
हाल ही में झारखंड पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली. रांची और लातेहार जिले की पुलिस ने NIA की हिट लिस्ट में शामिल अपराधी को दबोचने में कामयाबी पाई है. आरोपी अमन साव गिरोह का गुर्गा है, जिसे पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई में रांची के बोरिया इलाके से दबोचा है. फिलहाल रांची और लातेहार पुलिस ने अपराधी को किसी गुप्त स्थान पर रखा है और उससे पूछताछ कर रही है. ताकि उसके बाकी साथियों की भी गिरफ्तार किया जा सके.तो आइए जानें झारखंड पुलिस ने इस पूरे मामले को कैसे अंजाम दिया
पुलिस कैसे पहुंची शाहरुख के गुप्त ठिकाने तक?
अधिकारियों ने अमन साव के गुर्गे शाहरुख की गिरफ्तारी की पुष्टि की है. शाहरुख एनआईए की दबिश और पुलिस की छापेमारी से घबराकर कुछ दिन के लिए रांची में कांके थाना क्षेत्र में रहने वाले हिस्ट्रीशीटर राजा के घर पनाह लिए हुए था. इसकी सूचना रांची के सीनियर एसपी सुरेंद्र झा को मिली तो उनकी सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस की टीम ने राजा के घर पर रेड की. यहां से शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया गया. गिरफ्तार शाहरुख के पास से पुलिस ने हथियार भी बरामद किए हैं. जानकारी मिली है कि शाहरुख के गिरफ्तारी में लातेहार पुलिस भी रांची पुलिस के साथ काम कर रही थी. लातेहार में शाहरुख पर दर्जनों मामलें दर्ज हैं.
आख़िर कौन है शाहरुख अंसारी ?
कोल कारोबारियों से वसूली और कोयला कारोबार पर धाक जमाने में अमन साव को गिरोह लगातार सक्रिय है. अमन का खास गुर्गा शाहरुख एनआईए की रडार पर होने के बावजूद लगातार आपराधिक वारदातों को अंजाम दे रहा था. बताया जा रहा है कि चतरा के टंडवा में कोयले के ट्रांसपोर्टेशन का काम कर रही आरकेटीसी कंपनी के कर्मियों पर फायरिंग की घटना को भी शाहरुख ने ही अंजाम दिया था. मौके पर शाहरूख अंसारी ने पोस्टर भी फेंके थे. 21 जून को एनआईए ने रांची में शाहरुख को हाजिर होने का आदेश भेजा था, लेकिन एनआईए के समक्ष हाजिर होने के बजाय शाहरुख ने चतरा में वारदात को अंजाम दे दिया.
अमन साव रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद है. लेकिन अमन के जेल में बंद होने के बावजूद भी उसकी सक्रियता कम नहीं हुई है. अमन साव को एनआईए ने बीते दिनों पांच दिनों के रिमांड पर लिया था. लातेहार के तेतरियाखाड़ कोलियरी में आगजनी के केस मे अमन साव भी आरोपी है. एनआईए ने इस मामले में अमन साव के सहयोगी रहे सुजीत सिन्हा से भी पूछताछ कर रही है.