Shams Ki Zubani: दुनिया हैरान थी वो बच कैसे गई? फिर उसी वजह से शुरू हुई फांसी की सज़ा
Shams Ki Zubani: एक ऐसी कहानी जिसने पूरे अमेरिका में कोहराम मचा दिया, यहीं से शुरु हुई सजा ए मौत की सजा की मांग।
ADVERTISEMENT

Shams Ki Zubani: दुनिया में कई देश हैं जहां सजा ए मौत का प्रावधान नही है कई देशों में मौत की सजा दी जाती है। मौत की सजा देने के तरीके भी अलग अलग हैं। आज की कहानी उस देश की है जहां डेथ पेनाल्टी नहीं बोती थी। यहां एक ऐसा केस आया जिसने अदालत का फैसला बदल दिया और देश का कानून बदल दिया गया। यह कहानी अमेरिका के कैलिफोर्निया की है 50 साल का लॉरेंस बर्नार्ड सिंगेटल की कहानी है।
लॉरेंस पहले नेवी में मर्चेंट सीमैन था। बुरी आदतों के चलते उसने नौकरी छोड़ दी थी। पहली बीवी से तलाक हो चुका था दूसरी बीवी को बेहद टॉर्चर किया करता था। मारता पीटता और जुल्म करता था। जिसके बाद दूसरी बीवी ने भी तलाक दे दिया। लॉरेंस कई बार छेड़खानी के केस में जेल भी गया था।
वहीं लॉसवेगस में एक और परिवार रहता था जिसमें उनके 6 बच्चे थे। इस परिवार में पति पत्नी में झगड़े होते थे। उनकी एक बेटी थी मैरी विंसेंट। जोकि मां बाप के झगड़ों से ऊब गई थी। एक दिन झगड़ों से दुखी होकर मैरी विंसेट घर से भाग गई। उसने सड़कों पर कई रातें गुजारीं। एक रोज वो लिफ्ट लेकर अपने दादा के पास कैलिफोर्निया चली गई।
ADVERTISEMENT
यहां भी मैरी का दिल नही लगा लिहाजा वो दादा के घर से चुपचाप निकल गई। अब वो रात में लिफ्ट लेने के लिए सड़क के किनारे खड़ी थी। 29 सितंबर 1978 की बात है मैरी लिफ्ट का इशारा करती है लेकिन कोई कार नहीं रुकती। जिस जगह मैरी खड़ी थी वहां दो और लोग भी लिफ्ट का इंतजार कर रहे थे। इन दोनों को भी लॉसवेगास जाना था। काफी देर के बाद एक नीले रंग कार आती है कार रुकती है मैरी भागकर कार के पास जाती है और कहती है हम तीनों को लॉसवेगस जाना था।
कार के ड्राइवर का नाम था लॉरेंस बर्नार्ड। ड्राइवर ने लड़की से कहा तुम्हे अकेले ले जा सकता हूं। मैरी ने कहा कि रुकिए मैं बैग लेकर आती हूं। इसी दौरान मैरी के साथ लिफ्ट का इंतजार कर रहे दोनों ने कहा बात बहुत अजीब है कार खाली है लेकिन ये ड्राइवर हमें क्यों लिफ्ट नही दे रहा है। दोनों ने मैरी से कहा कि चली जाओ 50 साल का बुजुर्ग है कोई दिक्कत नही है।
ADVERTISEMENT
मैरी कार में बैठ जाती है और यह कार चल पड़ती है। दोनों बातें शुरु करते हैं। ड्इवर कहता है तुम्हारी उम्र की मेरी बेटी है। इसी दौरान मैरी की आंख लग गई। जब वो उठी देखा रास्ता गलत है मैरी ने छूटते ही बोला कहां ले जा रहे हो। ड्राऴर हड़बड़ा के बोला “ ओह सॉरी! लगता है मैं रास्ता भटक गया हूं। जिसके बाद वो वापस हाईवे पर ले गया। वो कार में जैसा बर्ताव कर रहा था विंसेंट डर रही थी। वो समझ गई थी कि यह आदमी ठीक नही है। लिहाजा उसने कार से कूदने का फैसला लिया।
ADVERTISEMENT
