Pakistani Dictator: पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ को भारत में कौन नहीं जानता। 1999 में कारगिल की जंग परवेज मुशर्रफ के दिमाग की ही उपज थी।
परवेज मुशर्रफ को लेकर पाकिस्तान में अलग अलग राय थी। यहां तक कि परवेज मुशर्रफ के ख़िलाफ पाकिस्तान की अदालत में देशद्रोह का मुकदमा चला और देशद्रोह के एक मामले में उन्हें फांसी की सज़ा तक सुनाई गई थी। मुशर्रफ 2013 से पाकिस्तान से फरार थे। पाकिस्तान के क़ानून से लुकाछुपी का खेल खेलते हुए पूर्व पाकिस्तानी तानाशाह ने दुबई में अपना आशियाना बना रखा था।
परवेज मुशर्रफ और पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री मियां नवाज शरीफ के बीच जानी दुश्मनी का रिश्ता बन गया था। और पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज़ ने ही पूर्व आर्मी चीफ के ख़िलाफ साल 2013 में देश द्रोह का केस दर्ज करवाया था।
Parvez Ko Phansi :असल में नवंबर 2007 में पाकिस्तान में असंवैधानिक तरीक़े से आपातकाल लगाने पर परवेज मुशर्रफ पर मुकदमा दर्ज करवाया गया था।
पाकिस्तान में इमरजैंसी लागू होने के बाद पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट के कई जज को नज़रबंद कर दिया गया था जबकि 100 से ज़्यादा जजों को तानाशाह मुशर्रफ की हुकूमत ने बर्खास्त तक कर दिया था।
ये बात भी किसी से छुपी हुई नहीं है कि परवेज मुशर्रफ ने उस वक़्त तख़्ता पलट किया था जब उस वक़्त पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ विदेश यात्रा पर थे।
Pakistani Dictator: परवेज मुशर्रफ यहीं नहीं रुके थे बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के ख़िलाफ केस भी दर्ज कर दिए थे। पाकिस्तान में तख़्ता पलट करने के बाद परवेज मुशर्रफ ने अपने मनमाने तरीक़े से सत्ता चलाई।
लेकिन जब पाकिस्तान में चुनाव हुए तो उसके बाद परवेज मुशर्रफ पाकिस्तान से भाग निकले थे।