अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने से पहले 4 कारों में कैश भरकर हेलिकॉप्टर तक पहुंचे थे अशरफ ग़नी: रिपोर्ट

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अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने से पहले 4 कारों में कैश भरकर हेलिकॉप्टर तक पहुंचे थे अशरफ ग़नी: रिपोर्ट
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Afghanistan News : अफ़ग़ानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ ग़नी पैसे से भरे एक हेलीकॉप्टर में सवार होकर अपने देश से भागे थे. ये दावा रूस की एक मीडिया रिपोर्ट में किया गया है. रिपोर्ट में ये कहा गया है कि तालिबानियों के लगातार बढ़ते विद्रोह के कारण राष्ट्रपति गनी ने ये कदम उठाया.

रिपोर्ट में ये बताया गया है कि देश छोड़ने से पहले राष्ट्रपति गनी चार गाड़ियों में पैसे भरकर ले आए थे. इन पैसों को बैग में रखकर वो हेलिकॉप्टर में सवार होने लगे थे. लेकिन कैश इतना ज्यादा था कि वो पूरे पैसे हेलिकॉप्टर में नहीं रख सके थे. इसलिए काफी कैश को वहीं छोड़कर हेलिकॉप्टर से भाग निकले थे.

देश छोड़ने का फैसला करना कठिन था : ग़नी

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अफ़ग़ानिस्तान छोड़ने के बाद गनी ने फेसबुक पर पहला पोस्ट किया है. इस पोस्ट में कहा है कि वो बहुत ही मुश्किल वक़्त था. ये चुनना कठिन था कि राष्ट्रपति आवास में घुस रहे हथियारों से लैस तालिबान का मुक़ाबला किया जाए या फिर उस प्यारे देश को छोड़ दूं जिसे बचाने के लिए मैंने 20 साल गुजार दिए.

इस पोस्ट में गनी ने ये भी लिखा है कि अगर मैं वहां से नहीं निकलता तो हालात काफी बुरे होते. खून की बाढ़ आ जाती. हमारे देश के अनगिनत लोग शहीद होते. वे काबुल शहर के विनाश के साथ इंसानों के विनाश को होते हुए देखते. ये 60 लाख की आबादी के लिए बड़ी मानव आपदा होती. तालिबान ने ये सबकुछ मुझे हटाने के लिए किया. इसलिए मैंने सोचा कि ये यहां से निकल जाना ही ठीक होगा.

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तलवार और बंदूक पर तालिबान जीता : गनी

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तालिबान ने तलवार और बंदूकों के बल पर ये फैसला जीता है. और अब वे देशवासियों के सम्मान, धन और आत्मसम्मान की रक्षा के लिए जिम्मेदार हैं.

बता दें कि गनी अफ़ग़ानिस्तान के 14वें राष्ट्रपति थे. वो पहली बार 20 सितंबर 2014 को चुने गए थे. इसके बाद 28 सितंबर 2019 को दूसरी बार चुने गए थे. तालिबान इससे पहले 1996 से 2001 तक अफ़ग़ानिस्तान पर शासन किया था. अब एक फिर से तालिबान ने कब्जा कर लिया है.

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