Cyber Crime: ये वाला SMS भेज साइबर ठग ऐसे कर रहे हैं आपका अकाउंट खाली, बचना है तो ये काम करें

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Latest Cyber Crime News : आपके मोबाइल फोन की सर्विस को जल्द ही बंद कर दिया जाएगा. अगर आपने जल्द ही इस नंबर पर कॉल कर KYC अपडेट नहीं कराया तो परेशानी हो सकती है.

इस तरह के मैसेज भेजकर साइबर ठग लोगों को शिकार बना रहे हैं. हाल में ही साइबर ठगों (Cyber Fraud) ने एक रिटायर्ड ब्रिगेडियर को शिकार बनाया है. हाल में ही इनके पास एक SMS आया था. जिसमें लिखा था कि आपका BSNL का सिम जल्द ही बंद हो जाएगा. क्योंकि आपके नंबर की ऑनलाइन KYC नहीं हुई है.

इस मैसेज को देखते ही ब्रिगेडियर ने उसमें दिए नंबर पर कॉल किया. कॉल करने पर उधर से जवाब मिला...

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नमस्कार, मैं बीएसएनएल कस्टमर केयर से राजेश बोल रहा हूं. आपका नंबर 09415.... है. जैसा कि मैं आपके नंबर की डिटेल चेक कर पा रहा हूं. उसके अनुसार, ये नंबर अगले 24 घंटे में बंद हो जाएगा. इसलिए क्या आप अपना नंबर बंद करना चाहेंगे. या फिर इसे अभी फोन पर बात करते हुए अपडेट कराना चाहेंगे

ये सुनकर ब्रिगेडियर और परेशान हो जाते हैं. वो कहते हैं इसी नंबर से उनकी पेंशन और सरकारी बैंक अकाउंट लिंक है. इसलिए इस नंबर को चलाना जरूरी है. लिहाजा, ऐसा क्या करना होगा कि सिम बंद न हो.

इस पर कस्टमर केयर अधिकारी कहता है कि कोरोना की वजह से आपको ऑफिस जाने की जरूरत नहीं है. आप चाहे तो ऑनलाइन ही इस नंबर की केवाईसी करा सकते हैं. घर बैठे नंबर को अपडेट कराने की बात सुन ब्रिगेडियर खुश हो जाते हैं.

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ब्रिगेडियर तुरंत पूछते हैं. इसके लिए मुझे क्या करना होगा? राजेश ने जवाब दिया, आपको एक मोबाइल ऐप डाउनलोड करना होगा. इसके बाद आपको केवाईसी फीस के तौर पर सिर्फ 10 रुपये ट्रांसफर करना होगा. सिर्फ 10 रुपये देने से मेरा नंबर बंद नहीं होगा, ये सुनकर ब्रिगेडियर की खुशी और बढ़ जाती है. वो खुशी-खुशी राजेश की बातों में आ जाते हैं.

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ऐसे समझें : बिना OTP आए कैसे निकल जाता है पैसा

SMS Bank Fraud Cyber Crime News : अब भले ही रिटायर्ड ब्रिगेडियर खुश थे कि उनका काम काफी शॉर्टकट में हो जाएगा. लेकिन वो बड़े साइबर खतरे से अंजान थे. कॉल सेंटर अधिकारी बना राजेश ब्रिगेडियर से कहता है कि आप मोबाइल के प्ले स्टोर (Play Store) में जाइए. उसमें QS या Team Viewer टाइप करे. अब QS टाइप करते ही Team Viewer-Quick Support के नाम से एक ऐप दिख रहा होगा. इसे डाउनलोड कर लीजिए.

ब्रिगेडियर इसे डाउनलोड कर लेते हैं. इसे डाउनलोड करते ही 9 अंकों यानी डिजिट का नंबर स्क्रीन पर आता है. कस्टमर केयर अधिकारी बना साइबर क्रिमिनल 9 डिजिट नंबर को पूछ लेता है.

