CRIME TAK की ख़बर का असर : Flipkart ने वेबसाइट से हटाया ऑनलाइन मौत का पार्सल
गाजियाबाद के एक युवक अब्दुल वाहिद (24) ने Flipkart से मंगाए सल्फास जहर को खाकर जान दे दी, Crime Tak की खबर की वजह से हटाये सल्फास के सभी प्रोडक्ट्स, Get all लेटेस्ट crime news in Hindi on CrimeTak.in
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CRIME TAK की ख़बर के बाद आख़िरकार Flipkart ने अपनी वेबसाइट से सल्फास जहर के सभी प्रोडक्ट हटा दिए हैं. अब फ्लिपकार्ट वेबसाइट पर सल्फास सर्च करने पर कोई प्रोडक्ट डिस्प्ले नहीं हो रहा है. क्राइम तक पर ये ख़बर प्रमुखता से दिखाने और सवाल उठाए जाने के बाद ये फैसला लिया गया है.
बता दें कि इससे पहले, 25 सितंबर को ही दिल्ली से सटे गाजियाबाद में रहने वाले एक युवक अब्दुल वाहिद (24) ने फ्लिपकार्ट वेबसाइट से मंगाए सल्फास जहर को खाकर जान दे दी थी. आत्महत्या के इस मामले की पड़ताल के दौरान ये सामने आया कि ऑनलाइन ई-कॉमर्स कंपनी पर प्रतिबंधित सल्फास को धड़ल्ले से बेचा जा रहा है. ये भी पता चला कि जिसे किसी दुकान से आसानी से खरीदा नहीं जा सकता उसे फ्लिपकार्ट पर कोई भी ऑनलाइन मंगा सकता है.
इस ख़बर के आने के बाद 26 सितंबर को ही गाजियाबाद पुलिस ने फ्लिपकार्ट के खिलाफ जांच शुरू की थी. गाजियाबाद के एएसपी आकाश पटेल ने बताया था कि इस प्रतिबंधित सल्फास को ऑनलाइन बेचना गैरकानूनी है. लिहाजा, परिवार की शिकायत पर मामले की जांच शुरू कर दी गई है. पूरी रिपोर्ट के बाद संबंधित धाराओं में जल्दी एफआईआर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
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क्या है पूरा मामला
ये मामला है दिल्ली से सटे गाजियाबाद के मसूरी थाना एरिया का. यहां के मसूरी गांव में रहने वाले 24 वर्षीय वाहिद कैब चलाते थे. इनकी 4 साल पहले शादी हुई थी. इस समय करीब ढाई साल का एक बेटा है. बताया जा रहा है कि कुछ पारिवारिक उलझनों को लेकर पिछले कई दिनों से वो परेशान थे.
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इस वजह से डिप्रेशन में आ गए थे. रोजाना की तरह शुक्रवार को भी वो कैब लेकर घर से निकले थे. शुक्रवार रात करीब 9 बजे घर के बाहर खड़ी अपनी गाड़ी में बैठे रहे. काफी देर बाद भी कैब से बाहर नहीं निकले तो परिवार के लोगों ने देखा. इस पर वो बेहोशी की हालत में मिले. कैब के अंदर से ही फ्लिपकार्ट (Flipkart) का एक पैकेट मिला. फ्लिपकार्ट डिलीवरी पैकेट के साथ सल्फास पाउडर के दो पाउच पैकेट मिले. जिसमें से एक कटा हुआ था.
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वाहिद के बड़े भाई शाहिद ने CRIME TAK को बताया कि... 24 सितंबर की रात करीब 9 बजे वाहिद के फोन से मैसेज आया. उस मैसेज में लिखा था कि भाई जल्दी से मेरे पास आ जाओ. मैं घर के पास में कार में हूं. इस मैसेज को पढ़ते ही उसे फोन किया तो उसने बस इतना कहा कि जल्दी आ जाओ, हालत खराब है. उस समय मैं मसूरी से दूर साहिबाबाद में था. इसलिए रिश्तेदारों और दोस्तों को मौके पर भेजा. सभी ने मिलकर उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया. तब तक मैं भी अस्पताल पहुंच गया.
वहां रात करीब 2 बजे डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. शनिवार सुबह मसूरी थाने की पुलिस को जानकारी दी गई. इस पूरे मामले में फ्लिपकार्ट ऑनलाइन कंपनी पर सवाल है कि जो सल्फास किसी मेडिकल दुकान पर नहीं मिलती है और कहीं भी ऐसे नहीं मिलती उसे इस कंपनी ने कैसे बेचा. शाहिद ने आरोप लगाया कि अगर ऑनलाइन कंपनी जहर नहीं बेचती तो आज मेरा भाई जिंदा होता.
CRIME TAK ने की थी 25 सितंबर को पड़ताल
क्राइम तक ने Flipkart की वेबसाइट पर 25 सितंबर को सल्फास बेचे जाने की पड़ताल की थी. इसके लिए फ्लिपकार्ट की वेबसाइट पर सल्फास (Celphos) सर्च किया. इसे सर्च करते ही 10 ग्राम के पाउच पैकेट से लेकर टीन डिब्बे में पैक सल्फास मिले. 10 ग्राम वाले पैकेट की कीमत 160 रुपये जबकि टीन वाले डिब्बे के सल्फास की कीमत 1700 रुपये दिखाई गई.
फिर हमने सोचा कि इसे खरीदने पर शायद कुछ नियम-कानून भी बताया जाएगा. क्योंकि बिना कृषि कार्य के इस सल्फास को नहीं खरीदा जा सकता है. दूसरे अन्य किसी ऑनलाइन ई-कॉमर्स वेबसाइट पर ये सल्फास उपलब्ध भी नहीं मिली.
लिहाजा, जब 10 ग्राम वाले सल्फास को खरीदने का प्रॉसेस किया तो 160 रुपये वाला पैकेट डिलीवरी चार्ज मिलाकर कुल 222 रुपये में आसानी से मिल गया. लेकिन 27 सितंबर को जब फ्लिपकार्ट की वेबसाइट पर सल्फास सर्च किया गया तो कोई भी प्रोडक्ट नहीं मिला. यानी वेबसाइट से इसे रिमूव कर दिया गया था.
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