
पांच दिन के मासूम का सौदा
LATEST CRIME NEWS: रोहिणी जिला पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने पैसों की ख़ातिर अपने ही पांच दिन के मासूम बच्चे का सौदा कर दिया। पुलिस ने इस मामले में पिता समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें चार महिलाएं भी शामिल है।
पुलिस ने मासूम बच्चे को हरियाणा के गुड़गांव इलाके से सही सलामत बरामद भी कर लिया है। खास बात यह है कि पकड़ में आए लोगों में से दो महिलाएं नोएडा एक्सटेंशन के एक आईवीएफ सेंटर में काम करती थी।
सोती हुई मां के पास से ले गए बच्चा
DELHI CRIME NEWS: 1 अप्रैल की शाम तकरीबन 3:30 बजे के आसपास प्रेम नगर इलाके से एक PCR कॉल की गई। जब पुलिस की टीम मौके पर पहुंची तो वहां एक महिला ने पुलिस को बताया कि वह अपने 5 दिन के मासूम बच्चे के साथ सो रही थी। दोपहर 12:30 बजे के आसपास जब उसकी नींद खुली तो उसने देखा कि उसका बच्चा उसके पास नहीं है।
इसके बाद वह आस-पास अपने बच्चे को तलाश थी रहे लोगों से पता करती रही लेकिन जब अपने बच्चे के बारे में उसे कोई सुराग नहीं मिला तो फिर उसने PCR कॉल की। इस मामले में दिल्ली पुलिस ने फौरन ही अपहरण का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
CCTV ने दे दिया सुराग
सबसे पहले पुलिस ने इस मामले में आसपास के CCTV कैमरों की फुटेज खंगालना शुरू किया। CCTV फुटेज में एक महिला मासूम बच्चे के साथ जाती हुई नजर आई, उस महिला के पीछे पीड़ित महिला के रिश्तेदार इकरत नाम की एक महिला भी दिखी। थोड़ी देर में CCTV फुटेज में दिखा की इकरत वापस लौट रही थी।
इसके बाद पुलिस ने कुछ पुराने CCTV फुटेज को खंगालना शुरू किया तो उसमें आरोपी महिला पीड़ित महिला की भांजी इकरत के साथ नजर आई। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने इकरत से पूछताछ की और सारी कहानी सामने आ गई।
पुलिस से पूछताछ में इकरत ने बताया कि बच्चे का अपहरण करके ले जा रही महिला का नाम रेनू है। रेनू कंझावला की रहने वाली है। इतना ही नहीं इकरत ने पुलिस को बताया कि वारदात के दिन उसने जानबूझकर पीड़ित बच्चे की मां को अपने घर रोका और उसके बाद उसके खाने में नशीली चीज मिला दी जिसकी वजह से वह जब हल्की बेहोश थी तो उस वक्त उसके बच्चे को गायब कर दिया।
पैसों की तंगी से बाप ने किया सौदा
पुलिस को जब यह पता चला कि इस पूरी साजिश में उस 5 दिन के मासूम बच्चे के पिता का भी हाथ है तो पुलिस दंग रह गई। इकरत ने पुलिस को बताया कि बच्चे के पिता सद्दान को इस वक्त पैसों की सख्त जरूरत थी जिसकी वजह से वह अपने बच्चे को बेचने के लिए तैयार हो गया। फिर पुलिस ने इस मामले में एक सद्दान और रेनू को गिरफ्तार कर लिया।
बच्चे का अपहरण करने के बाद यह तीनों बच्चे को लेकर नोएडा एक्सटेंशन पहुंचे और वहां पर उन्होंने इस बच्चे को सोनम, रेखा और योगेश के हवाले कर दिया। सोनम और रेखा वहीं की एक IVF क्लीनिक में कंसल्टेंट के तौर पर काम करती थी। यहां पर इन्हें यह जानकारी मिल जाती थी की किस कपल के पास बच्चा नहीं है।
इस मामले में रेनू इशरत और मोनी बेगम नाम की एक आरोपी महिला को 50-50 हजार रुपए दिए गए, जबकि बच्चे के पिता को एक लाख रुपया दिया गया था। पुलिस के मुताबिक आरोपी जाली दस्तावेज बनवा कर बच्चे को गोद देने की प्रक्रिया पूरी कर रहे थे फिलहाल पुलिस ने आरोपियों के पास से 5 लाख रुपये बरामद कर लिए हैं।