साजिशों की धुंध: एक करोड़ नब्बे लाख का कराया बीमा, भरता रहा किश्त और फिर कर दिया ममेरे भाई का कत्ल

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जांच में जुटी पुलिस
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ग्वालियर से हेमंत शर्मा की रिपोर्ट

Gwalior Big News: ग्वालियर में फिर दिखा रिश्तों का कत्ल. जहां बुआ के बेटे ने अपने ही ममेरे भाई का कत्ल कर दिया है. दरअसल ग्वालियर के मुरार इलाके में रहने वाले जगदीश जाटव की बॉडी 19 अक्टूबर को शीतला माता मंदिर रोड पर एक खेत में पड़ी हुई मिली थी. इसकी जानकारी मिलने पर आंतरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव की शिनाख्त करवाई और इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाते हुए मामले की जांच शुरू कर दी.

50 लाख रुपये का बीमा कराया

पुलिस ने सबसे पहले मृतक के फोन कॉल डिटेल निकाली. कॉल डिटेल से पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि मृतक की मौत से पहले उसके मोबाइल फोन पर एक ही नंबर से 9 बार बात हुई है. फोन डिटेल से मालूम हुआ कि जिस नंबर की तलाश पुलिस कर रही थी उस नंबर पर भी किसी दूसरे मोबाइल फोन पर लगातार कई बार बात हुई है. एक मोबाइल नंबर चोरी का था, तो वहीं दूसरा बुआ के बेटे अरविंद का निकला. अरविंद जाटव को जब पुलिस ने उठाकर सख्ती से पूछताछ की तो अरविंद जाटव ने इस बात को कबूल किया कि उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर जगदीश जाटव की हथौड़ा मार कर हत्या की है. जांच में पता चला कि इसकी प्लानिंग अरविंद जाटव द्वारा पिछले तीन महीने से की जा रही थी. 

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साजिश के तहत दिलवाई कार

मामले का खुलासा करते हुए ग्वालियर एसपी राजेश सिंह ने मीडिया को बताया की पुलिस पूछताछ में अरविंद ने कबूल किया है कि जगदीश जाटव के आगे पीछे रोना वाला कोई नहीं था. जगदीश जाटव दुनिया में अकेला था और इसी बात का फायदा अरविंद ने उठाया. अरविंद ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर जगदीश को एक वेगनर कार और एक मोटरसाइकिल दिलवा दी. इसके बाद इन दोनों वाहनों का बीमा भी करवाया. एक स्कीम के तहत महज ₹3500 में जगदीश जाटव का 50 लाख रुपए का बीमा पंजाब नेशनल बैंक में हो गया.

हथौडे से मारकर की हत्या

इसके बाद अरविंद के साथी अमर और बलराम ने मिलकर जगदीश जाटव का रिलायंस कंपनी में एक करोड रुपए का बीमा करवा दिया. इतना ही नहीं एचडीएफसी बैंक की ग्रुप पॉलिसी में भी 40 लाख रुपए का बीमा करवा दिया. इस तरह जगदीश जाटव का कुल 1 करोड़ 90 लाख रुपए का बीमा करवा दिया गया. इसी बीमा की रकम को हासिल करने के लिए अरविंद ने अपने साथी अमर और बलराम के साथ मिलकर जगदीश जाटव की हत्या करने की प्लानिंग की. अरविंद ने जगदीश को पहले नशे की गोलियां खिला दी जिससे जगदीश बेसुध हो गया. इसके बाद अरविंद ने अपने साथियों के साथ मिलकर जगदीश के सीने और सर पर हथौड़े से कई बार किए जिससे जगदीश की मौत हो गई. इसके बाद जगदीश के बॉडी को ले जाकर आंतरी इलाके में एक खेत में फेंक दिया. पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाते हुए जगदीश जाटव के हत्या के मामले में जगदीश के ममेरे भाई अरविंद जाटव और उसके एक साथी अमर जाटव को गिरफ्तार कर लिया है जबकि इस मामले का तीसरा आरोपी अभी फरार चल रहा है.  

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Note : ये खबर क्राइम तक में internship कर रही निधी शर्मा ने लिखी हैं.

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