अब इस बेटी को कहां का नागरिक माना जाएगा अफगान महिला शरणार्थी ने दिया बेटी को प्लेन में जन्म

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अब इस बेटी को कहां का नागरिक माना जाएगाअफगान महिला शरणार्थी ने दिया बेटी को प्लेन में जन्म
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जब पायलट को महिला की हालत के बारे में पता चला तो पायलट ने फ्लाइट को ऊंचाई से उतार कर नीचे किया ताकि विमान में एयर प्रेशर बढ़ाया जाए। जब विमान को नीचे किया गया तो महिला की हालात में सुधार आया।

फ्लाइट को जर्मनी के रैमस्टीन मिलिट्री बेस पर उतारा गया । पायलट ने उतरने से पहले ही महिला के बारे में एटीसी को सूचना दे दी थी जिसने डॉक्टरों की टीम को तैयार रहने का संदेश दिया था। जैसे ही विमान जर्मनी में उतरा डॉक्टरों की टीम तुरंत प्लेन में पहुंची लेकिन महिला की स्थिति ऐसी नहीं थी कि उसे अस्पताल तक ले जाने का टाइम हो।

लिहाजा डॉक्टरों ने तय किया कि महिला की डिलीवरी हवाई जहाज के अंदर ही कराई जाएगी। डॉक्टर महिला को प्लेन के ही कार्गो बे इलाके में लेकर गए और वहां पर महिला की डिलीवरी कराई। महिला ने एक बेटी को जन्म दिया जिसके बाद महिला और बच्ची को पास के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं।

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जर्मनी समेत कई ऐसे देश हैं जिनका इस्तेमाल शरणार्थी को लाने ले जाने वाले विमान ट्रांजिट प्वाइंट की तरह करते हैं। यहां पर शरणार्थियों को अपनी यात्रा के दौरान आराम करने की सहूलियत दी जाती है।

सवाल ये है कि विस्थापन संकट के दौरान हवाई जहाज में पैदा हुई इस बच्ची को किस देश का नागरिक माना जाएगा। जर्मनी का जहां पर उसका जन्म हुआ या फिर अफगानिस्तान का जहां के उसके मां-बाप है यहां फिर उस देश का जहां पर उसके परिवार को शरण मिलने वाली है।

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