इसी बीच ड्राइवर ने कार में सिगरेट पीना शुरु कर दिया तो मैरी को खांसी आने लगी। जिसके बाद ड्राइवर कार से बाहर निकल गया और मैरी जल्दी से अपने जूते का फीता बांधने के लिए नीचे झुकी। इसी दौरान ड्राइवर ने किसी वजनी चीज से मैरी के सिर पर जोरदार वार किया। मैरी कार की पिछली सीट पर बेहोश हो गई। जब उसकी आंख खुली तो देखा सुबह हो चुकी है हाथ पैर बंधे हुए हैं जिस्म पर कोई कपड़े नहीं है। समझते देर नही लगी कि पूरी रात ड्राइवर ने उसका रेप किया था।
मैरी अपनी हालत देखकर रोने लगी और ड्राइवर से बोली “ प्लीज मुझे जाने दो...मुझे छोड़ दो। तभी ड्राइवर बोला कि चलो तुम्हे छोड़ दूंगा और वो कार की रतफ गया लेकिन वापस आया था मैरी के जिस्म से मानों खून सूख गया। ड्राइवर कार से कुल्हाड़ी लाया था जिसके बाद उसने पहले मौरी की कलाई काट दी। कोहनी से हाथ काट दिया और फिर दूसरी कलाई और हाथ काट दिए। इतना होने के बावजूद मैरी होश में थी बेतहाशा रो रही थी।
दरअसल जहां यह जहां कार रुकी थी वो एक टीलानुमा जगह थी। उसके नीचे तीस फीट गहरी खाई थी। हाथ काटने के बाद ड्राइवर ने मैरी के सिर के बाल पकड़े और उसको घसीटता हुआ खाई में फेक दिया। उसे लगा कि अब तो मैरी मर गई होगी और वो सिगरेट पीकर वहां से निकल गया। अब मैरी नीचे गिरी हुई थी उसके हाथ कटे थे। पथरीली जमीन पर गिरी थी लिहाजा सीनें की 4 पसलियां टूट गईं थी। उससे खड़ा भी नही हुआ जा रहा था। हां वो सांस रोक के पडी रही ताकि ड्राइवर को पता ना चले कि वो जिंदा बच गई है। जब उसे यकीन हो गया कि ड्राइवर वहां से जा चुका है तब उसने चट्टानों पर चढ़ना शुरु किया।
30 फीट की ऊंचाई तक पहुंचने में मैरी को पूरी रात पूरा दिन निकल गया तब वो ऊपर पहुंच सकी। कीचड़ में हाथ डाला ताकि खून रुक जाए। हाथ हवा में उठा रखे थे ताकि खून कम बहे। मैरी को ऊपर आते आते दूसरी शाम हो चुकी थी। अब रास्ते में वो किसी वाहन का इंतजार कर रही थी। पूरी रात यूं ही काटी उसको कोई लिफ्ट नही मिला। सुबर भोर में कार की आवाज सुनाई दी हाथ कटे खून से लथपथ नंगी हालत में आखिर उसको कौन देता लिफ्ट। कोई नही रुक रहा था।
Shams Ki Zubani: लोग डर के कार नहीं रोक रहे थे। वो धीरे धीरे बेहोशी की हालत में जा रही थी। थोड़ी देर बाद पुराना सा ट्रक गुजरता है ट्रक में ड्राइवर और उसकी पत्नी हनीमून करके लौट रहे थे पति पत्नी नीचे उतरे और मैरी को अपने साथ ले चलते हैं। थोड़ी ही दूरी पर इमरजेंसी फोन बूथ पर दोनों पुलिस को फोन करते हैं। चंद लम्हों में चॉपर आता है मैरी को अस्पताल ले जाया जाता है। मैरी अब भी होश में थी और जिंदा थी। डॉक्टर हैरान थे कि मैरी आखिर जिंदा कैसे है। आधे से ज्यादा खून बह चुका था।
पूरे जिस्म में जहर फैल चुका था होता भी क्यों ना जख्मों को 30 घंटे से ज्यादा का वक्त हो चुका था। पुलिस ने मैरी का स्टेटमेंट लिया। मैरी को गाड़ी का नंबर याद नही था हां ड्राइवर का हुलिया और कार का रंग याद था। जिसके बाद उसने पुलिस को सबकुछ बताया और पुलिस ने स्केच बनाया गया। वांटेड के जगह जगह फोटो लगाए गए और अखबार मे इश्तेहार दिए गए। इश्तेहार देखकर लारेंस के पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने पहचाना कि ये लारेंस बर्नार्ड है।
