300 साल पुरानी ये कुर्सी दुनिया की सबसे शापित क्यों है? अब तक 63 की हो चुकी है मौत, यहां आज भी रखी है ये कुर्सी

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300 साल पुरानी ये कुर्सी दुनिया की सबसे शापित क्यों है? अब तक 63 की हो चुकी है मौत, यहां आज भी रखी ...
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Busby's stoop chair Story in Hindi : इस दुनिया में बहुत सी रहस्यमयी चीजें हैं. जिनसे संबंधित कुछ किस्से और कहानियाँ लोगों के बीच काफी प्रचलित भी हैं. उन्हीं में से एक है इंग्लैंड के थर्स्क(Thirsk) म्यूज़ियम में रखी बस्बी स्टूप चेयर (Busby's stoop chair) का किस्सा. कुर्सी का नाम उसके मालिक थॉमस बस्बी के नाम पर पड़ा है. माना जाता है कि कुर्सी के मालिक की मौत के बाद जो कोई भी इस कुर्सी पर बैठा वह किसी ना किसी कारण मारा गया. यह कुर्सी अब तक 63 लोगों की जान ले चुकी है.

कौन था थॉमस बस्बी ? क्या है शापित कुर्सी की कहानी ?

थॉमस बस्बी 18वीं सदी में इंग्लैंड के किर्बी विस्के गाँव में रहता था. उसे शराब पीने की लत थी और वो स्वभाव से बेहद गुस्सैल था. थॉमस का डैनियल नाम के एक अपराधी के साथ व्यापार था. डैनियल पेशे से तस्कर था. उसका घर पहाड़ी के ऊपर था.

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वो घर उसके व्यापार के लिए एकदम सही था क्योंकि पहाड़ी के ऊपर होने के कारण कोई उसके घर में ताक-झाक नहीं कर सकता था. उसकी एक बेटी भी थी जिसका नाम था एलिज़ाबेथ (Elizabeth) .वो दिखने में बहुत सुंदर थी. डैनियल की जान उसकी बेटी में ही रहती थी.

व्यापार की वज़ह से थॉमस एलिज़ाबेथ से मिलता रहता था. देखते ही देखते दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे. वो एक दूसरे से शादी करना चाहते थे. पर डैनियल उनकी शादी के खिलाफ था क्योंकि वो थॉमस के स्वभाव को अच्छी तरह से जानता था.

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एलिज़ाबेथ (Elizabeth) नहीं मानी और उसने थॉमस से शादी कर ली. शादी के बाद थॉमस ने एलिज़ाबेथ के साथ मारपीट शुरु कर दी. इस बात से डैनियल काफी परेशान रहने लगा. इसी वज़ह से डैनियल और थॉमस में लड़ाई रहने लगी.

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सैन हनी (san honey) गाँव में थॉमस का घर था. एक रात थॉमस अपने घर पहुँचा तो डैनियल वहाँ पहले से ही मौजूद था. डैनियल ने थॉमस से कहा कि वो अपनी बेटी को लेकर उसके स्वभाव से परेशान है और वो उसे अपने घर ले जा रहा है. इस बात पर थॉमस ने गुस्से में डैनियल को घर से बाहर निकाल दिया और खुद शराब पीने लगा.

शराब के नशे में वो डैनियल के घर पहुँचा और उसने हथौड़े से पीटकर डैनियल की जान ले ली. अपना गुनाह छिपाने के लिए उसने डैनियल की लाश जंगल में छिपा दी. जब काफी दिनों तक डैनियल नहीं मिला तो उसकी खौज शुरु हुई. कुछ दिनों बाद उसकी लाश जंगल से मिली. सभी का शक थॉमस पर था और मुख्य संदिग्ध थॉमस को 1702 में फांसी की सजा मिली.

थॉमस की आखिरी ख्वाहिश ?

फांसी की सजा से पहले थॉमस से उसकी आखिरी ख्वाहिश पूछी गई. उसने कहा कि वो अपने घर पर रखी पसंदीदा कुर्सी पर बैठकर आखिरी बार भोजन करना चाहता है. लोगों का कहना है कि मौत से पहले थॉमस ने श्राप देते हुए कहा कि 'जो कोई भी इस कुर्सी पर बैठने की हिमाकत करेगा उसकी मौत हो जाएगी'. लोग मानते हैं कि इसी कारण कुर्सी शापित हो गई और अब जो कोई उसपर बैठता है उसकी मौत हो जाती है.

कौन-कौन हुआ कुर्सी का शिकार ? कुर्सी से जुड़े रहस्यमयी किस्से

1894 में पब (pub) में सफाई करने वाली एक महिला गलती से कुर्सी से टकरा गई.अगले दिन वो पंखे से लटकी मिली. कुछ दिनों बाद दूसरे सफाई करने वाले ने माना कि उसने औरत को लूटकर मारा था . इससे लोगों में कुर्सी का खौफ और बढ़ गया. द्वितीय विश्व युद्ध के समय कुछ सैनिक इस चेयर पर बैठे थे।

युद्ध के दौरान इन सभी सैनिकों में से एक भी जिंदा नहीं बचा सका। इससे लोगों को यकीन हो गया कि जो भी कुर्सी के पास आता है उसके साथ यक़ीनन कुछ गलत होता जरूर है. ऐसी और भी कई मौतें हुईं जिनमें मौत का कारण आज तक साफ नहीं हो पाया है.

अब कहाँ है कुर्सी ?

कुर्सी की वजह से बढ़ते हादसों के बाद पब (pub) के मालिक ने 1978 में कुर्सी थर्स्क म्यूज़ियम (Thirsk museum) को इस शर्त पर दी कि कुर्सी को जमीन के इतना ऊपर रखा जाएगा कि उस पर कोई बैठ ना सके. अब कुर्सी को जमीन से 2.5 मीटर ऊपर हवा में लटकाया गया है.

NOTE : ये ख़बर क्राइम तक के साथ इंटर्नशिप कर रहे नवीन कौशिक ने लिखी है.

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