नोएडा पुलिस का ‘स्मार्ट वर्क', ऐसे कसा एल्विश यादव पर इस बार शिकंजा

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एल्विश को जेल ले जाते हुए नोएडा पुलिस के अधिकारी
एल्विश को जेल ले जाते हुए नोएडा पुलिस के अधिकारी
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Elvish yadav in Jail: एल्विश यादव। इस नाम को अब शायद किसी पहचान की जरूरत नहीं है। इसलिए इधर उधर की भूमिका छोड़कर सीधे मुद्दे पर आते हैं। जहर कांड तो आपको याद होगा ही, जब एल्विश यादव के खिलाफ नोएडा पुलिस ने एक शिकायत लिखी थी जिसमें पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। उसी सिलसिले में एल्विश यादव को जेल भेज दिया गया है। हालांकि उनके सिर पर गिरफ्तारी की तलवार तो तभी से लटक रही थी जब उन्हें पहली बार सांपों की तस्करी के एक मामले में पूछताछ के लिए नोएडा पुलिस ने बुलाया था। 

एल्विश को कोर्ट ले जाती नोएडा पुलिस

पुलिस के रडार से कभी दूर नहीं जा पाया

हालांकि उस वक्त मामला बहुत गर्म था, और एल्विश बड़े रसूख और ऊंची पहुंच वाली हैसियत का एक मशहूर यूट्यूबर है। लिहाजा सत्ता से करीबी होने की वजह से पुलिस ने इस मामले को थोड़ा ठंडा होने तक टाल रखा था। और उस समय मामूली पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया था, लेकिन रडार से दूर नहीं होने दिया था। यही पुलिस का असली तरीका है। 

पहले पुलिस ने की पक्की तैयारी

इससे पहले एल्विश का मामला सियासी तूल पकड़ता और बड़े ब़ड़े लोग इस मामले में दखल देते, यूपी पुलिस और खासतौर पर नोएडा पुलिस ने बड़ी ही स्मार्ट तरीके से इस मामले को हैंडल किया और उस वक़्त बुनियादी पूछताछ के बाद एल्विश को छोड़ दिया था। लेकिन एल्विश को कभी भी अपनी पकड़ से दूर नहीं जाने दिया। उधर एल्विश भी निश्चिंत होकर अपने रोजमर्रा के कामों में लग गया और इधर पुलिस उस पर लगे इल्जामों की गहराई में उतरती चली गई। तमाम सुराग और सबूत जब पुलिस के पास इकट्ठा हो गए। तब उसने एक बार फिर एल्विश पर शिकंजा। नोएडा पुलिस ने एल्विश को पूछताछ के लिए रविवार को बुलाया था। उसके आने पर भीड़ न जुटने पाए इसके लिए गोपनीय तौर पर सेक्टर-113 थाना एरिया के फार्म हाउस पर बुलाया गया। सूत्रों की मानें तो इस बार पुलिस ने एल्विश को यह कहकर बुलाया था कि यह अंतिम पूछताछ है और तुम्हें कुछ नहीं होने वाला। दूसरी तरफ सपेरों से बरामद 20 एमएल लिक्विड के सांप का जहर होने की फरेंसिक साइंस लैब रिपोर्ट फरवरी में आने के बाद से ही पुलिस अपनी तैयारी में जुटी थी। 

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एल्विश चेहरे पर मायूसी और आंखों में आंसू

आधिकारिक तौर पर पुलिस का कहना है कि पूछताछ के लिए कुछ सवालों के संतोषजनक जवाब न मिलने पर एल्विश को गिरफ्तार किया गया है। वहीं सूत्रों की मानें तो पुलिस ने आसपास का माहौल देखा। इसके बाद एल्विश को मेडिकल कराने के लिए अस्पताल ले गए, वहीं से सीधे ले जाकर कोर्ट में पेश कर दिया। कोर्ट ने जब न्यायिक हिरासत में भेजा तो पुलिस उसे जिला कारागार तक छोड़ कर आई। इस दौरान एल्विश यादव चेहरे पर मायूसी और आंखों में आंसू देखा गया।

कोर्ट में पेश होने का वीडियो वायरल

एल्विश यादव को सूरजपुर कोर्ट में पेश किया गया था, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। नोएडा पुलिस ने इससे पहले  2 नवंबर 2023 को नोएडा के सेक्टर 51 के सेवरोन बैंक्वेट हॉल से 5 लोगों को गिरफ्तार किया था। इन पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उनके पास से 9 सांप बरामद हुए थे, जिनमें से 5 कोबरा, 1 अजगर, 2- दो मुहें सांप और एक रेड स्नैक था । पूछताछ हुई तो आरोपियों ने उस वक्त बताया था की सांपों के जहर का इस्तेमाल रेव पार्टी में किया जाता है। और फिर उसी FIR में एल्विश यादव को आरोपी बनाया गया था। 

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पुलिस का स्मार्ट वर्क 

पुलिस इतना तो जानती ही थी कि एल्विश यादव पर हाथ डालने का मतलब है कि ये बात बहुत दूर तक जाएगी। लिहाजा पुलिस ने यहा बड़ा ही स्मार्ट वर्क किया। पुलिस ने एल्विश यादव के खिलाफ IPC की 461/2023 धारा 284/289/120 बी और 9/39/48।/49/50/51 वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट 1972 की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया। लेकिन मुकदमा दर्ज करना ही पुलिस के लिए काफी नहीं था। पुलिस को एल्विश के खिलाफ पक्के सबूत की जरूरत थी ताकि कोई कुछ बोल ही न सके। तब वादी की तहरीर पर राहुल, टीटू, जयकरण, नारायण, रविनाथ, एल्विश यादव व अन्य के खिलाफ नोएडा के थाना 49 में मुकदमा लिखा गया। और इस मामले की तहकीकात नोएडा सेक्टर 20 थाना कर रहा है। उसी तफ्तीश के दौरान स्नेक वेनम यानी सांपों के जहर का इस्तेमाल पार्टियों में किये जाने के सिलसिले में सबूत भी पुलिस ने इकट्ठा कर लिए और उसकी बाकायदा लैब रिपोर्ट भी हासिल कर ली। जब ये सब मिल गया तब जाकर एल्विश के खिलाफ पुलिस ने हथकड़ियां तैयार कीं। 

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