वो राखी बांधती थी, बच्चे मामा कहते थे, लेकिन पैसों के लालच में मां व 3 बच्चों को मार डाला

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वो राखी बांधती थी, बच्चे मामा कहते थे, लेकिन पैसों के लालच में मां व 3 बच्चों को मार डाला
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आगरा में तीन बच्चों के साथ मां की हुई सनसनीखेज हत्या का पुलिस ने खुलासा किया है. ये चारों क़त्ल सबसे भरोसेमंद रिश्तेदार ने ही किए. इस आरोपी ने अपने दो साथियों से मिलकर सबसे पहले महिला का गला काट दिया. इसक बाद तीनों बच्चों को बेड से बांधकर मौत के घाट उतार दिया था.

इस वारदात के बाद दोनों आरोपियों ने घर में रखे पैसे, कीमती सामान और हर वो सामान लेकर गायब हो गए थे, जिनसे इनकी असलियत सामने आ सकती थी. लेकिन पुलिस ने कुछ दिनों पहले की हुई व़ॉट्सऐप चैट और कॉल डिटेल के आधार पर सुराग जुटा लिया. इसके बाद दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर इस सनसनीखेज घटना का खुलासा भी कर दिया.

तलाक के बाद आगरा से दिल्ली शिफ्ट होना चाहती थी रेखा राठौर

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ये घटना आगरा के कोतवाली में कूचा साधूराम की चौबेजी वाली गली में 21 जुलाई को हुई थी. इस वारदात में तलाकशुदा 35 वर्षीय महिला रेखा और इनके तीन बच्चों की गला काटकर हत्या कर दी गई थी.

घटना के दौरान मौके से कटे हुए नींबे, सिंदुर और भी सामान मिले थे. इससे तंत्र-मंत्र में हत्या कर लूट की आशंका जताई गई थी. हालांकि, जब पुलिस ने जांच की तो शक की सुई करीबी रिश्तेदार और रिश्ते के भाई संतोष राठौर पर गई. जांच पूरी हुई तो वही क़ातिल निकला.

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आईजी रेंज नवीन अरोड़ा ने बताया कि संतोष राठौर ने अपने साथी अंशुल के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था. आईजी ने बताया कि रेखा के घर में लाखों रुपये मिलने के लालच में उसने इस चौहरे हत्याकांड को अंजाम दिया. इनके मुताबिक, रेखा राठौर व उनके तीन बच्चों वंश, पारस और माही चारों की घर के अंदर गला काटकर हत्या की दी गई थी. हत्यारे सारे सबूत अपने साथ ले गए थे.

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घटना वाले दिन आरोपी की लोकेशन से मिला सुराग

आईजी ने बताया कि रेखा का उनके पति सुनील राठौर से दो साल पहले तलाक हुआ था. इसके बाद से रेखा अपने तीनों बच्चों के साथ मकान में रहतीं थीं. हालांकि, आगरा से वो दिल्ली शिफ्ट होना चाहती थीं. इसलिए वो आगरा का घर बेचना चाहती थीं. इसके अलावा भी घर के कीमती सामान भी वो हटा रहीं थीं. इन्हीं काम के लिए उनके रिश्ते के भाई संतोष राठौर से अक्सर उनकी बात होती रहती थी. उसका अक्सर रेखा के घर आना-जाना भी था.

इस बारे में जानकारी मिलने के बाद घटना वाले दिन उसकी लोकेशन की डिटेल निकाली गई. तब उसकी लोकेशन रेखा के घर के आसपास ही कूचा साधूराम इलाके की मिली. इसके बाद उसके बारे में पूछताछ की गई तो जानकारी मिली कि हत्याकांड के बाद वो दो दिन के लिए गायब भी हो गया था. दो दिनों तक गायब रहने की वजह से ही पुलिस का शक बढ़ गया. इसके बाद कई जगह दबिश देकर पुलिस ने संतोष को दबोच लिया. उससे पूछताछ की गई तब पूरा मामला सामने आ गया.

मुंहबोले भाई ने ऐसे किया भरोसे का क़त्ल

आईजी नवीन अरोड़ा ने मीडिया को बताया कि आरोपी संतोष को रेखा रक्षाबंधन पर राखी बांधती थी. बच्चे उसे मामा कहते थे. इसीलिए रेखा ने उसे 2 लाख रुपये उधार भी दिए थे. 9 महीने पहले नई एक्टिवा स्कूटी भी बेचने को दे दी थी. स्कूटी भी संतोष ने अपने पास रख ली थी और पैसे भी नहीं दे रहा था.

अब रेखा ने उसे अपने घर बेचने के लिए किसी ग्राहक को लाने की बात कही थी. इसके अलावा उधार दिए हुए अपने पैसे भी मांग रही थी. ये पैसे संतोष नहीं लौटा पा रहा था. इसलिए उसने रेखा और उसके परिवार को ही रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली. इसलिए घटना वाले दिन वो अपने साथी वीरू और एक अन्य के साथ रेखा के घर पहुंचा. यहां संतोष ने बताया था कि उसके जानने वाले घर खरीदना चाहते हैं. इसलिए घर देखने आए हैं.

रेखा पूजा कर रही थी तभी संतोष ने दूध में मिलाई बेहोशी की दवा

संतोष जब रेखा के घर पहुंचा तो वो पूजा कर रही थीं. इसलिए वो अपने दोस्तों के साथ घर के फर्स्ट फ्लोर पर चला गया. ये करीब 4 घंटे तक घर में रुके थे. इस दौरान दूध में बेहोशी की दवा भी मिली थी. और बच्चों को पिला भी दी थी. इस बीच, पूजा करने के बाद रेखा से जब संतोष की बात होने लगी तो वो काफी देर तक उलझाए रखा और फिर चाकू से गला काट दिया. इसके बाद तीनों बच्चों की भी हत्या कर दी थी.

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