Indigo News : दिव्यांग बच्चे को इस वजह से इंडिगो ने फ्लाइट में सफर करने से रोका, मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लिया ये बड़ा एक्शन
Indigo Airlines Ranchi News : क्या दिव्यांग बच्चे को किसी एयरलाइंस में सफर करने का अधिकार नहीं है? क्या वो स्पेशल चाइल्ड है और किसी को थोड़ा परेशान कर सकता है तो एयरलाइंस स्टाफ उसे जाने से रोक देगा? हाल में ही इंडिगो एयरलाइंस की तरफ से ऐसा ही कदम उठाया गया.
इसमें झारखंड के रांची एयरपोर्ट पर 7 मई को एक दिव्यांग बच्चे को परिवार के साथ फ्लाइट में सफर करने से रोका गया. इसके बाद उस बच्चे के परिवार ने भी सफर करने से मना कर दिया था. इसे देख वहां के एक यात्री ने मामले को ट्वीट कर दिया और DGCA नागर विमानन महानिदेशालय को भी टैग कर दिया.

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर कही ये बड़ी बात
Jyotiraditya M. Scindia on Indigo Airlines Controversy : ये मामला तुरंत तूल पकड़ लिया. अब 9 मई को केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद इस मामले का संज्ञान लिया. उन्होंने भी इस मामले पर अपना बयान देते हुए कहा है कि ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्विटर पर लिखा...
'ऐसे रवैये के लिए जीरो टॉलरेंस है. किसी भी इंसान को इससे नहीं गुजरना चाहिए! मामले की खुद जांच कर रहा हूं, जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.'
वहीं, इस मामले में मंत्री के आने के सभी विभाग भी गंभीर हो गए हैं. नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने भी इंडिगो से रिपोर्ट मांगी है.
मनीष गुप्ता ने किया था ट्वीट, बताई थी पूरी घटना
एक यूजर मनीष गुप्ता ने इस मामले को सोशल मीडिया पर ट्वीट किया था. उन्होंने लिखा था कि शनिवार यानी 7 मई को रांची एयरपोर्ट का ये मामला है. जिसमें एक दिव्यांग बच्चा फ्लाइट में चढ़ने से काफी डर रहा था. उसे देख माता-पिता काफी समझा रहे थे.
उसे शांत कराने में जुटे थे. बच्चा शांत नहीं हो रहा था तब इंडिगो एयरलाइंस के स्टाफ ने बच्चे को प्लेन में चढ़ाने से मना कर दिया. इंडिगो एयरलाइंस स्टाफ ने तर्क दिया था कि इस बच्चे के सफर करने से अन्य यात्रियों को भी खतरा है. वहीं, दूसरे यात्रियों ने एयरलाइंस की इस हरकत का विरोध किया.
दिव्यांग बच्चों को लेकर कोर्ट ने क्या कहा है?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट (SC) ने अपने एक फैसले में कहा था कि कोई भी एयरलाइंस दिव्यांग यात्रियों के खिलाफ भेदभाव नहीं कर सकती. दरअसल, ये समानता का अधिकार है. बताया जा रहा है कि रांची एयरपोर्ट पर हुए इस मामले में कुछ लोगों ने तर्क दिया था कि फ्लाइट में डॉक्टर भी हैं जिससे कोई दिक्कत नहीं आएगी. लेकिन इसके बाद भी एयरलाइंस स्टाफ ने बच्चे को सफर करने से साफ मना कर दिया था.
क्या है इंडिगो एयरलाइंस का बयान?
इस केस को लेकर इंडिगो एयरलाइंस का भी बयान आया है. जिसमें कहा गया है कि 7 मई को एक दिव्यांग बच्चा अपने परिवार के साथ फ्लाइट में नहीं चढ़ सका. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि वो काफी डरा हुआ था. आखिरी मिनट तक वो शांत नहीं हुआ तब ग्राउंड स्टाफ ने दूसरे यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए बच्चे को प्लेन में सफर करने से रोक लिया था. इसके बाद बच्चे और उसके परिवार को एयरलाइन की तरफ से होटल में रुकने की सुविधा दी गई और अगली सुबह दूसरी फ्लाइट से हैदराबाद भेजा गया.