Kahani : एक ज़िंदगी आनी थी, दूसरी जानी थी, जन्म से पहले मौत की अजीब कहानी

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Shams ki Zubani : आज की कहानी गुजरात के वलसाड की है. वलसाड में एक नदी के किनारे 28 अगस्त को एक लावारिस कार मिली. उस कार में एक महिला की लाश थी. वो भी पिछली सीट पर. किसी राहगीर ने इस लावारिस कार और उसमें शव होने की सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. तब पता चला कि एक दिन पहले ही लापता हुई ये फेमस गरबा सिंगर वैशाली बलसारा (Vaishali Bulsara) की लाश है.

असल में वैशाली के पति हितेश उर्फ हरेश बलसारा ने इसकी शिकायत पुलिस में की थी. अब पुलिस तफ्तीश शुरू करती है. पहले तो लगता है कि कहीं पति ही तो कातिल नहीं है. लेकिन उनके खिलाफ कोई ऐसा सबूत नहीं मिलता है जिससे पुलिस को शक लगे. इसके बाद आगे क्या होता है. कौन था बबिता का कातिल. जानते हैं आज की शम्स की जुबानी (Shams Ki Zubani) में..

वो गरबा सिंगर अचानक 27 अगस्त को हुई थी लापता

गुजरात का गरबा. एक फेमस डांस. गरबा की धुन ही अलग और गाने भी बेहद खास. गरबा वैसे तो संस्कृत के गर्भ द्वीप से बना है. जिसमें डांडिया लेकर लोग डांस करते हैं. इसी गरबा की जानी-मानी गुजरात के वलसाड की लोक गायिका सिंगर 34 साल की वैशाली बलसारा थीं. 27 अगस्त 2022 को वो घर से कुछ काम के इरादे से गईं थीं. लेकिन फिर नहीं लौटी. इनके पति हितेश म्यूजिशियन हैं. हितेश और वैशाली दोनों मिलकर ही देश और विदेशों में गरबा शो में शामिल होते हैं.

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अब 27 अगस्त की शाम तक जब वैशाली घर नहीं लौटी तो हितेश ने कई बार फोन किया. लेकिन फोन बंद मिला. देर रात होने पर भी कोई जानकारी नहीं मिली. इसके बाद हितेश ने वलसाड पुलिस थाने में वैशाली के लापता होने की शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने जांच शुरू की.

अगले दिन 28 अगस्त रविवार को वलसाड के ही पारडी नदी के पास एक लावारिस कार मिली. ये ब्लू कलर की बलेनो कार वैशाली की ही थी. पुलिस को कार की पिछली सीट पर लाश भी मिली. जिसे देखकर पुलिस ने तुरंत पहचान लिया. ये वही वैशाली है जो एक दिन पहले से लापता थी.

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100 से ज्यादा सीसीटीवी और एक ट्रिक से मिला कातिल का सुराग

Crime Ki Kahani : अब वैशाली मर्डर में पुलिस ने पड़ताल शुरू की. कातिल का पता लगाने के लिए पुलिस ने आसपास के एरिया के सीसीटीवी को खंगालना शुरू किया. करीब 100 से ज्यादा सीसीटीवी की जांच के बाद पुलिस को एक बड़ा सुराग मिला. इससे ये भी पता चला कि आखिरी बार जिंदा रहते हुए वैशाली को उसकी एक फ्रेंड बबिता कौशिक के साथ देखा गया था. अब पुलिस ने बबिता कौशिक की डिटेल निकाली. उसकी कॉल डिटेल भी चेक की. जिसके बाद ये साफ हो गया कि जब वैशाली की हत्या हुई तब उसके साथ बबिता भी थी. क्योंकि वैशाली के फोन पर आखिरी दो कॉल बबिता की मिली थी. वैशाली घर से जब निकली थी और जब मौके पर पहुंची थी तो भी उसकी बबिता से बात हुई थी. ऐसे में पुलिस का शक गहराया था.

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लेकिन बबिता के बारे में जब पुलिस ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि वो इस समय 8 महीने की प्रेग्नेंट है. उसका 10 साल का एक बेटा भी है. प्रेग्नेंसी का 9वां महीना चल रहा है. ऐसे में मानवीय पहलू को देखते हुए उससे पूछताछ करना बेहद मुश्किल था. ये चुनौती पुलिस के सामने सबसे बड़ी थी. और डर ये था कि अगर पूछताछ के दौरान हेल्थ से जुड़ी कोई दिक्कत हो गई तो पेट में पल रहे बच्चे को भी नुकसान हो सकता है. ऐसे में पुलिस ने इसका ध्यान रखते हुए एक नया और अनोखा तरीका निकाला. सबसे पहले डॉक्टरों की एक टीम बनाई.

