Delhi Crime News: क्राइम ब्रांच ने पकड़ा सेक्सटॉर्शन गैंग, रिटायर्ड अफसर को ब्लैकमेल कर लूटे 2 करोड़ रुपए

ADVERTISEMENT

दिल्ली का ब्लैकमेलिंग गैंग
दिल्ली का ब्लैकमेलिंग गैंग
social share
google news

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने ब्लैकमेलिंग करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये गैंग लड़कियों के जरिए लोगों को व्हाट्सएपप कॉल करवाता था और फिर न्यूड चैट वीडियो मोबाइल में रिकार्ड किया करता था। गैंग के सदस्यों का ताजा शिकार बने आईटीबीपी के रिटायर्ड कमांडेंट।  

आईटीबीपी के एक सेवानिवृत्त कमांडेंट ने दक्षिण पश्चिम जिला पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि वह 'व्हाट्सएप' पर एक महिला से मिले थे जिसने उन्हें कई सोशल मीडिया पर एक अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी दी गई। इसके बाद उन्हें एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने खुद को क्राइम ब्रांच, दिल्ली पुलिस के इंस्पेक्टर राम कुमार मल्होत्रा ​​बताया। इस कथित पुलिसवाले ने सोशल मीडिया पर अश्लील वीडियो को ब्लॉक करने के बहाने आरोपी से पैसे वसूलने शुरु कर दिए। 

बाद में उन्हें सेक्सटॉर्शनिस्ट गैंग द्वारा बताया गया कि पीड़िता को फोन करने वाली लड़की ने राजस्थान में आत्महत्या कर ली है और पीड़िता से आगे कहा कि मामला अब पेचीदा हो गया है और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने हत्या के मामले को बंद करने के लिए अलग-अलग अंतराल पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और गृह मंत्रालय के अधिकारी होने का नाटक करते हुए धन की उगाही की।  इसी तरह आरोपियों ने लगभग 1.8 करोड़ रुपए की वसूली की थी। गैंग के सदस्य लगातार पैसों की मांग कर रहे थे। 

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने जांच शुरु की तो टीम ने 200 से अधिक मोबाइल फोन की जानकारी और विश्लेषण किया और विभिन्न बैंकों के 20 से अधिक बैंक खातों की जानकारी हासिल की। टीम को सर्विलांस से पता चला अलग-अलग मोबाइल फोन नंबरों से मथुरा और भरतपुर से गिरोह का संचालन कर रहे थे। जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने यूपी के मथुरा और राजस्थान के भरतपुर में छापेमारी कर तीन आरोपियों नीरज, अजीत व जरीफ को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नीरज अपने परिवार सहित गांव अगरयाला, मथुरा, उत्तर प्रदेश में रह रहा था। उसने 8वीं तक ही पढ़ाई की थी। वह अन्य आरोपी व्यक्तियों से मिला और मथुरा में अपने नाम से एक बैंक खाता खुलवाया। लेकिन एटीएम कार्ड, चेक बुक और बैंक खाते से जुड़े अन्य दस्तावेज उसके पास नहीं हैं। उसने अन्य अभियुक्तों से अपना बैंक खाता उपलब्ध कराने के लिए नकद प्राप्त किया ताकि उसका उपयोग धोखाधड़ी में किया जा सके। रु. उनके खाते में 17.5 लाख ट्रांसफर किए गए थे। 

आरोपी अजीत अगरयाला, मथुरा, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। उसने सिर्फ दूसरी क्लास तक पढ़ाई की थी। वह अन्य आरोपी व्यक्तियों से मिला और मथुरा में अपने नाम से एक बैंक खाता खुलवाया। लेकिन एटीएम कार्ड, चेक बुक और बैंक खाते से जुड़े अन्य दस्तावेज उसके पास नहीं हैं। इस आरोपी के खाते में 41.5 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे। तीसरे आरोपी जरीफ के 04 भाई और 03 बहनें हैं। उसने 5वीं तक ही पढ़ाई की थी। उनकी शादी 2012 में हुई थी और उनके 04 बच्चे हैं। आसानी से पैसा कमाने के लिए उसने ऑनलाइन ठगी की दुनिया में कदम रखा। वह मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। उसने अन्य आरोपितों के साथ मिलकर रुपये की रंगदारी की है। उसने यूट्यूब अधिकारी होने का नाटक करते हुए पीड़ित से बात की थी। उगाही के पैसे से उसने एक थार, एक प्लॉट और खेती की जमीन खरीदी थी।

ADVERTISEMENT

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT