दिल्ली के कोर्ट में मारे गए गैंगस्टर गोगी का बदला लेने के लिए पहुंच चुके थे शूटर,दिल्ली पुलिस ने फेरा खूनी प्लान पर पानी

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गोगी की मौत का बदला लेने के लिए हरियाणा और पंजाब से शूटर दिल्ली पहुंच चुके थे वो मौके की तलाश में थे लेकिन इससे पहले ही दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उनके प्लान पर पानी फेर दिया। गोगी की मौत के बाद से ही दोनों गैंग के बीच गैंगवार का अंदाजा लगाया जा रहा था। अगर वक्त पर पुलिस ने इनको नहीं पकड़ा होता तो एक बार फिर दिल्ली की सड़कों पर खून बह जाता।

पकड़े गए शूटरों का ताल्लुक गोगी और लॉरेंस बिश्नोई गैंग से है। इन शूटरों को कनाडा में बैठा गैंगस्टर गोल्डी बरार निर्देश दे रहा था। गोल्डी बरार कनाडा में बैठकर लॉरेंस बिश्नोई, काला जठेड़ी और गोगी गैंग के डिप्टी दीपक बॉक्सर के संपर्क में था। दीपक बॉक्सर को छोड़कर ये सभी जेल में बंद हैं लेकिन जेल से ही पूरी प्लानिंग को अंजाम दिया जा रहा था। पकड़े गए बदमाशों पर 20 से ज्यादा कत्ल के और 30 से ज्यादा वसूली,कार लूट और लूट के मुकदमें दर्ज हैं।

पकड़ में शूटर अनुज पर 2 लाख का इनाम है, सागर राणा पर एक लाख, हर्ष पर 75 हजार और सुमित पर 50 हजार का इनाम है। पुलिस ने इनके कब्जे से 9 पिस्टल बरामद की हैं जिसमें अमेरिकन पिस्टल टारस, तुर्की की पिस्टल ज़िगाना और चीन की स्टार पिस्टल शामिल है। साथ ही इनके कब्जे से 123 कारतूस दो कारें बरामद की हैं। पकड़े गए सभी बदमाशों की उम्र 25 साल के आसपास है। दो दिन पहले ही इन चारों ने पंजाब के एक बदमाश को मौत के घाट उतार दिया था।

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पंजाब पुलिस के अलावा दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल भी इनको पकड़ने की कोशिश कर रही थी। पुलिस को इत्तिला मिली थी कि शूटर बाहरी दिल्ली के प्रहलादपुर और खेड़ा गांव में आएंगे। इस सूचना पर पुलिस ने ट्रैप लगाया जिसमें दो कारों को इंटरसेप्ट किया गया । एक कार में सवार सारे बदमाश तो पुलिस की पकड़ में आ गए लेकिन दूसरी कार में सवार बदमाश कार छोड़कर भागने में कामयाब रहे।

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पुलिस के मुताबिक दिल्ली में अब दो गैंग की गुटबंदी हो गई है। एक गुट में नीरज बवाना, टिल्लू ताजपुरिया,सुनील राठी, नवीन बाली और नासिर गैंग शामिल हैं। जबकि दूसरे गुट में गोगी गैंग, काला जठेड़ी गैंग, लॉरेंस बिश्नोई गैंग, संपत नेहरा गैंग अशोक प्रधान और हाशिम बाबा गैंग शामिल हैं।

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पुलिस की पकड़ में आए शूटरों के निशाने पर ना केवल टिल्लू ताजपुरिया और नीरज बवाना थे बलकि गोगी की हत्या में अहम किरदार निभाने वाले मोनू बाजितपुरिया, विशाल मान और नरेश ताजपुरिया भी शामिल हैं।

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पुलिस ने फिलहाल तो इन चारों बदमाशों को पकड़कर गैंगवार के खतरे को टाल दिया है लेकिन ये बात तय है कि दिल्ली में गैंगवार होकर रहेगी चाहें इसमें गोगी गुट के बदमाश मारे जाएं या फिर नीरज बवाना गुट के।

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