहाना दे दिया है।
मुमकिन है कि ये एयरस्ट्राइक भी पहले की ही तरफ पुतिन की की चाल हो, लेकिन इसी चाल की आड़ में पुतिन यूक्रेन पर तगड़ा हमला कर सकते हैं जिससे जंग की आग के और भड़कने की आशंका बढ़ जाती है।
संकेत नंबर-3
यूक्रेन को हथियारों का जखीरा भेजा गया। असल में अमेरिका ने 24 घंटे पहले ही ऐलान किया था कि वो 60 अरब रूपये के बराबर के हथियार यूक्रेन को देगा। यानी ये सीधे तौर पर रूस को अमेरिका की चेतावनी है जिसके बारे में पुतिन ने बहुत पहले ही कह दिया था। रूस का कहना था कि अगर इस जंग में कोई तीसरा आया तो बात यूक्रेन की हद से आगे निकल जाएगी।
संकेत नंबर-4
Russia - Ukraine War: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस बात के संकेत दिए हैं कि वो कीव दौरे पर जा सकते हैं। ये सरासर रूस को भड़काने वाली कार्रवाई मानी जा सकती है। दुनिया के कई विशेषज्ञ ऐसा मानते हैं कि अमेरिका का ये कदम रूस को इस बात को अमल में लाने के लिए सीधे तौर पर हरी झंडी की तरह होगा कि वो जैसा चाहे और जितना तगड़ा चाहे हमला कर सकता है।
संकेत नंबर-5
कीव पर मिनी परमाणु बम गिरा सकते हैं पुतिन। पिछले कुछ अरसे में देखा जा रहा है कि रूसी सेना के वो तमाम बख़्तरबंद गाड़ियां तेजी से कीव की तरफ जाती दिखाई दी जिनसे परमाणु बम ढोने की क्षमता है। कहा जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति क़रीब क़रीब खाली हो चुके कीव पर न्यूक्लियर टैक्टिकल बमों से हमला कर सकते हैं।
Russia - Ukraine War: ये वही सकंते हैं जिसके बाद आशंका जताई जा रही हैं कि पुतिन अपनी टॉप टीम के साथ एटमी बंकर में शिफ्ट हो चुके हैं। लेकिन पुतिन का टॉप सीक्रेट बंकर कहां हैं, उसे लेकर कुछ भी साफ नहीं है। हालांकि रूस के तीन परमाणु बंकरों की साइट की खुफिया तस्वीरें अमेरिका अपने स्पाई सैटेलाइट से खींच चुका है।
रूस के परमाणु बंकर की जो तस्वीरें अमेरिका के पास हैं उनको लेकर कुछ दावे भी किए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि पुतिन फिलहाल मॉस्को में तो नहीं हैं बल्कि किसी परमाणु बंकर में मौजूद है।हालांकि रूस की तरफ से ऐसे दावा का खंडन किया जा रहा है।
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