गुरुग्राम में गैंगवॉर होने से पहले ही पुलिस का एक्शन, दबोचे गए लॉरेंस बिश्नोई गैंग के तीन शॉर्प शूटर

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गुरुग्राम से नीरज वशिष्ठ की रिपोर्ट

Latest Crime News: हरियाणा के गुरुग्राम की पुलिस ने पूरी रात अपनी नींद गंवाकर अपने शहर के लोगों की नींद में खलल डालने के गैंगस्टर की साज़िश पर पानी फेर दिया और मौके पर एक्शन लेकर पूरे शहर को दहलने से बचा लिया। वर्ना गैंगस्टर्स लॉरेंस बिश्नोई और उसके साथियों ने गुरुग्राम को गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्रा देने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। गैंगवॉर की मुसीबत से शहर को बचाने के बाद गुरुग्राम पुलिस ने तीन शॉर्प शूटरों को भी गिरफ़्तार करने में कामयाबी हासिल की है।

हरियाणा पुलिस की बातों पर यकीन किया जाए तो जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के निशाने पर इन दिनों गुरुग्राम खासतौर पर आ गया है। गुरुग्राम पुलिस के इस अंदेशे पर यकीन की मुहर लगा देती है उस शॉर्प शूटरों की गिरफ़्तारी जिसे पुलिस ने अलग अलग जगहों पर दबिश डालकर दबोचने में कामयाबी हासिल की।

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GURUGRAM GANGWAR: गुरुग्राम पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पूरी जागकर काटी। सिर्फ जागकर ही नहीं काटी बल्कि मानेसर से लेकर मुबारिकपुर तक अलग अलग ठिकानों पर छापा मारकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के तीन शॉर्प शूटरों को पकड़ा और मय हथियार के गिरफ़्तार कर लिया।

ऑपरेशन बड़ा था। क्योंकि गुरुग्राम पुलिस को जो इत्तेला मिली थी उसे जानकर खुद गुरुग्राम पुलिस भी परेशान हो गई थी। पुलिस को मुखबिरों से मिली जानकारी के मुताबिक शहर के अलग अलग हिस्सों में शूटआउट की साज़िश को अंजाम देने की फिराक़ में पहुँचे कुछ शॉर्प शूटरों ने अपनी अपनी पोजिशन ले ली है। वो एक ही समय में अलग अलग इलाक़ों में कुछ वारदातों को अंजाम देने के इरादे से गुरुग्राम में पनाह लेकर बैठे हुए हैं।

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ये इत्तेला मिलना ही पुलिस के लिए काफी नहीं था क्योंकि ये खबर उसके लिए भूसे के ढेर में सूई ढूंढ़ने जैसा था। गुरुग्राम पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शहर को दहलने से बचाने का ज़िम्मा अपने कंधों पर उठाया और भीड़ भरे शहर में निकल पड़ी उन शातिर शॉर्प शूटरों की तलाश में जो आंख की पुतली के इशारे पर ही गोली चलाकर अपने टारगेट को ढेर करने का हुनर रखते हैं।

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Gangwar News: क्राइम ब्रांच ने सबसे पहले उस गैंग की पहचान पुख़्ता की जिसके शॉर्प शूटरों ने गुरुग्राम में डेरा डाल दिया था। पुलिस को ये कामयाबी बहुत जल्दी मिल गई। पता चला कि जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के गुर्गे ही किसी खूनी वारदात को अंजाम देने की फिराक़ में हैं।

गैंग का पता चलते ही पुलिस के लिए ये आसान हो गया कि वो कौन लोग हो सकते हैं जिन्हें लॉरेंस बिश्नोई गैंग पहली फुर्सत में मौत के घाट उतारने पर आमादा बैठा है। लिहाजा पुलिस ने कुछ ऐसी घेराबंदी की जिससे गुरुग्राम और उसके आस पास के वो इलाक़े उसकी ज़द में आ गए जहां लॉरेंस बिश्नोई के शूटरों के ठिकाने हो सकते थे।

गुरुग्राम के एसीपी क्राइम प्रीतपाल सिंह की माने तो ज़्यादातर शूटर लॉरेंस बिश्नोई के भाई अनमोल बिश्नोई के साथ सिग्नल ऐप पर टच में थे। लिहाजा पुलिस ने अनमोल बिश्नोई को टैक्किनकल सर्वेलांस में रखा जिससे ये पता लग सके कि आखिर कौन कौन अनमोल बिश्नोई से संपर्क करने में लगा हुआ है। ऐसा करते ही पुलिस को न सिर्फ बदमाशों के बारे में अंदाज़ा हो गया बल्कि उनकी लोकेशन का भी आइडिया मिल गया।

Gurugram Police News: तब पुलिस ने एक साथ तमाम ठिकानों पर दबिश देने की प्लानिंग की और टीम तैयार की।

क्राइम यूनिट मानेसर ने खेड़ा ख़ुर्रमपुर के रहने वाले रजत उर्फ़ काका और शिकोहपुर के रहने वाले सागर नाम के शूटर को सबसे पहले दबोचा। ठीक उसी समय क्राइम ब्रांच की दूसरी टीम ने मुबारिकपुर इलाक़े से श्रीगंगानगर के रहने वाले शॉर्प शूटर संजीव उर्फ संजू को पकड़ लिया।

शॉर्प शूटर के पकड़े जाने पर ही पुलिस को ये भी पता चला कि ये लोग सिर्फ लॉरेंस बिश्नोई के भाई के ही संपर्क में नहीं थे बल्कि एक और गैंगस्टर गोल्डी बराड़ के टच में भी थे और इशारा मिलते ही किसी भी संगीन वारदात को अंजाम देने की ताक में बैठे थे। पुलिस ने तीन शूटरों को गिरफ़्तार किया। मगर उनके पास से मिले असलहों से ये बात पूरी तरह से साफ हो गई कि इन तीनों के इरादे बेहद ख़तरनाक थे।

Latest Gang News: पुलिस को संजीव उर्फ संजू के पास से तीन पिस्तौल, छह मैगज़ीन और आठ कारतूस मिले। जबकि रजत और सागर के पास से पुलिस ने दो पिस्तौल और कई गोलियां बरामद की। इतने असलहों के मिलने से पुलिस का ये अंदाज़ा यकीन में बदल गया कि ये लोग आए तो थे किसी शूटआउट के लिए। लेकिन वक़्त पर मिली इत्तेला ने गुरुग्राम को इस गैंगवॉर के शूटआउट से बचा लिया।

पुलिस की मानें तो गिरफ़्तार किए गए सभी शॉर्प शूटर्स पर अलग अलग इलाक़ों में दर्जनों संगीन मामले दर्ज थे। और उन सभी की लंबे समय से पुलिस को तलाश भी थी। लेकिन पुलिस के सामने अभी भी यही सवाल क़ायम है कि आखिर इन शॉर्प शूटरों ने क्यों गुरुग्राम के आस पास अपना ठिकाना बनाए हुए थे और वो कौन सी वारदात थी जिसे ये लोग अंजाम देने की फिराक़ में थे। फिलहाल पुलिस इन शूटरों को पकड़ने के बाद अब उनके सीने पर छुपे राज़ को बाहर लाकर पूरे पहलू को अच्छी तरह समझ लेना चाहती है ताकि आने वाले दिनों में भी गुरुग्राम को ऐसी किसी गैंगवॉर की वारदात होने से पहले ही बचाया जा सके।

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