
lata mangeshkar
Lata Mangeshkar Alvida : आखिरकार भारत स्वर कोकिला लता मंगेशकर हमारे बीच नहीं रहीं. स्वर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने दुनिया को अलविदा कह दिया. 92 साल की लता जी 8 जनवरी को कोरोना पॉजिटिव हुई थीं. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. कोरोना वायरस से 29 दिनों तक जंग लड़ने के बाद आखिरकार उन्होंने हम सबको अलविदा कह दिया.
स्वर कोकिला दीदी और ताई जैसे नामों से हमारे दिलों में लोकप्रिय हो चुकी लता जी के जाने से पूरे देश और दुनिया में शोक की लहर है. पिछले कई दिनों से हम सब उन्हें ठीक होने की दुआ कर रहे थे लेकिन आखिरकार वह वक्त आ ही गया जब स्वर कोकिला है हम सबको छोड़ कर चली गईं.
Lata Ji
लता जी ने 36 भाषाओं में 50 हजार गीत गाए
भारत रत्न' लता मंगेशकर के गीत हर किसी की जुबां पर है. और हमेशा रहेंगे. लता जी ने 36 भाषाओं में 50 हजार से ज्यादा गीत गाए हैं. वो खुद कहतीं थीं, 'पिताजी जिंदा होते तो मैं शायद गायिका नहीं होती'...
एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि वो लंबे समय तक पिता के सामने गाने की हिम्मत तक जुटा नहीं पातीं थीं. जब खुद पर ही परिवार को संभालने की जिम्मेदारी आई तब इतना गाया कि सर्वाधिक गाने रिकॉर्ड करने का कीर्तिमान 'गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में ही दर्ज हो गया. उन्होंने 1974 से 1991 तक हर साल गानों का रिकॉर्ड अपने नाम पर दर्ज कराती रहीं।