Uttarakhand: गुरुद्वारे के कार सेवा प्रमुख की हत्या को लेकर SIT का गठन, DGP बोले - जल्द आरोपियों को पकड़ा जाएगा

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Uttarakhand Tarsem Singh Murder
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अंकित शर्मा के साथ चिराग गोठी की रिपोर्ट

Uttarakhand Tarsem Singh: उधमसिंहनगर के गुरुद्वारे के कार सेवा प्रमुख की दिनदहाड़े हुई हत्या से कई सवाल खड़े हो गए हैं। आज सुबह करीब 6:15 के आसपास देवभूमि थर्रा उठी, जब ऊधम सिंह नगर ज़िले स्थित मशहूर नानकमाता गुरुद्वारे में कार सेवा डेरा प्रमुख नानकमत्ता बाबा तरसेम सिंह को मोटरसाइकिल से आए अज्ञात हमलावर ने गोली मार दी।  मौके पर उन्हें खटीमा के अस्पताल में पहुंचाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। अस्पताल में तरसेम सिंह को देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गई।

इस मामले पर DGP उत्तराखंड अभिनव कुमार ने कहा, 'आज सुबह हमारे पास घटना की सूचना आई थी। घायल हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, लेकिन अभी की जानकारी के अनुसार उनकी मृत्यु हो गई है। यह हत्या चिंता का विषय है, मौके पर वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं। घटनास्थल का निरीक्षण और स्थानीय जनता से बात की जाएगी। जांच के लिए SIT का गठन किया जा चुका है। प्राथमिकता के साथ इस मामले की जांच होगी। सेंट्रल एजेंसी से भी संपर्क किया गया है। जल्द आरोपियों को पकड़ा जाएगा।'

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कौन हैं बाबा तरसेम सिंह?

करीबियों का कहना है की बाबा तरसेम सिंह पिछले कई सालों से श्री नानकमत्ता गुरुद्वारे के कार सेवा प्रमुख थे और गुरुद्वारे के पुनर्निर्माण में अपने सम्पूर्ण जीवन को समर्पित किया था। पंजाब और तराई में बाबा तरसेम सिंह का जाना माना नाम है ।

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कानून व्यवस्था पर सवाल

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बाबा तरसेम सिंह की हत्या के बाद सवाल उठ रहे हैं। करीब एक महीने पहले बाबा तरसेम सिंह ने फेसबुक पोस्ट में अपनी जान को खतरा बताया था फिर भी पुलिस ने उस पर कोई एक्शन नहीं लिया? 
इसका सीसीटीवी भी सामने आया है, जिसमें साफ-साफ दिख रहा है कि दो लोग बाइक पर आए हैं। उसमें से एक शख्स गोलियां चला रहा है। तरसेम सिंह पंजाब और तराई में सिखों के सिरमौर माने जाते थे। तरसेम सिंह ने पहले ही अपनी हत्या की आशंका जताई थी। इसको लेकर उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था, लेकिन बावजूद इसके प्रशासन कुछ नहीं कर सका। इस घटना ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा कर दिया है।

गुरुद्वारे नानकमत्ता साहिब के पास ही डेरा कारसेवा परिसर के अंदर ही उनकी हत्या की गई। ये वाक्या सुबह 6 बजे हुआ। इस घटना के चश्मदीद गवाह ने बताया कि गुरुवार सुबह जैसे ही बाबा तरसेम सिंह गुरुद्वारा परिसर से बाहर आए। दो अज्ञात हमलावरों ने उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया।

उनकी हत्या के बाद से ही अस्पताल के बाहर भारी भीड़ जुटी हुई है। 

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