'मी लॉर्ड! फल और कुरकुरे बिस्किट भिजवा दीजिए', रोटी खाते खाते ऊब गया हूं, कोर्ट में गिडगिड़ाया माफिया डॉन
mafia don mukhtar ansari : माफिया डॉन मुख्तार अंसारी कोर्ट में पेशी के समय जज साहब के सामने पहुँचा तो गिड़गिड़ाने लगा कि मी लॉर्ड मुझे फल और बिस्किट कुरकुरे भिजवा दीजिए। मुख्तार को गिड़गिड़ाता देख जज साहब को भी हंसी आ गई।
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mafia don mukhtar ansari : आमतौर पर कोर्ट (Court) में पेशी के दौरान जज किसी मुल्जिम या मुजरिम की बात सुनकर हंस पड़ें और देर तक कोर्ट में ठहाके गूंजते रहें, ऐसा आमतौर पर बहुत कम होता है...लेकिन एमपी एमएलए कोर्ट (MP MLA Court) में विशेष सत्र न्यायाधीश की अदालत में ऐसा ही हैरतअंगेज वाकया देखने को मिला जिसकी चर्चा चारो तरफ हो रही है।
वर्चुअल पेशी के दौरान जज साहब से गुहार
यूपी के माफिया और खुद को डॉन कहलाने वाले बाहूबली मुख्तार अंसारी (mukhtar ansari ) ने जज से जो गुहार लगाई है, उसे सुनकर कोई भी हंसी नहीं रोक पा रहा। पूरे सूबे में अपने नाम की दहशत फैला चुके मुख्तार अंसारी अब जेल की रोटी खाते खाते लगभग ऊब चुके हैं। लिहाजा बाराबंकी की जेल में बंद माफिया डॉन ने अपनी वर्चुअल पेशी के दौरान जज साहब से गुहार लगाई...मी लॉर्ड, कुछ फल बिस्किट और कुरकुरे दिलवा देते तो बड़ी मेहरबानी हो जाती। माफिया मुख्तार को ऐसा कहते सुनकर खुद जज साहब हंसे बिना नहीं रह सके।
एमपी एमएलए कोर्ट में वीडियो पेशी
पिछले दिनों बांदा जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेशी हुई थी। एमपी एमएलए कोर्ट में वीडियो पेशी के दौरान विशेष सत्र न्यायाधीश कमल कांत श्रीवास्तव के सामने हाजिरी लगाने के बाद मुख्तार ने कहा, मी लॉर्ड कुछ कहने की इजाजत मिलेगी..और जज से इजाजत मिलने के बाद मुख्तार ने कहना शुरू किया। मी लॉर्ड मुझे कुछ खाने पीने का सामान दिलवा दीजिए, कुछ फल, बिस्किट के साथसाथ कुरकुरे मिल जाते तो बड़ी मेहरबानी हो जाती क्योंकि साहब रोटी खाते खाते जी ऊब गया।
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…और जज साहब हंस पड़े
मुख्तार की ये डिमांड और उनका कहने का अंदाज ही कुछ ऐसा था जिसे सुनकर जज साहब भी हंसे बिना नहीं रह सके। और जज साहब को हंसता मुस्कुराता देखकर वहां मौजूद तमाम वकील भी खिलखिला पड़े। बांदा में मुख्तार अंसारी के वकील नसीम हैदर भी उस वक़्त कोर्ट में मौजूद थे। उसी समय मुख्तार ने कोर्ट से गुहार लगाई कि मी लॉर्ड आपकी कस्टडी में बांदा जेल में बंद हूं। और मेरे वकील के जरिए खाने पीने, फल बिस्किट भिजवाने का आदेश कर दीजिए। कोर्ट के भीतर का ये वाकया एक वकील ने सुनाया। वकील के मुताबिक मुख्तार की ये गुहार सुनकर जज साहब पहले तो हंसे और फिर मुस्कुराते हुए अपने चैंबर में चले गए।
पहली बार नहीं की मुख्तार ने डिमांड
मजे की बात ये है कि मुख्तार अंसारी की ये अनोखी डिमांड कोई पहली बार नहीं सामने आई है। इससे पहले भी मुख्तार अंसारी जेल में केले और लखनऊ के आम की डिमांड कर चुका है। और दिलचस्प बात ये है कि कोर्ट के आदेश के बाद वो उसे मिल भी चुके हैं।
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जज साहब को देखते ही गिड़गिड़ाने लगा
ये बात गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी की विशेष सत्र न्यायाधीश कमल कांत श्रीवास्तव की कोर्ट में गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्ज मुकदमों में सुनवाई चल रही है। उसी सुनवाई के दौरान ही जज साहब को देखते ही मुख्तार अंसारी गिड़गिड़ाने लगा। मजे की बात ये है कि ऐसा करने के लिए उसने अपने वकील से भी सलाह मशविरा करना मुनासिब न समझा। जेल में मुख्तार अंसारी पर काफी सख्ती बरती जा रही है।
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मुख्तार पर जेल में सख्ती
इसी के तहत 19 मई को बांदा जिले के डीएम और एसपी ने मुख्तार की बैरक में बाकायदा छापा भी मारा था और वहां से कुछ पेपर उठा लिए। और इसके बाद फर्जी दस्तावेज तैयार करने के जुर्म में IPC की धारा 419 और 420 के तहत एक और मुकदमा जड़ दिया गया। और उसी के बाद से मुख्तार अंसारी पर सलाखों में भी कड़ा पहरा रखा जा रहा है। मुख्तार के ही एक वकील रणधीर सिंह सुमन ने बताया है कि राज्य सरकार मुख्तार अंसारी को खाने पीने का सामान मुहैया नहीं करवा रही। वकील का कहना है कि मुख्तार को डॉक्टर की तरह से कहा गया है कि उन्हें अपने खाने पीने का ख्याल रखना होगा क्योंकि वो बीमार हैं। चूंकि जेल का खाने का अपना नियम है लेकिन वो बीमार आदमी के लिए नहीं है, इसीलिए मुख्तार ने जज साहब से गुहार लगाई कि उन्हें कुछ खाने पीने की चीजें मुहैया करवा दी जाएं।
पहले केले और दशहरी आम मांग चुका
इससे पहले मुख्तार अंसारी ने पिछली पेशी के दौरान जज साहब से केले और लखनऊ के दशहरी आम खाने की इजाजत मांगी और फिर अपने वकील से कहा था कि अगली बार बांदा जेल में आइयेगा तो केले और आम लेते आइयेगा...और मजे की बात ये है कि जज साहब ने उसे केले और आम मुहैया करवाने का इजाजत दे दी थी।
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