
हालात पर नजर रखने के लिए ड्रोन की मदद भी ली जा रही है। प्रदेश की इंटरनेट सेवा आगामी आदेश तक अस्थाई रूप से बंद कर दी गई है। कुल 16 लोग हिंसा में जख्मी हुई है। दोनों पक्षों के लोगों को चोट आई है।
सीएम ने की अपील
हिंसा के बाद जारी तनाव के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मार्मिक अपील की थी। उन्होंने जोधपुर के लोगों से कहा कि उन्हें किसी भी कीमत पर झगड़ा नहीं करना है। वहीं, विपक्षी पार्टियों ने राजस्थान सरकार को आड़े हाथों लिया है।
इससे पहले सीएम ने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर डीजीपी और अन्य अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की थी। उन्होंने पुलिस को असामाजिक तत्वों के साथ सख्ती से निपटने के निर्देश दिए थे।
कैसे भड़की थी हिंसा ?
जोधपुर के जालोरी गेट चौराहे पर परशुराम जयंती के मौके पर सर्किल पर भगवा झंडे और बैनर लगाए गए थे। ईद की पूर्व संध्या पर समुदाय विशेष के लोगों ने पुराने झंडे-बैनर हटाकर वहां अपने झंडे और लाउडस्पीकर लगा दिए। साथ ही स्वतंत्रता सेनानी बाल मुकुंद बिस्सा की मूर्ति से बांधकर एक बड़ा-सा धार्मिक झंडा फहरा दिया। झंडे हटाने का वीडियो वायरल होने के बाद पथराव और तोड़फोड़ की घटनाएं हुईं। अगले दिन ईद की नमाज के बाद भी पथराव हुआ।