माफिया अतीक और अशरफ को सरेआम गोलियों से भूनने वालों को कोर्ट ने दिया एक और बड़ा झटका
तीन आरोपियों लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य कोर्ट में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए जहाँ जस्टिस दिनेश कुमार गौतम ने उन्हें माफिया अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की हत्या के आरोप में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है
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Atiq Ahmed murder: तीन आरोपियों लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य कोर्ट में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए जहाँ जस्टिस दिनेश कुमार गौतम ने उन्हें माफिया अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की हत्या के आरोप में 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा है. मामले की सुनवाई 12 मई को होगी.
शूटरों को निहत्थे करने के आरोप में जांच के दौरान एसआईटी को 4 मोबाइल नंबरों का पता चला है, जिनमें लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य के मोबाइल नंबर शामिल हैं. इन नंबरों की कॉल डिटेल भी एसआईटी को मिल गई है. पुलिस अभी सीडीआर के जरिए जाँच कर रही है कि शूटरों ने वारदात से पहले किससे और कितनी बार बात की है.
लवलेश तिवारी, जो बांदा में रहते हैं, हत्या करने वाले शूटरों में से एक था और उसने हत्या से पहले अपने भतीजे को आखिरी कॉल किया था. इसके अलावा उसने परिवार के सदस्यों से भी बातचीत की थी. फिर उसने अपने मोबाइल और सिम को तोड़ दिया था. दूसरे शूटर अरुण मौर्य ने भी नोएडा में अपने मोबाइल और सिम को नष्ट कर दिया था. लवलेश ने 12 अप्रैल को लखनऊ में अपने मोबाइल और सिम कार्ड को नष्ट कर दिया था. एसआईटी ने जांच में इससे जुड़े 24 और लोगों को नोटिस जारी किया है, जिनमें पुलिसकर्मी, मीडियाकर्मी, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर और अन्य लोग शामिल हैं.
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क्या था मामला?
प्रयागराज के अतीक अहमद और उनसे भाई अशरफ को 15 अप्रैल की रात तीन शूटरों द्वारा गोलियों से मार दिया गया था. ये तीनों हमलावरों पत्रकार बनकर इन दो भाइयों के पास पहुंचा थे जब गोली मारी गई थी. उस समय पुलिस इन दोनों भाइयों को मेडिकल चेकअप के लिए ले जा रही थी। घटना के बाद पुलिस ने तीनों हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस के अनुसार, अतीक और अशरफ पर गोली चलाने वाले तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक इतिहास रहा है.
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