Punjabi Singer Murder Plan: पंजाबी सिंगर (Punjabi Singer) सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moose Wala) मर्डर केस (Murder) में जो बातें अभी तक कयासों तक सीमित थी...जिन थ्योरीज़ (theories) के दम पर इस शूटआउट (Shootout) की गुत्थी सुलझाने के लिए पंजाब पुलिस पसीना बहाती घूम रही थी।
अब उन थ्योरीज़, उन कयासों को एक हक़ीक़त की ज़मीन मिलती महसूस होने लगी है, क्योंकि दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने जो नया पर्दाफ़ाश किया है उससे यही लगता है कि इस हत्याकांड की सारी साज़िश दिल्ली की तिहाड़ जेल में ही रची गई थी। और इस प्लानिंग का एक हिस्सा ऐसा भी था जिसमें घोस्ट क़ातिलों की एक ऐसी टीम को शामिल किया गया था, क्योंकि उसी टीम के पीछे पुलिस को प्लानिंग के मुताबिक पीछे पड़ना था। और पुलिस पड़ी भी।
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर HGS धारीवाल ने पुलिस की तफ्तीश को पहली बार मीडिया के साथ साझा किया। और स्पेशल कमिश्नर ने जिस तरह से तिहाड़ की साज़िश को उजागर किया, उससे उस बात पर पड़ी धूल छंट गई कि सिद्धू मूसेवाला के मर्डर की साज़िश का सिरा असल में कहां जाकर मिलता है।
Sidhu Moose wala Murder: दिल्ली पुलिस की तफ्तीश कहती है कि सिंगर सिद्धू मूसेवाला के मर्डर का प्लान तिहाड़ की चाहरदीवारी में ही तैयार हुआ।
पुलिस के मुताबिक इस प्लान की सबसे ख़ास बात ये है कि इसमें पुलिस को शुरू से ही गच्चा देने का प्लान तैयार किया गया था..यहां तक कि पुलिस को शूटरों के पीछे दौड़ाकर असली क़ातिल को लापता करने का फुलप्रूफ प्लान तैयार किया गया था।
दिल्ली पुलिस के आला अफसर की इस बात से तफ्तीश और साज़िश के सिरों को जोड़कर देखा जा सकता है कि पुणे में जिस शूटर को पुलिस ने एक मर्डर केस में पकड़ा है...असल में वो शूटर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल क़ातिलों की टोली में शामिल हुए गैंगस्टर्स का एक बेहद नज़दीकी है।
Moose Wala Murder: जाहिर है कि जैसे ही पुलिस को आठ शूटरों के बारे में पता चला तो पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए अपने घोड़े दौड़ाए...तब जाकर ये बात खुली कि शूटरों की एक बी टीम थी, जिसके बारे में बात सबसे पहले सामने आई...और पुलिस उन्हें ही क़ातिल समझकर उन्हें पकड़ने के लिए दौड़ पड़ी।
स्पेशल पुलिस कमिश्नर धालीवाल के मुताबिक महाराष्ट्र पुलिस ने सिद्धेश हरिमल काम्बले उर्फ महाकाल को पुणे में दबोचा। ये शूटर पहले भी तिहाड़ में बंद लॉरेंस बिश्नोई के इशारे पर कई संगीन वारदात को अंजाम दे चुका है।
लेकिन सिद्धू मूसेवाला के लिए रची गई साज़िश में इस भरोसेमंद शूटर को पुलिस का रास्ता भटकाने के लिए रखा गया था। लेकिन गैंगस्टर्स से यहां एक ग़लती हो गई। और उसी शूटर्स के एक क़रीबी साथी को क़ातिलों की उस टीम का हिस्सा बना दिया था।
Mastermind in Tihar: ज़ाहिर है कि पुलिस अब महाकाल के मुंह से उस क़ातिल के ऐसे राज़ जानने की कोशिश करेगी जिसकी आड़ में वो अभी तक छुपा हुआ है...
पुलिस ऐसा मान कर चल रही है कि किसी भी तरह सिद्धू मूसेवाला मर्डर में शामिल कातिलों की टोली का कोई भी एक पकड़ा गया तो पूरे गैंग को पकड़ने में तब कोई दिक्कत नहीं होगी...बस वक़्त की बात है।
लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के स्पेशल कमिश्नर धालीवाल ने सिद्घधू मूसेवाला हत्याकांड से जुड़ी कई तफ़्तीश के पहलुओं और तथ्यों को मीडिया के साथ साझा करने से साफ मना कर दिया, मगर वो ये कहने से भी गुरेज नहीं कर पाए कि असल में पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का असली मास्टरमाइंड लॉरेंस बिश्नोई ही है।
Delhi Police Special Cell :दिल्ली पुलिस के मुताबिक मूसेवाला हत्याकांड में अभी तक कई उन शूटर की पहचान पुख़्ता हो चुकी है, जो इस संगीन वारदात में शामिल थे। हालांकि उनके बारे में और कुछ भी बताने से ये कहकर इनकार कर दिया कि पंजाब पुलिस अब उन हत्यारों को पकड़ने के लिए काफी आगे बढ़ चुकी है।
लेकिन हत्याकांड का मास्टरमाइंड बताकर स्पेशल कमिश्नर धारीवाल ने ये भी साफ साफ बता ही दिया कि सिद्धू मूसेवाला की हत्या की प्लानिंग भी तिहाड़ की सलाखों के पीछे ही रची गई थी।
हालांकि स्पेशल कमिश्नर ने इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया कि लॉरेंस के साथ स्पेशल सेल की हुई पूछताछ में अब तक उसने क्या क्या बातें कबूल की हैं और किन किन बातों से उसने सरासर इनकार किया है।
एक सवाल बड़ा ही दिलचस्प सामने आया। मीडिया ये जान लेना चाहती है कि असल में सिद्धू मूसेवाला की हत्या कहीं सुपारी किलिंग तो नहीं...लेकिन स्पेशल कमिश्नर बड़ी सफाई से इस सवाल को टाल गए...बस उनका इसी बात पर ज़ोर था कि लॉरेंस बिश्नोई ही इस मामले में मास्टरमाइंड है।