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Al Qaeda: अमेरिका ने ड्रोन स्ट्राइक में अल कायदा के चीफ अल जवाहिरी को मार गिराया है। 71 साल के अल जवाहिरी ओसामा बिन लादेन की मौत के बाद से आतंकी संगठन अल कायदा का लीडर था। जवाहिरी काबुल में एक घर में छिपा था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अल जवाहिरी की मौत की पुष्टि की है।
कैसे किया गया ढेर?
जवाहिरी ने काबुल में शरण ले रखी थी। इस हमले के लिए अमेरिका ने दो Hellfire मिसाइल का इस्तेमाल किया। ड्रोन हमले को रविवार सुबह 6 बजे के आसपास अंजाम दिया गया। जवाहिरी पर हमले से पहले बाइडेन ने अपनी कैबिनेट और सलाहकारों के साथ कई हफ्तों तक मीटिंग की। इस हमले के वक्त कोई भी अमेरिकी काबुल में मौजूद नहीं था।
तालिबान को पता था जवाहिरी अफगानिस्तान में छिपा है
तालिबान ने कोशिश की कि उसके ठिकाने तक कोई न पहुंच सके। इसके लिए उसके परिवार के सदस्यों की लोकेशन भी बदली गई। हालांकि, अमेरिका ने साफ कर दिया कि इस हमले में उसके परिवार को न ही निशाना बनाया गया, न ही उसे कोई नुकसान पहुंचा। अमेरिका के मुताबिक, ये दोहा संधि का उल्लंघन है।
कौन था जवाहिरी?
जवाहिरी 11 साल से अल कायदा की कमान संभाल रहा था। वह कभी ओसामा बिन लादेन का पर्सनल फिजीशियन था। जवाहिरी इजिप्ट के प्रतिष्ठित परिवार से आता है। उसके दादा रबिया अल-जवाहिरी काहिरा में अल-अजहर यूनिवर्सिटी में इमाम थे। उसके परदादा अब्देल रहमान आजम अरब लीग के पहले सचिव थे। इतना ही नहीं जवाहिरी ने अमेरिका पर आतंकी हमले के मास्टरमाइंड की साजिश में मदद की थी। 11 सितंबर, 2001 को अमेरिका पर हुए हमलों के बाद जवाहिरी लगातार छिप रहा था। इसके बाद अफगानिस्तान के पहाड़ी तोरा बोरा क्षेत्र में वह अमेरिकी हमले में बच गया था। इसमें उसकी पत्नी और बच्चों की मौत हो गई थी।
क्या बोले अमेरिकी राष्ट्रपति
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि जवाहिरी 9-11 की साजिश में शामिल था। इस हमले में 2977 लोगों की मौत हो गई थी। दशकों से वह अमेरिकियों पर हमले का मास्टरमाइंड रहा है।