यूक्रेन ने माना कि उसने रूस की छाती पर चढ़कर हमला किया है, जेलेन्स्की ने कहा अब रूस को पता चलेगा युद्ध का दर्द
war coming back to russia: यूक्रेन के राष्ट्रपति बोलोदिमीर जेलेन्स्की ने कहा है कि अब रूस को जंग का असली दर्द और चोट महसूस होने लगी है।
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Russia-Ukraine War News: अब जंग धीरे धीरे रूस की जमीन पर लौट रही है। और रूसी ताकत के जितने भी प्रतीक हैं अब सभी की कमजोरी झलकने लगी है। ऐसे में जंग के दौरान रूस के तमाम प्रमुख ठिकानों में से अगर किसी पर भी हमला हो जाता है या वो निशाने पर ले लिए जाते हैं तो इससे ये बात समझ लेनी चाहिए कि रूस किस तरह से कमजोर पड़ता जा रहा है। ये बात यूक्रेन के राष्ट्रपति बोलोदिमीर जेलेंस्की ने उस वक़्त कही जब वो अपनी सेना की एक टुकड़ी को संबोधित कर रहे थे।
विशेष सैन्य अभियान के 522 दिन
यूक्रेन के खिलाफ रूस की तरफ से शुरू किए गए विशेष सैन्य अभियान के 522 दिन हो चुके हैं। 24 घंटे पहले ही दावा किया गया था कि यूक्रेन के ड्रोन ने हमला करके मॉस्को में दो बिल्डिंगों को नुकसान पहुँचाया था। और उसके बाद ही क्रेमलिन की तरफ से कीव पर मॉस्कों में निशाना लगाने का आरोप लगाया गया था।
रूस को लगी है गहरी चोट
रविवार को यूक्रेन के पश्चिमी शहर इवानो फ्रैंकिव्स्क से जेलेंस्की अपनी सेना को संबोधित कर रहे थे। जेलेंस्की ने कहा कि रूस ने यही सोचकर यूक्रेन पर चढ़ाई की थी कि कुछ ही हफ्तों में इस जंग का नतीजा सामने आ जाएगा और रूस दुनिया के सामने अपना रुआब दिखा सकेगा। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने तंज करते हुएकहा कि रूस ने जिस युद्ध को अपना विशेष मिलिट्री ऑपरेशन बताया था अब वही युद्ध उसे चोट पहुँचाने लगा है।
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ड्रोन मार गिराने का रूसी दावा
इसी बीच रूसी रक्षा मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि रविवार को ही यूक्रेन के तीन ड्रोन को मार गिराया गया। CNN ने समाचार एजेंसी तास के हवाले से कहा है कि 50 मंजिला इमारत की पांचवीं और छठी मंजिल ड्रोन के हमले से बर्बाद हो गई है। हालांकि रूस की तरफ से दावा किया गया है कि इस हमले में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। इसी बीच जो वीडियो सामने आया है उसमें हमले वाली जगह पर अच्छा खासा मलबा नज़र आ रहा है साथ ही इमरजेंसी सर्विस के लोग भी नज़र आ रहे हैं।
यूक्रेन का दावा रूस की गलतफहमी दूर हुई
इसी बीच यूक्रेन की वायु सेना के प्रवक्ता यूरी इहनात की तरफ से दावा किया गया है कि मॉस्को में ताजातरीन ड्रोन हमला इस बात को साबित करत है कि रूस की सेना और उनके सैन्य अधिकारियों की वो गलत फहमी दूर हो गई जो ये मानकर चल रहे थे कि जंग उनकी जमीन से दूर चला गया है। यूक्रेनी टेलीविजन में इहनात ने दावा किया है कि अब रूसी सेना को समझ में आ चुका है कि रूस के अलग अलग हिस्सों के अलावा मॉस्को में भी उड़ते हुए ड्रोन नज़र आने लगे हैं जाहिर है कि अब इस जंग के बादल उन्हें भी दिखाई पड़ने लगे हैं जो आसमान को साफ मान कर चल रहे थे यानी जिन्हें इस बात की फिक्र नहीं थी कि युद्ध उन्हें किसी भी तरह नुकसान पहुँचा सकता है।
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गर्मियों में होगा युद्ध तेज
CNN की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन के मंत्री मिखाइलो फेडोरोव का कहना है कि कीव में गर्मियों के आते ही युद्ध में और तेजी आ सकती है। जवाबी कार्रवाई और भी ज़्यादा तेज हो सकती है साथ ही और ज़्यादा ड्रोन के हमले हो सकते हैं। असल में ऐसा इसलिए होगा क्योंकि यूक्रेन किसी भी सूरत में रूसी सैनिकों को यूक्रेन की जमीन से खदेड़ देना चाहता है।
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मॉस्को में दो बिल्डिंग को निशाना बनाने का दावा
24 जुलाई को मॉस्को में हुए ड्रोन हमले के बारे में यूक्रेन की तरफ से जिम्मेदारी ले ली गई है। दावा यही है कि यूक्रेन के ड्रोन ने रूस की दो गैर आवासीय इमारतों को निशाना बनाया। दावा तो यहां तक है कि जिन इमारतों पर ड्रोन से हमला किया गया है उन्हीं बिल्डिंग में रूस के रक्षा मंत्रालय का मुख्यालय भी है। इसी बीच 29 जुलाई को यूक्रेन के उत्तर पूर्वी शहर सुमी में एक रूसी मिसाइल का हमला हुआ जिसमें करीब 20 लोगों के मारे जाने की खबर है। जबकि यूक्रेन के ज़ापोरिजिया पर एक और रॉकेट का हमला हुआ जिसमें दो लोग मारे गए। लेकिन यूक्रेन ने रूसी हमलों की परवाह न करते हुए क्रीमिया प्रायद्वीप पर निशाना साधा और रविवार को एक ड्रोन से हमला करने का दावा किया गया है।
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