हत्या के बाद बांग्लादेश के सांसद की लाश के टुकड़े किए, प्लास्टिक के बैग में भरकर टुकड़े कोलकाता भर में बिखेर दिये?

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Kolkata: बांग्लादेश के जो सांसद पिछले कई दिनों से रहस्यमय तरीके से लापता थे, उनका पता मिल गया है। बांग्लादेश से 12 मई को इलाज कराने के लिए कोलकाता पहुँचे मोहम्मद अनवारुल अजीम की हत्या कर दी गई है। सूत्रों से मिली खबर पर यकीन किया जाए तो बांग्लादेश की अवामी लीग के सांसद अनवारुल अजीम की 13 मई को ही कोलकाता के न्यूटाउन के एक फ्लैट में हत्या कर दी गई। हालांकि पुलिस को अभी तक सांसद अनवारुल अजीम का शव तो नहीं मिला लेकिन पुलिस का अंदाजा है कि उनकी हत्या के बाद उन्हें टुकड़े टुकड़े करके प्लास्टिक के छोटे छोटे बैग में भरकर कहीं फेंक गया है। 

प्लास्टिक के बैग और खून के धब्बों से गहराया शक

दरअसल सांसद अनवारुल अजीम की गुमशुदगी के सिलसिले में तफ्तीश कर रही कोलकाता पुलिस को न्यूटाउन के इलाके में मौजूद उस फ्लैट से कुछ खून के धब्बे और प्लास्टिक के बैग मिले हैं। पुलिस का अंदाजा है कि अनवारुल की हत्या उनके सिर पर किसी भारी चीज के वार से करके की गई और फिर उनके शरीर को छोटे छोटे टुकड़ों में काट दिया गया। गर्मी की वजह से शव को सड़ने से बचाने के लिए टुकड़ों में काटकर एक बड़े फ्रीजर में रखा गया और वो छोटे छोटे टुकड़े प्लास्टिक के बैग में भरकर कहीं ठिकाने लगा दिए गए। पुलिस का ये भी अंदाजा है कि ये सारा काम 14, 15 और 18 मई को अंजाम दिया गया। 

शव नहीं मिला, ठिकाने लगाने का अंदेशा

इस मामले को लेकर पश्चिम बंगाल सीआईडी ने जांच शुरू कर दी है. हालांकि सांसद का शव अभी तक बरामद नहीं हुआ है. लेकिन दावा किया जा रहा है कि कोलकाता के फ्लैट में उनका मर्डर कर शव को कई टुकड़ों में ठिकाने लगाया गया है। दरअसल, बांग्लादेश की सत्ताधारी पार्टी अवामी लीग के सांसद अनवारुल अजीम कोलकाता विजिट पर आए थे. 13 तारीख से वो लापता चल रहे थे। उनकी बेटी ने उनसे संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन जब वो संपर्क नहीं कर पाईं तो उन्होंने भारत में अपने परिचित गोपाल विश्वास से संपर्क किया। इसके बाद उन्होंने बड़ानगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद से ही कोलकाता पुलिस की एक एसआईटी मामले की जांच कर रही थी। 

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बड़ी प्लानिंग के तहत हत्या की आशंका

अब मर्डर का दावा होने के बाद मामले की जांच बंगाल सीआईडी को सौंपी गई । बांग्लादेश की पुलिस भी मामले को सुलझाने में जुटी है। बांग्लादेश के गृह मंत्री असदुज्जमां खान ने बुधवार को ढाका में एक प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया है कि सांसद की हत्या बड़ी प्लानिंग के तहत कोलकाता के एक फ्लैट में की गई है। हत्या किसने की और क्यों, इसका पता लगाने के लिए भारत और बांग्लादेश दोनों देशों की पुलिस मिलकर एक साथ काम कर रही है। 
पश्चिम बंगाल सीआईडी के आईजी अखिलेश चतुर्वेदी के मुताबिक बताया कि हमें बुधवार को ही एक इनपुट मिला था कि सांसद का मर्डर कर दिया गया है। उसके बाद उस फ्लैट का पता लगाया गया, जहां वह रुके थे। इस मामले की जांच अब सीआईडी कर रही है. जल्द ही मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। 

लग्जरी अपार्टमेंट में खून के धब्बे

बताया जा रहा है कि सीआईडी शव के टुकड़े-टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाने के संभावित पहलू की जांच कर रही है. यह पूछे जाने पर कि क्या पुलिस को कोलकाता के बाहरी इलाके न्यू टाउन में लक्जरी कॉन्डोमिनियम के अपार्टमेंट में खून के धब्बे मिले हैं, जहां सांसद का आखिरी बार 13 मई को पता चला था। 

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दो पुरुष और एक महिला संदिग्ध

आईजी ने पुष्टि की कि फ्लैट का मालिक राज्य उत्पाद शुल्क विभाग का एक कर्मचारी संजीब घोष है, जिसने इसे अमेरिकी नागरिक अख्तरुज्जमां को किराए पर दिया था। सांसद के साथ दो पुरुष और एक महिला भी फ्लैट में मौजूद थे। पीटीआई के मुताबिक पुलिस सूत्रों ने बताया कि जब अनवर ने अपार्टमेंट में एंट्री की थी तो उसके साथ दो पुरुष और एक महिला भी थी। जबकि सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि वो अनजान पुरुष और महिला 15 मई से 17 मई के बीच कई बार फ्लैट से बाहर निकले, मगर एक बार भी सांसद इसमें नहीं दिखे। 

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टुकड़ों में ठिकाने लगाई लाश

पुलिस का अनुमान है कि जिस दौरान वो महिला और पुरुष उस फ्लैट से बाहर निकले तो हर बार वो सांसद अनवारुल के टुकड़ों को साथ में लेकर निकले होंगे और उसे जहां तहां फेंक दिया हो। मुमकिन है कि टुकड़ों को ऐसी जगह फेंका गया हो जहां उसे जंगली जानवर या मछलियां आसानी से खा लें ताकि सबूत मिलने की गुंजाइश ही न रहे।

जांच में जुटी सीआईडी

सीआईडी आईजी चतुर्वेदी ने कहा, फोरेंसिक टीम मौका-ए-वारदात की छानबीन कर रही है और मुमकिन है जल्दी इस मामले में कोई बड़ा खुलासा कर दिया जाए।  सांसद के परिचित गोपाल बिस्वास ने आरोप लगाया कि एक दिन के बाद उन्हें सांसद के फोन से एक वॉट्सऐप मैसेज मिला था, जिसमें कहा गया था कि वह कुछ जरूरी काम से दिल्ली जा रहे हैं और वह उन्हें फोन न करें। 15 मई की सुबह, उन्हें सांसद से एक और मैसेज मिला, जिसमें पुष्टि की गई कि वह दिल्ली पहुंच गए हैं और वीआईपी लोगों के साथ हैं। बिस्वास ने आरोप लगाया कि बांग्लादेशी सांसद 17 मई से संपर्क में नहीं थे, जिसकी वजह से उन्हें एक दिन बाद पुलिस में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करानी पड़ी। 

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