तिहाड़ जेल में टिल्लू ताजपुरिया मर्डर के दौरान पुलिसवाले क्या जानबूझकर तमाशा देखते रहे? क्या लॉरेंस विश्नोई-गोल्डी का डर था?
tihar jail tillu tajpuriya murder : तिहाड़ जेल में क्या लॉरेंस बिश्नोई और कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ के इशारे में टिल्लू ताजपुरिया का मर्डर हुआ. क्या इनके इशारे पर ही पुलिसवाले चुपचाप तमाशा देखते रहे.
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Tillu Tajpuriya Murder Lawrence Bishnoi Link : कनाडा से गोल्डी बराड़ और जेल से ही लॉरेंस ने तिहाड़ जेल (Tihar Jail) के पुलिसवाले कंट्रोल कर रहे थे. असल में जिस तरह से तिहाड़ जेल के भीतर गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया (Gangster Tillu Tajpuriya Murder) की हत्या की गई और 10 से ज्यादा पुलिसवाले तमाशा देख रहे थे उसे देखकर एक्सपर्ट यहीं कह रहे हैं कि उन पुलिसवालों को या तो पहले से कहा गया था कि उन्हें दखल नहीं देना है या फिर उनके दिलोदिमाग में इतना बदमाशों का खौफ था कि बस तमाशबीन बने रहे.
Tihar Jail Tillu Tajpuriya Murder : इस वीडियो को आप देख सकते हैं कि कैसे 100 से ज्यादा बार टिल्लू ताजपुरिया को चाकू मारने के बाद भी बदमाश दोबारा पुलिसवालों के सामने ही ताबड़तोड़ चाकू मार रहे हैं. पुलिसवाला बस एक बदमाश की कमर पकड़कर उसे हटाने की कोशिश करता है. लेकिन जैसे ही बदमाश उसे धमकाता है तो सभी 10 से ज्यादा पुलिसवाले दूर खड़े हो जाते हैं. इस बात का इंतजार करते हैं कि कब बदमाश फिर उसे चाकू से मार मारकर खून निकाल दें और चुपचाप सामने वाले गेट से अंदर चले जाएं तो हम टिल्लू की लाश को अस्पताल ले जाएं.
जेल सूत्रों से पता चला है कि लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) ने मर्डर से पहले ही तिहाड़ जेल को किसी तरह से सूचना पहुंचा दी थी कि कुछ बड़ी घटना होने वाली है. ये भी अंदेशा लगाया जा रहा है कि लॉरेंस बिश्नोई और कनाडा में बैठा गोल्डी बराड़ ने पहले ही इशारा कर दिया था कि जब किसी को उसके साथी मारेंगे तो किसी पुलिसवाले को बीच में पड़ने की जरूरत नहीं है. अब ये वीडियो देखकर यही लगता है कि वाकई इसमें सच्चाई है. आखिर क्या है टिल्लू ताजपुरिया को मारने वाले नए वीडियो में. आप खुद देखकर समझ लीजिए.
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Tihar Jail Murder CCTV : देश की सबसे सुरक्षित तिहाड़ जेल में पुलिस कैसे बदमाशों के सामने भिगी बिल्ली बनी रहती है. ये समझने के लिए तिहाड़ जेल में गैंगस्टर टिल्लू ताजपुरिया के मर्डर की घटना ही काफी है. तिहाड़ जेल की हाई सिक्योरिटी एरिया में टिल्लू ताजपुरिया बंद था. वहां पहले 4 से 5 बदमाश आते हैं और ताबड़तोड़ चाकू मारते हैं. ये घटना सुबह करीब 6:11 बजे से लेकर 5 मिनट तक होती रहती है. यानी 5 मिनट तक पहले तो पुलिस वहां आती नहीं है. अब दूसरे सीसीटीवी में पता चला कि 6 बजकर 16 मिनट पर पुलिस अब मौजूद थी. करीब 10 पुलिसवाले एक साथ तैनात थे.
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Tillu Tajpuriya Murder Video : लहूलुहान टिल्लू ताजपुरिया को उसकी बैरक से बाहर ला रहे थे. उसी समय फिर से दो बदमाश कैदी आते हैं. इन्हें देखते ही खाकी वर्दीधारी पुलिसवाले कदम पीछे लग जाते हैं. जैसे मानों पुलिस का बड़ा अधिकारी जेल में आया और दूसरे पुलिसवाले सहमकर पीछे चले जाते हैं. अब फिर से वही बदमाश टिल्लू ताजपुरिया पर बेखौफ तरीके से हमला करते हैं. एक बार नहीं लगातार. कई बार वो उसी बनावटी धारदार चाकू से हमला करते हैं. और 10 से ज्यादा पुलिसवाले ऐसे खड़े थे जैसे वहां पर तमाशा चल रहा हो. ऐसे में खाकी से कोई सुरक्षा की क्या उम्मीद कर सकता है.
