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Moose Wala Murder: सिद्धू मूसेवाला को किसने मारी थी पहली गोली? इस सवाल को सबसे ज़्यादा बार पूछा गया है। और इसी सवाल की उलझन में पंजाब से लेकर दिल्ली पुलिस (Delhi Police) भी उलझी हुई थी। लेकिन अब तक पुलिस के शिकंजे में फंस चुके तमाम शूटरों (Shooters) से पुलिस को जो जानकारी हासिल हुई है उसके मुताबिक सिद्धू मूसेवाला पर पहली गोली चलाने वाले शूटर का नाम है मनप्रीत उर्फ मन्नू।
बताया जा रहा है कि मनप्रीत उर्फ मन्नू ने ही पहली गोली सिद्धू मूसेवाला पर दागी थी और वो भी अपनी AK-47 से।
सिद्धू मूसेवाला की तफ्तीश से जुड़ी पुलिस की टीम के सूत्रों की बातों पर यकीन किया जाए तो सिद्दू मूसेवाला मर्डर के लिए दो मॉड्यूल तैयार हुए थे। एक मॉड्यूल का सरगना था प्रियव्रत फौजी। जबकि उसका साथ देने के लिए उसकी बोलेरो कार में अंकित सेरसा, दीपक मुंडी, कपिल पंडित और सचिन चौधरी मौजूद थे।
जबकि दूसरे मॉड्यूल में दो ही शूटर्स थे। जगरुप रूपा और मनप्रीत मन्नू। लेकिन सिद्धू मूसेवाला मर्डर के लिए प्लान बनाने वाले और शूटरों को हत्या का आदेश देने वाले कनाडा में बैठे गैंग्स्टर गोल्डी बराड़ ने सभी शूटरों से साफ साफ कह दिया गया था कि सिद्धू मूसेवाला को पहली गोली मनप्रीत उर्फ मन्नू ही मारेगा।
सवाल उठता है कि आखिर ये कैसा फरमान था। असल में इस पहली गोली मारने के मामले में भी एक कहानी फिजा में तैर रही है।
Moose Wala Murder: सूत्रों से यही पता चला है कि मन्नू ने अपनी पुरानी खुन्नस का बदला लेने के लिए ही सिद्धू मूसेवाला को पहली गोली मारने के लिए गोल्डी बराड़ से गुजारिश की थी। बताया जाता है कि मनप्रीत जिस वक्त पंजाब की एक जेल में बंद था उस समय पटियाला के एक गैंग के गुर्गों ने जेल के भीतर ही मनप्रीत उर्फ मन्नू की जमकर पिटाई की थी। और इतना ही नहीं उस पिटाई का बाकायदा वीडियो भी बनाया गया था जिसे पटियाला गैंग के लोगों ने वायरल भी कर दिया था।
ये बात मनप्रीत मन्नू को बहुत अखर गई थी। और उसने तभी पटियाला गैंग के तमाम लोगों को सबक सिखाने का इरादा कर लिया था। इसी बीच सिद्धू मूसेवाला का ताल्लुक भी पटियाला गैंग के लोगों से बताया जाता है। ये वही गैंग है जिसने विक्की मिद्दूखेड़ा को 2021 में मोहाली में मारा था। और उस हत्या को लेकर लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला से दुश्मनी पाल ली थी साथ उसे कत्ल करने की फिराक में घूमने लगे थे।
Moose Wala Murder: इसी बीच जब इस शूटआउट की प्लानिंग हुई थी और उस प्लानिंग के लिए तैयार की जा रही टोली के लिए शूटर तय किए जा रहे थे तो तमाम शूटरों के तार गोल्डी बराड़ से जुड़े हुए थे...और गोल्डी ही सभी शूटरों को कनाडा से निर्देश भेज रहा था। तभी मनप्रीत उर्फ मन्नू ने गोल्डी बराड़ से अपना पुराना दर्द कहकर ये हक़ मांग लिया कि अगर गोली मारने की नौबत आती है और अगर गुंजाइश रहे तो पहली गोली उसे ही मारने का मौका मिले।
इस पर गोल्डी बराड़ ने सभी शूटरों को ताकीद कर दिया था कि जो भी हो सिद्धू मूसेवाला को पहली गोली मनप्रीत उर्फ मन्नू ही मारेगा। और 29 मई को आखिरकार मनप्रीत उर्फ मन्नू की कसम पूरी हो गई और उसने मानसा ज़िले के जवाहरके गांव के पास सिद्धू मूसेवाला पर अपनी AK47 एसॉल्ट राइफल से पहली गोली मारी।