
संतोष शर्मा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
GORAKHPUR TEMPLE : गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोपी मुर्तजा अहमद अब्बासी के खिलाफ कई सूबत सामने आए है। उसने 28 डॉलर (वर्तमान में 2113 रुपए) में विदेशी सिम कार्ड भी खरीदा था। लेकिन सवाल ये भी है कि इसकी उसे क्या जरूरत पड़ गई थी ?
यहां सवाल ये उठता है कि वो isis के किस आतंकी के संपर्क में था। कब से था ? ऐसा कौन सा सबूत सामने आया है जिसके जरिए ये कहा जा सकता है वो isis के संपर्क में था ?
अहमद मुर्तजा अब्बासी सोशल मीडिया पर भी एक्टिव था। ट्वीटर पर वह पर सीरिया कैम्प में शरणार्थी मुस्लिम विस्थापितों की सहायता के लिए बनाए गए एकाउंट को फालो करता था। पर यहां सवाल उठता है कि वो सीरिया कैंप में शरणार्थी मुस्लिम को क्यों फोलो करता था। क्या उसकी इनके प्रति विशेष हमदर्दी थी और अगर थी तो क्यों ?
तो क्या लैपटॉप में सीरिया और isis से संबंधित जानकारियां पढ़ना या सेव करना अपराध है ? इसका जवाब बेशक हां है, लेकिन अभी भी कई कड़ियों को पुलिस जोड़ने में लगी है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि मुर्तजा के लैपटॉप में सीरिया और आईएसआईएस से संबंधित कई वीडियो भी मिले हैं। मुर्तजा अब्बासी यमन अमेरिकी इमाम अनवर अल हालाकी को अपना गुरु मानता है।