
अपनी औलाद को मौत देने वाली सनकी मां
कहते हैं मां के लिए हर औलाद बराबर होती है. औलाद चाहे एक हो या अनेक, काली हो या गौरी मां के लिए सारी औलादें बराबर होती हैं.यूं तो बच्चों को हलकी खरोच भी लग जाए तो दर्द मां को होता है.मां जिसके पैरों के निचे कहते है जन्नत है.मां जो अपने बच्चों के लिए दुनिया के हर इंसान लड़ सकती है.मगर क्या आपने कभी सुना है की जन्म देने वाली मां ही अपने बच्चों को मौत के घाट उतार दे.सुनकर हैरानी हुई ना मगर ये एक काला सच है.
ऐसे उतारा मां ने अपने बच्चों को मौत के घाट
ये मामला है अमेरिका के ओहियो प्रांत का.जहां एक महिला ने अपने तीन बेटों को बेहद दर्दनाक मौत दी थी.मीडिया रिपर्टस के मुताबिक ब्रिटनी पिलकिंगटन नाम की इस महिला ने अपने बच्चों को इसलिए मौत के घाट उतार था क्योंकि उसका पति बेटों को बेटी से ज्यादा प्यार करता था.आपको बतादें की ये पहली बार नहीं था जब इस महिला के बच्चों की इस तरह अचानक मौत हुई हो.मीडिया में आई ख़बरों के मुताबिक इससे पहले भी इस महिला के दो बच्चों की संदिग्ध परिस्थितयों में मौत हो गई थी.हालांकि उन दोनों बच्चों की हत्या हुई थी इसका कोई सबूत नहीं है.पुलिस के मुताबिक एक रात ब्रिटनी ने एमरजेंसी नंबर पर फोन करके कहा कि उसका तीन साल का बेटा नोआह सांस नहीं ले रहा है.
जिसके बाद मेडिकल टीम के साथ पुलिस ब्रिटनी के घर पहुंची पर वहां जाकर देखा दो बच्चों की मौत हो चुकी थी.इस तरह तीन बच्चों की मौत से पुलिस को ब्रिटनी पर शक हुआ जिसके बाद मां से कड़ी पूछताछ की , जिसमें उसने माना कि उसने ही अपने बेटों की हत्या की है.
ब्रिटनी ने बताया कि उसने अपने तीनों बेटों को कंबल में दबाकर मार दिया क्योंकि उसका पति बेटी की तुलना में बेटों से ज्यादा प्यार करता था.आपको बतादें की इस मामले में ब्रिटनी को साल 2019 में 37 साल की सज़ा हुई थी.ये कहानी उस मां की है जिसने अपनी सनक के चलते अपने तीन मासूम बच्चों को मौत के घाट उतार कर खुदको जुर्म के दलदल में हमेशा के लिए धकेल दिया.ये कहनी इस बात का उदाहरण है की जुर्म और अपराध का किसी रिश्ते से कोई ताल्लूक नहीं होता.वो चाहे मां बेटों का रिश्ता ही क्यों न हो.