IAS Pooja Singhal Inside Story : पढ़ाई को तपस्या समझा. हमेशा आगे रहने की जिद. जिस तरफ कदम बढ़ाया. वही कदम शिखर पर पहुंच गया. मंजिल पाने की चाहत. जूनुन ऐसा कि पहले प्रयास में देश की सबसे मुश्किल परीक्षा सिविल सर्विसेज में टॉपर रैंक में शामिल हुई. वाकई कुछ ऐसी ही थी उस पूजा की हसरत.
पूरा नाम पूजा सिंघल. IAS 2000 बैच. कैडर झारखंड. पर वही पूजा का नाम अब पैसों की पूजा से जोड़कर चर्चा में है. पर कभी ये नाम शिक्षा विभाग में किताबों के घोटाले का खुलासा करने वाली दबंग अधिकारी से भी चर्चा में रहा. तो कभी लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में जिस नाम की चर्चा अखबारों की सुर्खियां बनीं थीं. अब उसी मीडिया में पूजा के कारनामों की चर्चा है. ऐसे में जानते हैं पूजा सिंघल की पूरी कहानी.
IAS Pooja Singhal Family and Birth :पहाड़ों की खूबसूरत वादियों देहरादून में पूजा सिंघल का जन्म 7 जुलाई 1978 को हुआ. बचपन से ही होनहार. हर क्लास में ये टॉपर रहीं. देहरादून की गढ़वाल यूनिवर्सिटी में बिजनेस मैनेजमेंट में ग्रेजुएशन की पढ़ाई. फर्स्ट डिविजन टॉपर रहीं.
सिविल सर्विसेज की परीक्षा देने की उम्र ही 21 साल तय है. यानी इससे कम उम्र है तो आप परीक्षा नहीं दे सकते. पर इतनी कम उम्र में ही इस परीक्षा को पास करने लेना भी आसान नहीं. लेकिन नामुमकिन भी नहीं. क्योंकि महज 21 साल की उम्र में ही पहले प्रयास में पूजा सिंघल ने सिविल सर्विसेज परीक्षा पास की और टॉपर रैंक होने की वजह से आईएएस बन गईं.
2000 बैच की आईएएस अधिकारी. कैडर मिला झारखंड. ट्रेनिंग पूरी होने के बाद साल 2004 में बतौर SDO पद पर वो सुर्खियों में आईँ. उस समय पोस्टिंग मिली झारखंड के हजारीबाग में. उसी साल झारखंड शिक्षा परियोजना में किताबों की कालाबाजारी हुई थी. लाखों-करोड़ों रुपये के किताबों की हेरफेर हुई थी. किताबों को स्कूलों में भेजने के बजाय गोदामों में छुपाकर रखा गया था.
IAS Pooja Singhal Biography : नई-नई पोस्टिंग. नया रुतबा. सबसे कम उम्र की आईएएस अधिकारी बनने का अलग ही था जलवा. फिर क्या था. पूजा सिंघल ने मोर्चा संभाला. और फिर किताबों की कालाबाजारी करने वाले गोदामों पर छापेमारी करना शुरू किया.
उस समय करोड़ों का घोटाला उजागर हुआ. और वहां के अखबारों की सुर्खियों में पूजा सिंघल को सिंघम बना दिया गया. इनकी ईमानदारी के चर्चे होने लगे. लोग ये कहने लगे देखने में ये अधिकारी भले इतनी कम उम्र की है लेकिन इसके इरादे कहीं बड़ें हैं.
इधर अपने करियर की शुरुआत में ही बड़े-बड़े एक्शन लेने वाली पूजा सिंघल अपनी निजी जिंदगी में भी उड़ान भरने लगीं थीं. इनके फोटो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल होने लगे थे. इसी बीच इनकी नजदीकियां IAS राहुल पुरवार से बढ़ीं.
फिर दोनों शादी के बंधन के बंध गए. ये पूजा की पहली शादी थी. लेकिन कुठ महीनों बाद ही दोनों के रिश्तों में दरार पड़ने लगी. और आखिरकार ये दरार इतनी बड़ी हो गई कि दोनों एक दूसरे से अलग हो गए. पढ़ाई में हमेशा टॉपर रहीं पूजा की पर्सनल लाइफ के पहले पड़ाव में क्लीन बोल्ड हो गईं.
IAS Pooja Singhal Story in Hindi : इसके बाद पूजा सिंघल की लाइफ में नई एंट्री होती है. ये एंट्री थी मुजफ्फरपुर के अभिषेक झा उर्फ बिट्टू की. कहा जाता है कि ऑस्ट्रेलिया के कस्टम विभाग में कार्य कर चुके अभिषेक की पहचान फेसबुक के जरिए पूजा सिंघल से हुई थी. दोनों में अच्छी दोस्ती हुई और फिर अभिषेक इंडिया लौट आए. यहां के रांची के एक चर्चित जिम में पूजा सिंघल और अभिषेक की मुलाकात हुई. फिर दोनों ने शादी करने का फैसला लिया. बिहार के मुजफ्फरपुर मे दोनों की शादी हुई. ये पूजा सिंघल की दूसरी शादी थी.
जब पूजा के जहर कांड की हुई थी चर्चा : पूजा सिंघल का नाम भले ही 21 साल की उम्र में लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गया था. लेकिन उनकी चर्चा अब कई विवादों से भी होने लगी थी. झारखंड के चतरा में जब वो डिप्टी कलेक्टर थीं तब अचानक उनके फोन से सीनियर अफसरों को कुछ चौंकाने वाले मैसेज भेजे गए.
इसके बाद पता चला कि पूजा सिंघल ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया है. उन्हें रांची के एक बड़े नामी अस्पताल में भर्ती कराया गया. कुछ दिनों बाद उनकी तबीयत ठीक हुई थीं. उसे लेकर कई तरह की बातें मीडिया में उड़ीं. लेकिन किसी की कभी पुष्टि नहीं की गई.
पूजा सिंघल वर्तमान में झारखंड में माइनिंग सेक्रेटरी थीं. जब ईडी ने इन पर कार्रवाई शुरू की तब वे कई दिनों की अचानक छुट्टी पर चलीं गईं थीं. ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने कई दिनों की पूछताछ के बाद खूंटी के मनरेगा घोटाले में पूजा सिंघल को गिरफ्तार कर लिया.
असल में ईडी के कई सवालों का वो जवाब दे रहीं थीं और खुद को निर्दोष बताती रहीं. पर उनके अकाउंट में सैलरी से अलग 1.43 करोड़ रुपये कैसे और कहां से आई, इस बारे में पूजा कोई जानकारी नहीं दे पाईं. बताया जा रहा है कि दूसरे दिन की पूछताछ में पूजा सिंघल ने मनरेगा घोटाले में एक मंत्री का नाम भी लिया है.
ईडी ने पूजा सिंघल मामले में झारखंड के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल, दिल्ली और राजस्थान में कुल 25 ठिकानों पर 6 मई को छापेमारी की थी. पूजा के सीए सुमन सिंह के पास से 19.31 करोड़ रुपये कैश मिले थे. इसके बाद सीए को भी अरेस्ट कर लिया गया था.
जांच में ये भी पता चला है कि पूजा सिंघल ने अपने सीए सुमन कुमार के पिता घनश्याम सिंह की पार्टनरशिप वाली फर्म मेसर्स संतोष क्रुशेरर मेटल वर्क्स के खाते में 21 सितंबर 2017 को 6.22 लाख भेजे थे.