महिला ने फौरन पुलिस को सूचना दी और लारेंस के बारे में सबकुछ बता दिया। पुलिस ने छापा मरकर लारेंस को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस लॉरेंस पर रेप और हत्या की कोशिश का केस चलाती है। मुकदमा अदालत में चलने लगता है। अदालत में सुनवाई के दौरान लॉरेंस कहता है उसपर लगे आरोप झूठे हैं। मैरी एक वेश्या है मैने इसको पैसे दिए थे।
लाख दलीलों के बाद भी अदालत ने लारेंस के दोषी करार दिया। दोनों पक्षों को सुना गया और आखिर में जज ने कहा कि मेरे पास पॉवर होती तो लारेंस को वो सजा देता कि ये पूरी जिंदगी जेल में सड़ कर मर जाता। जिसके बाद कानून के मुताबिक इस घिनौने भयानक जुर्म के बाद भी लॉरेंस को 14 साल की सजा हुई। दरअसल कैलिफोर्निया में 1778 से 1972 तक सजा ए मौत प्रावधान था लेकिन 1972 में ह्यूमन राइट्स ने डेथ पेनाल्टी के विरोध के बाद कानून रोक लग गई।
14 साल की सजा का प्रावधान हो गया। लोग हैरान तब रह गए जब 8 साल बाद लॉरेंस को पेरोल पर रिहा कर दिया गया। 8 साल बाद लॉरेंस बाहर निकला तो मैरी घबरा गई बेहद डर गई। मैरी इसलिए डरी थी क्योंकि अदालत में सुनवाई के दौरान लॉरेंस ने मैरी के कान में कहा था कि अपना आधा काम पूरा करुंगा। वही शख्स जेल से बाहर आ चुका था। मीडिया में खबरे छपने लगीं लेकिन कुछ भी नही हुआ।
Shams Ki Zubani: लॉरेंस की रिहाई के साल भर बाद ही पुलिस के पास एक फोन आया कि जो शख्स 8 साल बाद जेल से आया है उसने एक औरत पर हमला कर दिया है। मौके पर पुलिस जाती है तो देखती है घर में महिला का कत्ल कर दिया गया था। कत्ल करने वाला कोई और नहीं बल्कि लॉरेंस था। घर में तीन बच्चे भी मौजूद थे। इस केस में भी मैरी की गवाही होती है एक बार फिर अदालत में लॉरेंस से आमना सामना होता है।
लॉरेंस की कम सजा को लेकर लोगो ने आवाज उठाना शुरु कर दिया। सजा ए मौत की मांग पर बहस और आंदोलन शुरु हो गए और फिर कानून बदला गया। नए कानून के तहत हीनियस क्राइम में 25 साल की सजा का प्रावधान रखा गया। कानून में ये भी कहा गया कि अदालत चाहे तो अपराधी को सजा ए मौत भी दे सकती है। इसी नए कानून के तहत दो कत्ल के मामले में लॉरेंस को सजा ए मौत दी गई।
2001 में उसको मौत की सजा पर अमल किया जाना था। सजा से पहले ही 28 दिसंबर 2000 को फ्लोरिडा की जेल में लॉरेंस की मौत हो गई। लॉरेंस को कैंसर था। मैरी को लॉरेंस की मौत पर बेहद अफसोस था कि उसका दोषी सजा से नही मरा बल्कि बीमारी से मर गया। अदालत में सुनवाई के दौरान ये भी फैसला दिया था कि ने विंसेट को लॉरेंस ढाई मिलियन डॉलर जुर्माना देगा। लेकिन मौते के बाद पता चला कि लॉरेंस के अकाउंट में पैसे ही नही थे।
इसी दौरान एक शख्स विंसेंट की जिंदगी में आया और दोनों ने शादी कर ली। अब दोनों पति पत्नी मिलकर अपनी एनजीओ चलाते हैं। मैरी के दो बच्चे और खुशहाल जिंदगी हैं। आपको बता दें कि साल 2019 में दोबारा कैपिटल पनिशमेंट पर रोक लगा दी गई है।
ADVERTISEMENT