ऐसे हाई रिस्क बैरक में हुई थी टिल्लू ताजपुरिया की हत्या
Delhi Tihar Jail Murder Live CCTV : इससे पहले जो तिहाड़ जेल का वीडियो आया था उससे भी पता चल गया था कि हाई रिस्क बैरक में कैसे बदमाश घुसकर हमला करते हैं. दिल्ली के तिहाड़ जेल में सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया के मर्डर (delhi tihar jail Murder gangster tillu tajpuriya) की हत्या वाले वीडियो में देखा जा सकता है कि टिल्लू ताजपुरिया लाल टीशर्ट और हाफ पैंट पहने हुआ था. 7 से 8 कैदी कैसे चादर के सहारे जेल की फर्स्ट फ्लोर से नीचे उतरते हैं और हाई रिस्क जोन में बंद कैदी टिल्लू की बैरक में जाते हैं. पहले उसकी बैरक में घुसे और पहले अंदर हमला करते हैं. किसी तरह जान बचाने के लिए टिल्लू ताजपुरिया बैरक से बाहर आता है. फिर उसे गैंगवार में शामिल कैदी नुकीले हथियार से 100 से ज्यादा बार मारते हैं. सुबह करीब 6:11 बजे 7 से 8 बदमाश घुसे थे और करीब 2 मिनट तक हमला करते रहते हैं. उसके चेहरे से लेकर गर्दन, सीना हर जगह उसे मारकर वहीं लहूलुहान कर देते हैं. बता दें कि इस पूरे मर्डर की जिम्मेदारी कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने हत्या की जिम्मेदारी ली थी.
Delhi Tillu Tajpuriya Gangwar : दिल्ली के तिहाड़ जेल में गैंगस्टर सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया का मर्डर कैसे हुआ? किस गैंग ने टिल्लू ताजपुरिया की हत्या को अंजाम दिया. इस गैंग के पीछे की वजह क्या है. आपको बता दें कि देश की सबसे सुरक्षित माने जाने वाली जेल में से एक तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में ठीक सुबह 7-8 कैदियों ने हमला किया था. लोहे की ग्रिल से नुकीला हिस्सा तोड़कर टिल्लू ताजपुरिया के सीने में घोंप दिया गया. जिससे उसकी मौत हो गई. कैसे हुई हत्या और इसके पीछे क्या वजह रही, जानिए.
टिल्लू ताजपुरिया मर्डर के पीछे गैंगस्टर जितेंद्र गोगी का हाथ?
Tillu Tajpuriya Murder : दिल्ली के तिहाड़ जेल में 2 मई सुबह एक गैंगवार हुई जिसमें गैंग्स्टर सुनील मान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया की हत्या कर दी गई। टिल्लू ताजपुरिया का नाम गैंग्स्टर जितेंद्र गोगी की हत्या के सिलसिले में सामने आया था। बताया जा रहा है कि तिहाड़ में टिल्लू ताजपुरिया के दुश्मन गैंग के गुर्गे योगेश टुंडा ने उस पर लोहे के छोटे छोटे टुकड़े से हमला कर दिया था। जिससे टिल्लू ताजपुरिया के सिर पर गहरी और गंभीर चोट लगी थी। बाद में उसे जब दिल्ली के दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था.
तिहाड़ जेल की हाई रिस्क वॉर्ड में था बंद
Tillu Tajpuriya Murder : टिल्लू ताजपुरिया, तिहाड़ में हाई रिस्क वार्ड में बंद था। सुबह 6:11 बजे करीब 7-8 कैदियों ने उस पर हमला किया था. जिन कैदियों ने टिल्लू ताजपुरिया को अपना निशाना बनाया उनकी पहचान भी हो गई थी. दीपक तीतर ,योगेश टुंडा ,राजेश और रियाज खान नाम के कैदियों ने ताजपुरिया पर लोहे की छोटे छोटे टुकड़े से हमला किया। ये सभी जितेंद्र गोगी गैंग के गुर्गे बताए जा रहे हैं। ये अभी इसी वार्ड की पहली मंजिल पर बंद थे जबकि टिल्लू ग्राउंड फ्लोर पर था। जेल के अधिकारियों के मुताबिक ये हमला सुबह 6 :15 बजे हुआ। इन्होंने लोहे की ग्रिल तोड़कर उसे नुकीला किया और हमला कर दिया। इस हमले में टिल्लू की मौत हो गई जबकि एक कैदी रोहित बुरी तरह से घायल हो गया। टिल्लू ताजपुरिया पर 11 केस दर्ज हैं जिसमें 3 केस मर्डर के हैं। 2018 में टिल्लू ताजपुरिया और उसके गैंग के लोगों पर मकोका भी लगाया गया था।
वो नीरज बवाना, सुनील राठी गैंग से भी जुड़ा हुआ था। टिल्लू 2016 से जेल में बंद था ,उसे 2016 में सोनीपत पुलिस ने उसे एक मर्डर के आरोप में रोहतक से गिरफ्तार किया था। टिल्लू बाहरी दिल्ली के ताजपुर गांव का रहने वाला था, उसके पिता एमसीडी में नौकरी करते थे। कॉलेज के दोनों में टिल्लू और गोगी अच्छे दोस्त थे ,फिर कॉलेज में चुनाव और राजनीति को लेकर दोनों में दुश्मनी हुई। 2008 में टिल्लू अपराध की दुनिया में आया और फिर दोनों गैंग के बीच गैंगवार में कई लोग मारे गए। 2021 में रोहिणी कोर्ट रूम के अंदर टिल्लू ने वकील की वेशभूषा में आए अपने गुर्गों से जितेंद्र गोगी की हत्या करवा दी। उस वक्त कोर्ट रूम में दिल्ली पुलिस ने उसके 2 गुर्गों को मार गिराया था। हाल ही में जितेंद्र गोगी गैंग के गैंगस्टर दीपक बॉक्सर को दिल्ली पुलिस मेक्सिको से पकड़ कर लाई थी। कुछ दिन पहले तिहाड़ जेल में गैंगस्टर प्रिंस तेवतिया की हत्या कर दी गई थी।
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