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Delhi Crime News: मौत के मांझे या फिर चाइनीज मांझे (Chinese-Manjha) की वजह से एक युवक की गर्दन कट (Throat Cut) जाने के बाद दिल्ली पुलिस (Police) एक्शन (Action) में है। लगातार दिल्ली में छापेमारी की जा रही है और जिनके पास भी खतरनाक मांझा मिल रहा है उसे जब्त किया जा रहा है और बेचने वाले को गिरफ्तार किया जा रहा है। दिल्ली के अलग अलग जिलों में खतरनाक प्लास्टिक के मांझे के खिलाफ कार्यवाही जारी है।
बाहरी दिल्ली में पुलिस ने एक टीम बनाई जो बाजारों में जाकर ऐसे मांझे बेचने वालों के खिलाफ कार्यवाही कर रही है। बाहरी दिल्ली पुलिस के डीसीपी समीर शर्मा ने बताया की उनकी टीम ने अब तक 11 एफआईआर दर्ज की है, 11 लोगो को गिरफ्तार किया है और 59 अवैध चाइनीज मांझे के रोल बरामद किए है।
साउथ दिल्ली में खतरनाक चाइनीज़ मांझा के खिलाफ दक्षिणी दिल्ली पुलिस एक्शन में है। दक्षिणी जिला पुलिस ने चाइनीज मंझे के खिलाफ ड्राइव चलाया और 7 लोगो को गिरफ्तार कर उनके पास से 95 चाइनीज मांझे के रोल बरामद क्या है।
उत्तर पश्चिम जिले में वहीं उत्तर पश्चिम जिला पुलिस ने एक गोदाम ही पकड़ लिया जहां पर जहां पर 205 कार्टन में 11 हजार 760 रोल चाइनीज मांझे के बरामद किए हैं। पकड़ में आये आरोपी का नाम अमरजीत है। अमरजीत इस मांझे को कोड नाम से दुकानदारो को सप्लाई करता था। अमरजीत शाम या रात में ही इस मांझे की सप्लाई करता था।
पूछताछ में इसने पुलिस को बताया कि उसने नोएडा के एक होलसेलर से 400 कार्टन चाइनीज मांझा खरीद था। इन मांझा को अमरजीत ने दूसरे ब्रांड के नाम से खरीदा था। अमरजीत ने पुलिस को बताया कि नोएडा के जिस शख्स ने उसे ये मांझा बेच था वो सूरत से दिल्ली ट्रक में इस मांझा लाया था। फिर मांझे को एक किराए के गोदाम में रखा गया था। और फिर यहां से दिल्ली एनसीआर के दुकानदारों को बेचा जा रहा था।
कैसे होते है ये मांझे?
चाइनीज मांझा बेहद खतरनाक होता है, अगर गले मे फंस जाए तो गला कट जाता है। पक्षियों के लिए भी बेहद खरतनाक होता है। इसलिए 10 जनवरी 2017 को दिल्ली सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी कर इसके बेचने, बनाने, इसको जमा करके रखने सप्लाई करने और इम्पोर्ट पर भी बैन लगा दिया था।
ये वो मांझे थे जो नाइलोन, प्लास्टिक या किसी भी सिंथेटिक मैटेरियल से बना हो। या फिर कभी कभी मांझे को मजबूत बनाने के लिए उस पर मैटेलिक पाउडर या फिर शीशे के पॉउडर लगाया जाता है, जो कि इंसानों खासतौर से बाइकर और पक्षियों के लिये बेहद घातक होता है।