इसक बाद कहता है कि आप अपने फोनपे PhonePe से ऑनलाइन एक नंबर पर 10 रुपये ट्रांसफर कर दीजिए. इसके बाद आपका फोन नंबर बंद नहीं होगा. इसके बाद ब्रिगेडियर 10 रुपये ट्रांसफर कर देते हैं. लेकिन थोड़ी देर में ही इनके अकाउंट से लगातार 5 ट्रांजैक्शन होते हैं और 75 हजार रुपये निकल जाते हैं.

इसके लिए OTP का भी कोई मैसेज नहीं आता है. ये मैसेज पढ़ते ही ब्रिगेडियर दंग रह जाते हैं. आखिर ये सबकुछ हुआ कैसे. इसके बाद वो तुरंत सेना के बैंक मैनेजर को कॉल कर अपना अकाउंट ब्लॉक कराते हैं. साइबर ठगी की इस घटना से परेशान ब्रिगेडियर फिर उस कस्टमर केयर को कॉल करते हैं. अब वो फोन नहीं उठाता है.

कई बार कॉल करने पर राजेश फोन उठाता है तो ब्रिगेडियर उसे धमकाने लगते हैं. कहते हैं पैसे वापस कर दो. लेकिन जवाब सुनकर फिर से ब्रिगेडियर दंग रह जाते हैं. राजेश कहता है कि जो करना है कर लो. एसपी हो या कमिश्नर किसी से शिकायत कर लो. हमलोगों का कोई कुछ नहीं कर पाएगा. फिर हंसते हुए राजेश अपना नंबर बंद कर लेता है. अब इस मामले में रिटायर्ड ब्रिगेडियर ने लखनऊ के गौतमपल्ली थाने में साइबर क्राइम में रिपोर्ट दर्ज कराई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

साइबर क्रिमिनल खासतौर पर तीन रिमोट मोबाइल ऐप के जरिए ठगी कर रहे हैं. इन ऐप के नाम हैं, Quick Support, ANY Desk, Team Viewer. दरअसल, ये तीनों रिमोट ऐप होते हैं यानी इनके जरिए आपके मोबाइल या कंप्यूटर डिवाइस को हजारों किलोमीटर दूर बैठा शख्स भी अपने कंट्रोल में ले सकता है...रक्षित टंडन, साइबर एक्सपर्ट

इन 3 ऐप से ऐसे होता है Cyber Fraud

साइबर एक्सपर्ट रक्षित टंडन ने बताया कि Quick Support, ANY Desk, Team Viewer जैसे रिमोट ऐप के जरिए आपके मोबाइल या कंप्यूटर डिवाइस को हजारों किलोमीटर दूर बैठा शख्स भी अपने कंट्रोल में ले सकता है.

इन ऐप का इस्तेमाल किसी मोबाइल या कंप्यूटर में खराबी आने पर घर बैठे उसे ठीक कराने में होता है. लेकिन साइबर ठग अब किसी ना किसी बहाने इसे डाउनलोड करा लेते हैं और फिर 9 अंकों का नंबर पूछ लेते हैं. उस नंबर को साइबर ठग अपने रिमोट ऐप में डालते हैं और एक तरह से दूसरे के स्मार्टफोन का कंट्रोल अपने हाथ में ले लेते हैं.

इसके बाद कोई शख्स जैसे ही 10 रुपये या 1 रुपये भी दूसरे खाते में ट्रांसफर करता है तो वो उसका पासवर्ड जान जाते हैं. और फिर आसानी से उसी के खाते से दूसरे खाते में पैसे ट्रांसफर कर साइबर ठगी को अंजाम देते हैं.

Cyber Safety Tips

  • सबसे पहले इस तरह के SMS आने से घबराएं नहीं

  • बैंक या कोई कंपनी कभी ऐसे मैसेज नहीं भेजती हैं

  • इसलिए ऐसे मैसेज आए तो उसे नजरअंदाज करें

  • कभी भी कोई मोबाइल रिमोट ऐप डाउनलोड न करें

  • ठग कई बार स्कैन करने के लिए QR कोड भेजते हैं

  • QR कोड स्कैन करते ही खाते से पैसे निकल जाएंगे

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