
अरविंद ओझा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट
DELHI BUILDER MURDER CASE : दिल्ली के सिविल लाइंस के पॉश इलाके में 1 मई की सुबह हुई 77 साल के नामी बिल्डर की हत्या के मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। इस सिलसिले में एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया है।
कैसे सुलझा मामला ?
सीसीटीवी फुटेज में दिखे थे दो आरोपी
हत्या के बाद पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे तो उन्हें दो आरोपी वारदात को अंजाम देकर बाइक से भागते दिख दिखे थे। सीसीटीवी में दिखाई दे रहा था कि हत्या के बाद दोनों आरोपी कोठी की लंबी दीवार को फांदकर बाहर आते हैं और उसके बाद बाइक पर बैठकर फरार हो जाते हैं। एक बदमाश की पीठ पर बैग था। जांच के दौरान पता चला कि इसमें से एक आरोपी ने मेट्रो का यूज किया है। राजीव चौक मेट्रो स्टेशन पर कार्ड पंच करने के बाद पुलिस को ये पता चल गया कि किस वक्त आरोपी ने कार्ड पंच किया है। इसके साथ कुछ और सीसीटीवी से आरोपी की मूवमेंट के बारे में जानकारी मिल गई थी। इसी दौरान पुलिस को उसकी लोकेशन के बारे में जानकारी मिली। मेट्रो पुलिस ने उसे पकड़कर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को सौंप दिया। बहरहाल पुलिस उससे पूछताछ कर अन्य आरोपी की तलाश कर रही है।
कैसे हुई थी वारदात ?
दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में रविवार को राम किशोर अग्रवाल की हत्या कर दी गई थी। परिजन के मुताबिक, घटना के समय सभी सो रहे थे। नीचे वाले फ्लोर पर वह अकेले रहते थे और बेटा-बहू फर्स्ट फ्लोर पर थे। मृतक के बेटे ने बताया कि सुबह 6:40 बजे उसने अपने पिता को बिस्तर पर पड़े हुए देखा और उन पर चाकू से कई वार किए गए थे।