महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद आनंद गिरि के फोन से डिलीट किए डेटा में छुपा है राज? आनंद गिरि से 13 घंटे की पूछताछ, कोर्ट में 2 आरोपियों से हाथापाई

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बाघंबरी मठ के महंत नरेंद्र गिरि की मौत के मामले की जांच तेजी से हो रही है. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम यानी SIT मौत के हर पहलू की जांच कर रही है. बताया जा रहा है कि मरने से पहले लिखे सुसाइड नोट में नरेंद्र गिरि ने जिस आनंद गिरि पर सवाल उठाए हैं और आत्महत्या का जिम्मेदार बताया है कि उससे पुलिस टीम ने 13 घंटे तक पूछताछ की.

इस दौरान 70 से ज़्यादा सवाल पूछे गए. आनंद गिरि के अलावा, सुसाइड नोट में लगाए गए आरोपों में शामिल लेटे हुए हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी व उसके बेटे संदीप तिवारी से भी पूछताछ की गई है. बताया जा रहा है कि तीनों को कोर्ट में पेश कर पुलिस मामले में और पूछताछ के लिए फिर से कस्टडी रिमांड पर लेने की तैयारी में है. वहीं, बुधवार को आरोपी आनंद, आद्या को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. बताया जा रहा है कि कोर्ट में दोनों से हाथापाई भी की गई है.

इन तथ्यों पर हुई पूछताछ, SIT जुटा रही है जानकारी

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पुलिस सूत्रों ने बताया कि प्रयागराज के पुलिसलाइन में आरोपी आनंद गिरि से पूछताछ की गई. उस दौरान आसपास के इलाक़े में सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी. इस दौरान SIT ने साल 2011 से 20 सितंबर 2021 तक आनंद गिरि के पूरे सफर के बारे में पूछताछ की गई.

जांच और पूछताछ की ख़ास बातें...

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  • ये भी पूछा गया कि उसके और गुरु महंत गिरि के बीच किस तरह के संबंध रहे. आख़िर कौन सी ऐसी बात थी जिसे लेकर दोनों में विवाद हुआ था.

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  • इसके अलावा विवाद के बारे में किन-किन लोगों को जानकारी है और किन लोगों के सामने समझौता हुआ था.

  • महंत ने जो सुसाइड नोट लिखा है कि उसे लेकर एक-एक आरोपों पर कई एंगल से सवाल पूछे गए.

  • ख़ासतौर पर महंत नरेंद्र गिरि ने लड़की के साथ जो अश्लील फोटो और वीडियो का जिक्र किया है, उस बारे में कई घंटे तक पूछताछ की गई.

  • महंत नरेंद्र गिरि ने ब्लैकमेल करने के लिए ऑडियो कैसेट का सुसाइड नोट में जिक्र है. आख़िर वो किस ऑडियो की बात कर रहे हैं? इस पर भी सवाल पूछे गए.

  • SIT ने आनंद गिरि के लैपटॉप को खंगाला. इसके अलावा उसके सोशल मीडिया अकाउंट और खासतौर पर सभी ईमेल की जांच की जा रही है.

  • साइबर एक्सपर्ट की मदद से आनंद गिरि के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से लेकर डिलीट डेटा को भी निकाला जा रहा है.

  • ये भी जांच की जा रही है कि महंत नरेंद्र गिरि के सुसाइड के बाद आनंद गिरि ने किसे-किसे कॉल की और मोबाइल व लैपटॉप से किस तरह के डेटा को डिलीट किया.

  • इसके अलावा ये जानकारी भी जुटाई गई है कि वो हाल ही में जब उत्तराखंड गया तो श्रीमठ बाघंबरी गद्दी से जुड़े किन-किन लोगों के संपर्क में था.

  • कभी रोया तो कभी गिड़गिड़ाया, फिर बोला मैं बेकसूर हूं

    एसआईटी के अधिकारियों ने बताया कि 21 सितंबर की शाम को आनंद गिरि से पूछताछ की गई थी. उस दौरान काफी समय तक आनंद गिरि ख़ुद को बेकसूर बताने पर ही लगा हुआ था. वो कई बार रोया तो कई बार गिड़गिड़ाया भी.

    उसने ये भी बताया कि गुरुजी और उसके बीच मई महीने में अनबन हुई थी लेकिन बाद में उस पर माफी मांग ली थी. फिर सबकुछ ठीक हो गया था. आनंद ने पुलिस के सामने दावा किया कि गुरुजी का सुसाइड नोट फर्जी है. फिर वो रोते हुए कहने लगा कि उसे फंसाया जा रहा है. इसलिए हत्या करके फर्जी सुसाइड नोट लिखा गया है ताकि उसके भविष्य को बर्बाद किया जा सके.

    तीनों आरोपियों ने एक बात दोहराई : सुसाइड नोट महंत जी ने नहीं लिखा

    एसआईटी की पूछताछ के दौरान तीनों आरोपियों से अलग-अलग पूछताछ की गई और फिर तीनों को एक दूसरे के आमने-सामने बैठाकर भी पूछताछ की गई. इस दौरान तीनों में जो एक बात कॉमन थी. वो बात ये थी कि सुसाइड नोट को महंत नरेंद्र गिरि ने नहीं लिखा है. इनका दावा है कि वो इतना नहीं लिख सकते थे. वो बहुत कम लिखते थे. यहां तक कि सिर्फ कभी-कभार साइन ही करते थे.

    क्या कहा है आद्या तिवारी ने

    SIT ने लेटे हनुमान मंदिर के मुख्य पुजारी आद्या तिवारी और उसके बेटे संदीप से भी पहले अलग-अलग पूछताछ की. इस दौरान आद्या तिवारी ने बताया कि जब हम किसी के नियमित संपर्क में रहते हैं तो मतभेद लगे रहते हैं. लेकिन, हम महंतजी का बुरा नहीं चाहते थे.

    उनकी शख्सियत काफी बड़ी थी. जिनसे हमारी कोई तुलना ही नहीं है और ना कभी होगी. सुसाइड नोट को लेकर आद्या तिवारी ने कहा कि ये महंत जी ने नहीं लिखा है. इसी बात को उसके बेटे संदीप ने भी दोहराई.

    हैंडराइटिंग पर आनंद गिरि ने उठाए सवाल

    सूत्रों ने बताया कि आनंद गिरी को महंत नरेंद्र गिरि के कमरे से मिले 13 पन्ने के सुसाइड नोट को भी दिखाया गया. इस पर उसने ये कहा कि सुसाइड नोट में लिखी हैंडराइटिंग नरेंद्र गिरि जी की नहीं है. उसने ये भी कहा कि गुरुजी को मैं अच्छे से जानता हूं. वो ना तो आत्महत्या कर सकते हैं और ना ही सुसाइड नोट लिख सकते हैं.

    महंत गिरि सुसाइड मामला, पुलिस के सामने है कई चुनौतियां, क्या सच तक पहुंच पाएगी जांच एजेंसी ?

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