फिर बबिता कौशिक के घर जाकर ये बताया गया कि आपकी दोस्त वैशाली का मर्डर हो चुका है. जांच में आखिरी बार आपसे बात होने की जानकारी मिली है. इसलिए आपसे कुछ जानकारी करना चाहते हैं. साथ ही पुलिस ने डॉक्टरों से भी मिलवाया. ताकि बबीता को ये ना लगे कि उन्हें किसी तरह की परेशानी होगी. इस तरह बबिता को भी पुलिस पर भरोसा हो गया.

तब पुलिस ने बताया कि आखिरी बार जब आप वैशाली से मिलीं तो आपको कोई संदिग्ध नजर आया था. तब बबिता ने पुलिस को उलझाने का प्रयास किया. इसलिए झूठ बोलते हुए कहा कि हां आखिरी बार जब मिली थी तो वैशाली के साथ दो और लोग थे. जिनमें से एक को वो पहचान सकती हैं.

इस पर पुलिस ने कुछ संदिग्ध लोगों के सीसीटीवी फुटेज के फोटो दिखाए. इसके अलावा भी कुछ संदिग्धों के फोटो दिखाए. ये फोटो उन लोगों के थे जिनका वैशाली मर्डर केस से कोई लेनादेना ही नहीं था. लेकिन पुलिस के इस ट्रैप में वैशाली फंस गई. उसने उन दिखाए हुए फोटो में से एक को पहचान लिया. फिर यकीन के साथ कहा कि वही संदिग्ध है जो आखिरी बार वैशाली के साथ उसने देखा था. इस तरह पुलिस का शक यकीन में बदल गया कि वैशाली मर्डर में बबिता का ही हाथ है. इसके बाद महिला पुलिसकर्मियों ने समझाते हुए उससे पूछताछ की तब पूरी कहानी सामने आ गई.

25 लाख का उधार लौटाने को कहा तो 8 लाख की सुपारी दे दी

असल में मर्डर की ये पूरी कहानी 25 लाख रुपये से शुरू होती है. ये पैसे वैशाली ने बबिता को दिए थे. बबिता और वैशाली दोनों की दो साल पुरानी ही दोस्ती थी. ब्याज पर बबिता ने अलग-अलग बार में 25 लाख रुपये उधार ले लिए थे. लेकिन अब वो उन पैसों को लौटा नहीं पा रही थी. इस पर वैशाली बार-बार पैसे मांग रही थी. एक हफ्ते पहले भी वैशाली ने पैसे लौटाने के लिए दबाव बनाया था. इस पर बबिता ने फेसबुक के जरिए दो सुपारी किलर से संपर्क किया.

दोनों सुपारी किलर से बात 8 लाख रुपये में हत्या की साजिश तय हो गई. इसके बाद बबिता और वैशाली में बात हुई. वैशाली ने 27 अगस्त को पैसे लौटाने की बात कही. इसके लिए उसे पुरानी और खाली पड़ी हीरे की फैक्ट्री के पास मिलने के लिए बुलाया. चालाकी दिखाते हुए बबिता खुद उस दिन स्कूटी से घर से निकली लेकिन फैक्ट्री से 2-3 किलोमीटर दूर ही उसे खड़ी कर दी. इसके बाद ऑटो लेकर वो उस जगह पर पहुंची जहां वैशाली को बुलाया था. यहां बबिता के साथ दो कॉन्ट्रैक्ट किलर भी आए थे. बबिता और दोनों सुपारी किलर के आने के कुछ देर बाद वैशाली कार से वहां पहुंची.

कुछ देर तक बात करने के बाद सुपारी किलर ने गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद कार को कुछ दूर पारडी नदी के पास सुनसान जगह पर खड़ी कर दी थी. इस पूरे खुलासे के बारे में जब वैशाली के पति हितेश को जानकारी हुई तब उन्होंने हैरानी जताई. क्योंकि उन्हें 25 लाख रुपये बबिता को दिए जाने के बारे में कोई जानकारी नहीं थी. वलसाड पुलिस ने आगे जांच बढ़ाते हुए अब पंजाब से एक सुपारी किलर को भी दबोच लिया है. जबकि एक अन्य किलर की तलाश की जा रही है.

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