Moose Wala Murder: शूटर अंकित ने 38 दिन में बदले इतने ठिकाने, लेकिन ये थी उसकी अगली 'प्लानिंग'

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Moose Wala Murder: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Special Cell) ने सिद्धू मूसेवाला मर्डर (Moose Wala Murder) केस में जिन दो शूटरों (Shooters) को दबोचा है। उनके बारे में जिस सच का खुलासा हुआ वो वाकई हैरतअंगेज है। सिद्धू मूसेवाला को सबसे नज़दीक से गोली मारने वाला शूटर अंकित सिरसा पुलिस की गिरफ़्त में आने से पहले छह राज्यों (Six State) के आधा दर्जन से ज़्यादा शहरों में 35 ठिकाने बदल चुका था।

सिर्फ इतना ही नहीं, सिद्धू मूसेवाला को गोली मारने वाले तमाम शूटरों में सबसे छोटा अंकित सिरसा इस बीच अपने साथी के साथ विदेश भागने की फिराक में था। लेकिन इससे पहले उसकी प्लानिंग पूरी हो पाती दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने उसे उसके साथी सचिन चौधरी के साथ दिल्ली से ही दबोच लिया।

दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर HGS धालीवाल के मुताबिक स्पेशल सेल की कई टीमें लगातार सिद्धू मूसेवाला के शूटरों का पीछा कर रही हैं...और उनकी एक एक कदम की छाप को गिरफ़्त में लेने की कोशिश में लगी हुई हैं। इसी सिलसिले में स्पेशल सेल की कुछ टीमों ने झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली की खाक छानी थी।

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Punjabi Singer Murder: सिद्धू मूसेवाला पर बेहद नज़दीक से छह गोली चलाने वाला अंकित सिरसा वारदात के बाद से ही लगातार भाग रहा था। और 24 घंटों के भीतर ही अपना ठिकाना बदल देता था। और इस तरह बीते 38 दिनों के दौरान यानी वारदात वाले रोज से लेकर अब तक उसने 35 ठिकाने बदल चुका था। लगातार ठिकाने बदलने की वजह से स्पेशल सेल की टीम को उसकी असली लोकेशन का पता लगाने में थोड़ा वक़्त लग गया।

बकौल स्पेशल कमिश्नर HGS धालीवाल, अंकित के अलावा बाकी शूटरों का पता लगाने के लिए भी स्पेशल सेल की कई टीमें लगातार कई तरीकों से काम कर रही हैं। दिल्ली पुलिस स्पेशल शूटर्स की तलाश मे झारखंड, मध्यप्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब समेत दिल्ली में भी ढूंढ रही थी।

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सिद्धू मूसेवाला मर्डर केस में दिल्ली पुलिस अभी तक दो ऐसे शूटरों को गिरफ़्तार कर चुकी है जिन्होंने खुद वारदात में हिस्सा लिया। पहला प्रियव्रत उर्फ फौजी और दूसरा अंकित सिरसा।

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लेकिन इसी बीच पुलिस ने एक और चौंकाने वाला सच उजागर किया। पुलिस के मुताबिक अंकित सिरसा वारदात के एक रोज पहले से ही विदेश में किसी के साथ संपर्क में था। वारदात से एक रोज पहले रात 12 बजे के आस पास उसकी विदेश में बात चीत हुई। उसके बाद घटना से कुछ देर पहले भी उसे बाहर से ही कॉल की गई थी। उस कॉल में ये बताया गया था कि मूसेवाला के घर का गेट खुला है, और वो बिना की गॉर्ड के घर से बाहर टहल रहा है। लेकिन उस वक़्त ये लोग मूसेवाला के घर से काफी दूर थे। इसलिए कुछ हो नहीं सका।

Sharp Shooter Nabbed: पुलिस की तफ़्तीश का खुलासा यही है कि अंकित और सचिन ने छुपने के लिए हरियाणा के फतेहाबाद, राजस्थान के पिलानी, हिमाचल के बिलासपुर, उत्तर प्रदेश के नोएडा गाज़ियाबाद के अलावा कई और शहरों में भी गए। इतना ही नहीं मध्य प्रदेश में भी इन लोगों ने कुछ वक़्त बिताया उसके बाद छुपने के लिए ये गुजरात के कच्छ तक पहुंच गए थे।

पुलिस की तफ्तीश के मुताबिक प्रियव्रत फौजी के पकड़े जाने की एक वजह ये भी थी कि वो कच्छ में बिना मास्क के घूमने लगा था जिससे उसकी पहचान पुख्ता होने में ज़्यादा वक़्त नहीं लगा। लिहाजा अंकित डर गया था...उसे लगा कि फौजी के चक्कर में सभी पकड़े जाएंगे इसलिए वो फौजी से अलग हो गया था।

पुलिस के पकड़े गए शूटरों के पास से पिस्तौल और तमंचों के अलावा भारी तादाद में गोलियां भी बरामद हुई हैं लेकिन सबसे ज़्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि पंजाब पुलिस की वर्दी भी इन लोगों के पास से मिली है, जिसका इस्तेमाल सिद्धू मूसेवाला मर्डर के लिए इस्तेमाल किया जाना था। लेकिन जब बिना वर्दी के काम हो गया तो वो वर्दी इन लोगों ने अपने पास ही रख ली थी। गरज ये कि अगर कहीं किसी राज्य में पकड़े गए तो पुलिस की वर्दी पहनकर निकल लेंगे।

पुलिस की तफ्तीश कहती है कि अंकित सिरसा और सचिन दोनों ही विदेश भागने की फिराक में लगे हुए थे और अंकित लगातार अपने विदेशी संपर्क के साथ बातचीत भी कर रहा था। इसी बीच पुलिस को भनक लग गई कि विदेशों से संपर्क में लगे कुछ शूटर हिन्दुस्तान की हद से बाहर निकलने की फिराक में लगे हुए हैं। लिहाजा पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया। और रविवार को उन्हें कामयाबी मिल ही गई।

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