पाकिस्तानी सीमा हैदर से इन सवालों का जवाब तलाश रही है UP ATS, जासूसी या मुहब्बत?

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Pakistan Seema Haider News : आखिर पाकिस्तान से आई सीमा हैदर से यूपी पुलिस की एटीएस क्या जानना चाहती है. आखिर क्यों सीमा हैदर से कई घंटों तक पूछताछ की गई. यूपी एटीएस आखिर क्या जानना चाहती है सीमा हैदर से. इसके पीछे कोई जासूसी एंगल है या फिर कोई प्यार की कहानी. पूरी कहानी को समझने और एटीएस की जांच के लिए इन सवालों को समझ लीजिए. 

पहले जानते हैं कि आखिर किन बातों का यूपी एटीएस पता लगाना चाह रही है. 
 

सीमा सचिन की पहली मुलाक़ात कब हुई, कैसे हुई
क्या दोनों सचमुच PUBG पर ही पहली बार मिले थे.
सचिन से मिलने से पहले सीमा का सच क्या था
सचिन से पहली बार मिलने और फिर भारत आने तक सीमा किन किन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल करती थी
सोशल मीडिया पर कहां-कहां सीमा के एकाउंट हैं
व्हाट्स एप चैट में क्या कुछ है
पाकिस्तान में सीमा ने अपना जो घर बेचा उसके क्या सबूत हैं
बचपन से लेकर भारत आने तक सीमा की पूरी कुंडली क्या है
कराची से शारजाह और शारजाह से काठमांडू तक के सफर की कहानी क्या है
काठमांडू के किस होटल में वो सचिन के साथ रुकी थी
काठमांडू के किस मंदिर में और कब दोनों ने शादी की थी
सचिन से मिलने के बाद सीमा की हिंदी अच्छी हुई या पहले से थी
सचिन और उसके पहले पति गुलाम हैदर का सच क्या है
सीमा के चारों बच्चों की हकीकत क्या है
पाकिस्तान में रहने के दौरान क्या सीमा किसी पाक एजेंसी के संपर्क में थी
पिछले कुछ सालों में सीमा कौन कौन से मोबाइल नंबर इस्तेमाल कर रही थी
क्या PUBG या दूसरे गेमिंग एप पर सचिन से पहले भी सीमा का कोई दोस्त था
क्या सचिन के अलावा भारत में सीमा का कोई और भी दोस्त है
 

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इसी साल मार्च में नेपाल में मिले थे सचिन और सीमा हैदर

 

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Seema Haider Today News : क्राइम तक को मिली जानकारी के मुताबिक, इसी साल मार्च में पहली बार सीमा और सचिन की काठमांडू में मुलाकात और काठमांडू के उस होटल की जानकारी नोएडा पुलिस पहले ही हासिल कर चुकी है। जिस मंदिर में दोनों ने शादी की थी, उसकी जानकारी भी नोएडा पुलिस के पास है। लेकिन ये सारी जानकारी नोएडा पुलिस ने काठमांडू में अपने सोर्सेज से ही हासिल की है। अब चूंकि मामले की जांच एटीएस को सौंप दी गई है, लिहाजा इस बात की उम्मीद है कि एटीएस की एक टीम खुद नेपाल जाएगी। एटीएस की टीम शारजाह एयरपोर्ट के इमीगरेशन डिपार्टमेंट से भी जरूरी जानकारी हासिल करेगी। हालांकि सीमा और उसके बच्चों के जो पासपोर्ट मिले हैं, उसमें पांचों के पासपोर्ट पर यूएई और नेपाल के वीजा मौजूद हैं। पासपोर्ट पर यूएई और काठमांडू के इमीगरेशन की मुहर भी है। 

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Seema Haider के फोन से इन राज का पता लगा रही है ATS


Seema Haider : यूपी एटीेस के सूत्रों के मुताबिक उनके लिए सबसे जरूरी है, सीमा के मोबाइल में झांक कर उसके सच को बाहर लाना। खास कर तमाम व्हाट्स एप कॉल और चैट्स को परखना। आजतक को मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल सीमा और सचिन से यूपी एटीएस की नोएडा यूनिट ही पूछताछ करेगी। अगर जरूरत पड़ी तो फिर लखनऊ यूनिट की मदद ली जा सकती है।  

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उधर, सीमा अभी भी गेटर नोएडा के रब्बूपुरा इलाके में अपने बच्चों के साथ सचिन के घर पर रह रही है। हालांकि अब उसके घर पर भीड कम हो गई है। खुद सचिन के घरवाले अब सीमा को हरेक से मिलने नहीं दे रहे हैं। वजह ये है कि खुद यूपी पुलिस ने ये अंदेशा जताया था कि भारत में भी सीमा की जान को खतरा हो सकता है। इस सिलसिले में आज तक पर खबर दिखाए जाने के बाद से ही सीमा के घरवालों ने सीमा को अजनबी भीड से दूर रखने का फैसला किया था। सीमा फिलहाल जमानत पर है और जमानत की शर्त में ये भी है कि वो सचिन के इस घर को छोड कर फिलहाल कहीं और नहीं जा सकती है। 

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वैसे भी उसका और उसके बच्चों का पासपोर्ट यूपी पुलिस के पास है। सचिन का पासपोर्ट तो अब तक बना ही नहीं है। यूपी एटीएस के एक अफसर ने आजतक को बताया कि वो अपनी पूरी जांच रिपोर्ट लखनऊ पुलिस मुख्यालय को देंगे इसके बाद वो रिपोर्ट दिल्ली में गृह मंत्रालय को भेजी जाएगी। फिर उसी रिपोर्ट के आधार पर सीमा के किस्मत का फैसला होगा। यानी फिलहाल तो सीमा भारत में अपने सचिन के पास ही रहेगी।

इसलिए उलझी है सीमा और सचिन की ये कहानी

Pakistan Seema Haider Story : इस कहानी में एक हेड है, एक टेल। इस दास्तान में एक माशूक है, एक जासूस। इस स्टोरी में एक मुहब्बत है और एक साज़िश। कुल मिलाकर देखें तो कहानी बिल्कुल सीधी है। और समझें तो बेहद उलझी हुई। और इस उलझन का नाम है सीमा हैदर या फिर यूं कहें कि सीमा ठाकुर। बेहद उलझी हुई इस उलझन को सुलझाने के लिए नोएडा पुलिस को भारत की सीमा लांघ कर पाकिस्तान, शारजाह होते हुए नेपाल तक को खंगालना जरूरी था। जाहिर है किसी लोकल पुलिस के लिए ये मुमकिन नहीं था। बस इसीलिए नोएडा पुलिस ने लखनऊ हेडक्वार्टर को एक सिफारिश भेजी। सिफारिश ये कि सीमा का सच पता करने के लिए किसी ऐसी एजेंसी को जांच सौंपी जाए, जो सीमा लांघ कर सच्चाई का पता लगा सके। और बस इसीलिए आतंक और आतंकवादियों की जांच करनेवाली यूपी एटीएस यानी एंटी टेररिस्ट स्क्वायड को सीमा और सचिन की मुहब्बत की जांच की जिम्मेदारी सौंप दी गई। जी हां, सीमा सचमुच मुहब्बत की मारी है या फिर इश्क का नकाब पहने पाकिस्तानी जासूस, इसकी जांच अब यूपी एटीएस करेगी। 



 

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