बेंगलुरु पुलिस ने 854 करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी का भंडाफोड़ किया, छह जालसाज गिरफ्तार

ADVERTISEMENT

बेंगलुरु पुलिस ने 854 करोड़ रुपये की साइबर धोखाधड़ी का भंडाफोड़ किया, छह जालसाज गिरफ्तार
जांच में जुटी पुलिस
social share
google news

Bengaluru Police News: बेंगलुरु पुलिस ने 854 करोड़ रुपये के साइबर धोखाधड़ी घोटाले का पर्दाफाश कर एक निवेश योजना की आड़ में देशभर से हजारों लोगों को ठगने के आरोप में छह लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मनोज, पानिन्द्र, चक्रधर, श्रीनिवास, सोमाशेखर और वशनाथ के रूप में हुई है और ये सभी बेंगलुरु के रहने वाले हैं। पुलिस ने बताया कि तीन अन्य आरोपियों की पहचान की गई है, जिनपर इस पूरे घोटाले का सूत्रधार होने का आरोप है। पुलिस के मुताबिक, उन्हें गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

हजारों लोगों को ठगने वाले 6 गिरफ्तार

अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि ठगी की कुल रकम में से पांच करोड़ रुपये जब्त कर लिए गए हैं। पुलिस के मुताबिक, बेंगलुरु के एक अकेले शख्स से 49 लाख रुपये की धोखाधड़ी हुई है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक, गिरोह ने पीड़ितों को व्हाट्सएप और टेलीग्राम के जरिये अपने जाल में फंसाया। शुरुआत में उन्हें यह कहकर 1,000 रुपये से 10,000 रुपये का निवेश करने के लिए कहा गया कि इससे उन्हें हर दिन 1,000 रुपये से 5,000 रुपये का मुनाफा होगा। अधिकारी के अनुसार, हजारों पीड़ितों ने एक लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये या उससे अधिक राशि निवेश की।

854 करोड़ रुपये के साइबर धोखाधड़ी 

उन्होंने बताया कि पीड़ितों द्वारा निवेश की गई धनराशि ऑनलाइन भुगतान के जरिये विभिन्न बैंक खातों में भेजी गई और निवेश प्रक्रिया पूरी होने के बाद जब पीड़ित धनराशि निकालने की कोशिश करते, तो उन्हें कभी वापस पैसा नहीं मिलता। पुलिस अधिकारी ने बताया कि धनराशि मिलने के बाद आरोपी उसे धन शोधन से जुड़े खातों में भेज देते। उन्होंने बताया कि कुल 854 करोड़ रुपये की धनराशि क्रिप्टो करेंसी (बाइनेंस), पेमेंट गेटवे, गेमिंग ऐप के जरिये विभिन्न ऑनलाइन भुगतान माध्यमों में भेजी गई। 

ADVERTISEMENT

क्रिप्टो करेंसी (बाइनेंस), पेमेंट गेटवे, गेमिंग ऐप के जरिये भुगतान

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए सभी छह आरोपी अलग-अलग भूमिकाएं निभाते थे। इनमें से कुछ आरोपी लोगों को पहचान कर उन्हें व्हाट्सऐप और टेलीग्राम के माध्यम से अपना निशाना बनाते थे जबकि अन्य पैसा जमा कराने व धोखाधड़ी से हासिल की गई रकम को हस्तांतरति करने के लिए बैंक खातों का इंतजाम किया करते थे। पुलिस के मुताबिक, आरोपी गिरोह के पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन, प्रिंटर और स्वाइप मशीन जैसे कई उपकरण बरामद किए गए हैं।

(PTI)

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT

    ऐप खोलें ➜