आखिर कौन है अर्शदीप डाला, जिसे एजेंसियां तलाश रही है?

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आखिर कौन है अर्शदीप डाला, जिसे एजेंसियां तलाश रही है?
Arshdeep Dala
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अरविंद ओझा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Canada Arshdeep Dala : कनाडा में सुक्खा की हत्या के बाद अर्शदीप डाला का नाम फिर से सुर्खियों में है। ये खालिस्तानी आतंकी है, जो कनाडा में बैठकर भारत विरोध गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। इसे लश्कर और पाक की एजेंसी आईएसआई ISI का समर्थन हासिल है। पता चला है कि कनाडा में जिस आतंकी सुक्खा की हत्या हुई थी, उसका अर्शदीप अच्छा दोस्त था। सुक्खा के फ्लैट में ही अर्शदीप सिंह डाला भी रहता था, लेकिन जानकारी के मुताबिक हत्या से कुछ दिन पहले ही वो वहां से चला गया था। अर्श डाला फिलहाल कनाडा में ही मौजूद है और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के इशारे पर काम कर रहा है।

डाला पर हैं 25 मामले दर्ज, रिंदा का है बेहद करीबी

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अर्श डाला पाकिस्तान में मौजूद खालिस्तानी आतंकी रिंदा का बेहद करीबी है। उस पर पंजाब में 25 मामले दर्ज हैं। खुलासा ये भी हुआ है कि मोस्ट वांटेड खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला हाल फिलहाल में आतंकी हरदीप निज्जर के साथ मिलकर काम कर रहा था। अर्श डाला पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के इशारे पर आतंकी संगठन लश्कर-ए तोयबा के साथ मिलकर दिल्ली और पंजाब में आतंकी वारदातों की साजिश रच रहा है।

डोजियर के मुताबिक, अर्श डाला पंजाब के मोंगा का रहने वाला है। अर्श डाला पर पंजाब में 25 मामले दर्ज हैं। अर्श डाला पर पंजाब, दिल्ली, हरियाणा में कई मामले दर्ज हैं। दिल्ली में UAPA के तहत मामला दर्ज हुआ था। NIA ने भी UAPA के तहत कारवाई की थी और उस पर इनाम घोषित कर रखा है।

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कौन है डाला के निशाने पर?

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क्या लारेंस के निशाने पर डाला और सुक्खा दोनों थे?

खालिस्तानियों के निशाने पर RSS नेता, धार्मिक नेता और पंजाब के शिव सेना नेता और साधु संत हैं। आतंकी अर्श डाला ने पंजाब के एक शिव सेना नेता की रेकी भी करवाई थी लेकिन किसी वजह से प्लान फेल हो गया।

अर्श डाला जुलाई 2020 में भारत से भाग गया था। अर्शदीप कनाडा में अपनी पत्नी और बेटी के साथ रह रहा है। खालिस्तान टाइगर फोर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन समेत कई उग्रवादी संगठन के साथ जुड़ा है। उसका पासपोर्ट जालंधर से 1 सितंबर 2017 को जारी किया गया था, जो 31 अगस्त 2027 तक वैध है। अर्श 2020 में सक्रिय हुआ। वह मुख्य रूप से आतंकी मॉड्यूल को खड़ा करने, सीमा पार से हथियारों की सप्लाई की व्यवस्था करने, धन जुटाने और पंजाब में टारगेट किलिंग करवाने में शामिल था। 

 

 

डाला की करतूतें, दिल्ली के एक शख्स की कराई थी हत्या

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क्या सुक्खा की हत्या में लारेंस गैंग का हाथ?

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अर्श डाला ने लश्कर के साथ मिलकर दिल्ली में राजकुमार नाम के आदमी की गला रेत कर हत्या करवाई थी। ये हत्या की थी जगजीत और नौशाद ने। इसकी वीडियो और फोटो बाकायदा अर्श को भेजी गई थी। फोटो में गला काटते जगजीत और नौशाद दिख रहे थे।

नौशाद

 

ये घटना जनवरी 2023 में हुई थी, जब दिल्ली में राजकुमार नाम के एक शख्स की हत्या हुई थी। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल ने इसी साल जनवरी 2023 में दिल्ली के जहांगीरपुरी से नौशाद और जगजीत सिंह उर्फ जैसा को गिरफ्तार किया था। नौशाद पाकिस्तान में मौजूद लश्कर के आतंकी के इशारे पर काम कर रहा था जबकि जगजीत कनाडा में बैठे खालिस्तानी आतंकी अर्श डाला के इशारे पर काम कर रहा था। नौशाद और जगजीत दोनों एक ही फ्लैट पर एक साथ आतंकी हमले की प्लानिंग कर रहे थे। 

 

जगजीत 

दोनों ने राजकुमार नाम के एक शख्स का गला काटा था और वीडियो अर्श डाला को भेजी थी। डाला पर आरोप है कि वो पंजाब में लगातार टारगेट किलिंग करवा रहा है। जांच में पता चला है कि सुहेल, नौशाद, जगजीत और अर्श का कनेक्शन बन गया था। ये सब मिल कर देश विरोधी कामों में लिप्त हैं।

 

Arshdeep Dala

कौन है निज्जर?

गौरतलब है कि हरदीप सिंह निज्जर की कनाडा में हत्या कर दी गई थी। निज्जर पर आरोप है कि उसने 2014 में डेरा सच्चा सौदा के सिरसा स्थित आश्रम पर आतंकी हमले की साजिश रची थी, लेकिन तब वो भारत नहीं पहुंच पाया था। हरदीप सिंह निज्जर था के ISI से गहरे ताल्लुकात रहे हैं। पाकिस्तान में निज्जर ने IED धमाके की ट्रेनिंग भी ली थी। निज्जर जिंदा रहते कनाडा में एके 47 जैसे हथियारों की ट्रेनिंग दे रहा था। उसने भारत में धार्मिक नेताओं पर हमले के लिए अपने गुर्गे भी भेजे थे। सिख फॉस जस्टिस के निज्जर को भारत ने 2010 में ही आतंकी घोषित किया था। उस पर 10 लाख का इनाम भी घोषित किया था। भारत ने 2018 में ही निज्जर के खिलाफ कनाडा को डोजियर सौंप दिया था। फिर भी कनाडा चुप रहा। कनाडा में अभी भी कई खालिस्तानी आतंकी छिपे हैं। वहां से भारत के खिलाश साजिशें रची जा रही हैं।

उधर, आतंकियों और देशविरोधियों के खिलाफ एनआईए ने बुलाई बड़ी बैठक है। इस बैठक में NIA चीफ़, IB चीफ़ ,रॉ चीफ़ सहित राज्यों के ATS प्रमुख शामिल होंगे। 5 और 6 अक्टूबर को ये बैठक दिल्ली में होगी। विदेशी धरती से खालिस्तानी आतंकी और गैंगस्टर के गठजोड़ के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अब सख्त रणनीति बनाई जाएगी। 

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