हिंसा की जांच: आरोपियों को नानी याद दिलाने के लिए नानी के घर जा पहुँची क्राइम ब्रांच की टीम

ADVERTISEMENT

CrimeTak
social share
google news

Latest Delhi Violence: राजधानी के जहांगीरपुरी हिंसा की जांच का दायरा अब दिल्ली से लेकर बंगाल तक जा पहुँचा है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम इस हिंसा के लिए क़ानून के शिकंजे में आए अंसार, असलम और सोनू की कुंडली और उस कुंडली के तमाम घरों में बैठे लोगों का पता लगाने के लिए पश्चिम बंगाल के अलग अलग हिस्सों में पहुँच गई है।

ऐसे में कहा जा सकता है कि जहांगीरपुरी हिंसा के मामले में आरोपियों के ख़िलाफ़ तो शिकंजा कस ही रहा है बल्कि इसके तारों के सिरों का पता लगाकर उन लोगों को बेनक़ाब करने की तैयारी तेज कर दी गई है जिन्होंने पर्दे के पीछे से इस दंगे को स्पॉन्सर्ड किया।

केंद्रीय गृह मंत्रालय के सीधे निर्देश की वजह से इस हिंसा मामले में जिन लोगों को अभी तक दबोचा गया है। पहली नज़र में जिन्हें वाकई दोषी पाया जा रहा है उनके ख़िलाफ नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) यानी रासुका की संगीन धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। इस लिस्ट में फिलहाल पांच लोगों का नाम सामने आया है।

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

क्राइम ब्रांच की टीम निकली कुंडली खंगालने

Delhi Violence Update:पुलिस ने अभी तक की कार्रवाई में अंसार, सलीम, सोनू शेख, दिलशाद और अहीद के ख़िलाफ़ रासुका की धाराओं में केस दर्ज किया है। और इन सभी आरोपियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी पूरी कर ली है। और इसी सिलसिले में अंसार, सोनू शेख और असलम की जिंदगी के एक एक पहलू का पता लगाने के लिए उन जगहों की खाक़ छानने निकल पड़ी है जहां से इन तीनों आरोपियों का गहरा रिश्ता बताया जा रहा है।

ADVERTISEMENT

पश्चिम बंगाल के लिए तीन अलग अलग टीमें दिल्ली से बंगाल पहुँची हैं। और इन तीनों ही टीमों के टास्क भी अलग अलग हैं। पुलिस के सूत्रों से ये भी पता चला है कि क्राइम ब्रांच की एक टीम अंसार की नानी के घर पहुंची। और वहां वो हर एक पहलू को खंगाल रही है। अंसार की कुंडली खंगालने तीन पुलिस अफसरों की टीम है, जिसने अलग अलग तरीक़े से अंसार का अतीत खंगालने का इरादा किया है। एक टीम पूर्वी मिदनापुर ज़िले के महिषादलथा इलाक़े में पहुंचा। कहा जाता है कि यहां अंसार का बचपन बीता था, और यहीं से उसने दिल्ली का टिकट कटाया था।

ADVERTISEMENT

नानी के घर जा पहुँची क्राइम ब्रांच की टीम

Violence crime: सूत्रों की मानें तो सोनू उर्फ यूनुस के ठिकानों पर चींजों का पता लगाने के लिए क्राइम ब्रांच की एक टीम नादिया भी गई है। ये वही सोनू है जिसने 16 अप्रैल की शाम को भीड़ के बीच में पहुँचकर गोली चलाई थी। और उसके बाद फरार हो गया था। लेकिन पुलिस की लगातार दबिश की वजह से सोमवार यानी 18 अप्रैल को इलाक़े के मंगल बाज़ार से पकड़ लिया गया था।

हालांकि जहांगीरपुरी में सोनू के घरवालों और आस पड़ोस में रहने वालों का यही दावा है कि सोनू ने उस साम पिस्तौल से हवा में फायरिंग ज़रूर की थी। लेकिन उसके बाद वो ग़ायब नहीं हुआ था बल्कि इफ़्तारी के बाद घर पर ही था और अगले रोज़ उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ़्तार करने का दावा किया है।

अब ये बात तो छुपी हुई नहीं है कि जहांगीरपुरी के ब्लॉक सी और ब्लॉक जी के आस पास जो कुछ भी हुआ, उसका सच या तो इलाक़े के लोगों को पता है या फिर वहां की पुलिस को पता चल रहा है जो फिलहाल तफ्तीश कर रही है। लेकिन जांच पूरी होने से पहले ही जहांगीरपुरी के इलाक़े में अवैध निर्माण के नाम पर जब बुधवार को बुलडोज़र चलने शुरू हुए तो देश की सबसे बड़ी अदालत ने इस पर फौरन रोक लगाने का आदेश दिया। क्योंकि अदालत का यही मानना है कि जबतक इस मामले में जांच मुकम्मलतौर पर पूरी न हो जाए तब तक ऐसी कोई कार्रवाई न की जाए।

    follow on google news
    follow on whatsapp

    ADVERTISEMENT